बाजार सूत्रों ने कहा कि निर्यातकों की डॉलर बिकवाली तथा विदेशी निधियों के सतत निवेश के कारण भी रुपए की तेजी को मदद मिली है।
कारोबारियों ने कहा कि विदेशी बाजारों में अन्य प्रमुख मुद्राओं की तुलना में डॉलर के नरम पड़ने से भी रुपए को तेजी मिली।
अमेरिका के ताजा आर्थिक आंकड़े उत्साहजनक रहने से अन्य एशियायी मुद्राओं के आगे भी डॉलर में मजबूती का रुझान रहा।
फॉरेक्स डीलर्स ने कहा कि निर्यातकों द्वारा अमेरिकी मुद्रा की बिकवाली करने से रुपए को समर्थन मिला। इसके अलावा, अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष द्वारा भारतीय अर्थव्यवस्था में तेजी का अनुमान जताए जाने से भी घरेलू मुद्रा को मजबूती मिली है।
मंगलवार को विदेशी निवेशकों ने भारतीय पूंजी बाजार में शुद्ध खरीदार रहे और उन्होंने 1212.35 करोड़ रुपए के शेयरों की खरीदारी की।
अंतरबैंक मुद्रा विनिमय बाजार में गुरुवार को घरेलू मुद्रा कमजोरी के साथ 68.56 प्रति डॉलर पर खुली और इसने दिन के सबसे निम्नतम स्तर 69.21 को छुआ।
बाजार सूत्रों ने कहा कि विदेशी निधियों की धननिकासी, कच्चेतेल के बढ़ते मूल्य और घरेलू शेयरों में बिकवाली बढ़ने से रुपए का लाभ सीमित हो गया।
मंगलवार को हुए रुपया-डॉलर अदला-बदली नीलामी प्रक्रिया में रिजर्व बैंक द्वारा अधिसूचित पांच अरब डॉलर की राशि के मुकाबले 16.31 अरब डॉलर के लिए बोलियां मिलीं।
बाजार सूत्रों ने कहा कि बाजार में ब्रोकरों और विदेशी निधियों ने डेट एंड इक्विटी बाजार में निवेश किया, जिससे रुपए में सुधार आने में मदद मिली।
बाजार सूत्रों ने कहा कि फेडरल ओपन मार्केट कमेटी (एफओएमसी) की बैठक के नतीजे आने से पहले बाजार में सतर्कता के रुख तथा कच्चे तेल की बढ़ती कीमतों के कारण स्थानीय मुद्रा पर दबाव बढ़ गया।
विदेशी पूंजी के निरंतर निवेश और वैश्विक बाजारों में अमेरिकी मुद्रा में कमजोरी से रुपया सोमवार को शुरुआती कारोबार में डॉलर के मुकाबले 17 पैसे मजबूत होकर 68.93 रुपये प्रति डॉलर पर पहुंच गया।
डॉलर में अभिव्यक्त किए जाने वाले विदेशी मुद्रा आस्तियां, मुद्राभंडार में रखे यूरो, पौंड और जापानी येन जैसे गैर-अमेरिकी मुद्राओं की मूल्यवृद्धि और मूल्यह्रास के प्रभावों को भी समाहित करता है।
अन्तरबैंक विदेशी मुद्रा बाजार में रुपया बुधवार को 71.08 रुपए प्रति डॉलर पर लगभग अपरिवर्तित रुख के साथ खुला
अन्तरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया 71.23 पर अपरिवर्तित रुख के साथ खुला और दिन के कारोबार के दौरान 71.11 रुपए की ऊंचाई को छू गया।
बाजार सूत्रों ने कहा कि घरेलू शेयर बाजार में भारी बिकवाली के कारण भी रुपए की धारणा प्रभावित हुई। रुपए में लगातार चौथे सत्र के दौरान ये गिरावट आई है और इन सत्रों के दौरान रुपया 64 पैसे कमजोर हुआ है।
सोमवार को रुपया 13 पैसे की तेजी के साथ प्रति डॉलर 71.18 पर बंद हुआ था।
सुरक्षित निवेश के रूप में लिवाली से सोना और चांदी का प्रदर्शन बेहतर रहने का अनुमान है।
सोमवार को रुपया 71.57 रुपए प्रति डॉलर पर नीचा खुला और कारोबार के दौरान 71.82 प्रति डॉलर के दिन के निम्नतम स्तर को छू गया।
अंतरिम बजट से पहले की सतर्कता तथा अमेरिकी मुद्रा की मजबूती से रुपया शुक्रवार को अंतर बैंकिंग मुद्रा बाजार में शुरुआती कारोबार में नौ पैसे कमजोर होकर 71.17 रुपए प्रति डॉलर पर कारोबार कर रहा है।
बुधवार को विदेशी निवेशकों ने 130.25 करोड़ रुपए के शेयर खरीदे, जबकि घरेलू संस्थागत निवेशकों ने 502.26 करोड़ रुपए मूल्य के शेयरों की खरीदारी की।
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