डीजीसीए के मुताबिक, सितंबर 2024 में इंडिगो की बाजार हिस्सेदारी बढ़कर 63 प्रतिशत हो गई, जबकि एयर इंडिया की हिस्सेदारी बढ़कर 15.1 प्रतिशत हो गई।
वित्त वर्ष 2024 में एटीएफ की औसत कीमत 103,499 रुपये प्रति किलोलीटर रही, जो वित्त वर्ष 2023 में 121,013 रुपये प्रति किलोलीटर से 14 प्रतिशत कम थी, लेकिन वित्त वर्ष 2020 में कोविड-पूर्व स्तर 65,368 रुपये प्रति किलोलीटर से 58 प्रतिशत अधिक थी।
पिछले महीने फ्लाइट में देरी के अलावा अलग-अलग एयरलाइंस ने 1,374 यात्रियों को विमान में सवार होने से रोक दिया था। इसके चलते वैकल्पिक इंतजाम और सुविधा देने पर 1.28 करोड़ रुपये खर्च हुए।
अक्टूबर में सार्वजनिक क्षेत्र की विमानन कंपनी एयर इंडिया ने 4.94 लाख यात्रियों को यात्रा कराई। बाजार हिस्सेदारी के लिहाज से सबसे बड़ी एयरलाइन इंडिगो के यात्रियों की संख्या 29.7 लाख रही। स्पाइसजेट के यात्रियों की संख्या 7.04 लाख और गोएयर की 3.95 लाख रही।
अप्रैल में भारतीय विमानन कंपनियों ने कुल मिलाकर 91.34 लाख यात्रियों को उनके गंतव्यों तक पहुंचाया जबकि गत वर्ष समान महीने में यह संख्या 79.32 लाख रही थी।
घरेलू हवाई यात्रियों की संख्या फरवरी में लगभग 16 प्रतिशत बढ़कर 86.55 लाख हो गई। वहीं 2016 के फरवरी महीने में यह संख्या 74.76 लाख रही थी।
घरेलू विमान यात्रियों की संख्या में सितंबर महीने में 23.6 फीसदी का इजाफा हुआ है। इस दौरान वैश्विक स्तर पर घरेलू यात्रियों की औसतन बढ़ोतरी 7.2 फीसदी रही।
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