कारोबार के दौरान रुपया डॉलर के मुकाबले 73.66 के उच्चतम और 73.93 के निचले स्तर पर पंहुचा। वहीं डॉलर इंडेक्स में आज 0.02 प्रतिशत की बढ़त रही है।
कारोबार के दौरान डॉलर के मुकाबले रुपये ने 73.52 रुपये का निचला और 73.34 का उच्च स्तर छुआ। वहीं आज डॉलर सूचकांक 0.24 प्रतिशत बढ़कर 92.77 हो गया
समीक्षाधीन महीने में, केंद्रीय बैंक ने 16.16 अरब डॉलर की खरीदारी की, जबकि हाजिर बाजार में 8.955 अरब डॉलर की बिक्री की। गुरुवार को जारी सितंबर 2021 के मासिक रिजर्वबैंक बुलेटिन में यह जानकारी दी गई है।
एक्सपर्ट्स का अनुमान है कि अगले हफ्ते रुपया मजबूती के रुख के साथ 72.9 से 74 के सीमित दायरे में बना रह सकता है।
इसबीच छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले अमेरिकी डॉलर की स्थिति को दर्शाने वाला डॉलर सूचकांक 0.08 प्रतिशत बढ़कर 92.72 पर आ गया। रिलायंस सिक्योरिटीज ने एक शोध नोट में कहा, ‘‘डॉलर की हेजिंग करने वाले आयातकों की तरफ से मुद्रा पर दबाव बना रहेगा।’’
आज की गिरावट के बाद रुपया एक हफ्ते के निचले स्तरों पर पहुंच गया है। वहीं रुपये में आज की गिरावट 19 जून के बाद से रुपये में आई किसी भी कारोबारी सत्र की सबसे बड़ी गिरावट है।
सोमवार को डॉलर इंडेक्स 0.28 प्रतिशत की बढ़त के साथ 92.29 के स्तर पर पहुंच गया। इसका असर रुपये पर देखने को मिला और रुपया गिरावट के साथ बंद हुआ।
इससे पहले एफपीआई ने जुलाई में भारतीय बाजारों से शुद्ध रूप से 7,273 करोड़ रुपये की निकासी की थी। वहीं सितंबर के पहले तीन कारोबारी सत्रों में बाजार में कुल मिलाकर 7,768.32 करोड़ रुपये निवेश किये हैं।
भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के आंकड़े के अनुसार जुलाई 2021 में कुल उधारी में 3.03 अरब अमेरिकी डॉलर की ईसीबी स्वचालित मार्ग के जरिए आई, जबकि 40 करोड़ अमेरिकी डॉलर अनुमोदन मार्ग के जरिए आया।
डॉलर के मुकाबले रुपया बढ़त के साथ 2 महीने के उच्चतम स्तर पर बंद हुआ है, बीते हफ्ते रुपये मे 1 प्रतिशत की मजबूती रही जो 4 महीने के दौरान किसी भी हफ्ते दर्ज हुई सबसे ज्यादा बढ़त है
अंतरबैंक विदेशी मुद्रा में रुपया डॉलर के मुकाबले 73.46 पर खुला, फिर अपने पिछले बंद के मुकाबले 31 पैसे बढ़कर 73.38 पर पहुंच गया। शुक्रवार को रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 73.69 पर बंद हुआ था।
छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले अमेरिकी डॉलर की स्थिति को दर्शाने वाला डॉलर सूचकांक 0.10 प्रतिशत घटकर 93.05 रह गया।
अहमदी ने कहा कि तालिबान से सैन्य जीत हासिल कर ली है और अब वह देश पर शासन करने वाले हैं लेकिन धन के अभाव में ऐसा कर पाना उनके लिए मुश्किल होगा।
अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में कारोबार की शुरुआत में रुपया 74.23 पर लगभग अपरिवर्तित खुला, लेकिन बाद में यह लुढ़कता हुआ 74.35 रुपये प्रति डॉलर पर बंद हुआ।
छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले अमेरिकी डॉलर की स्थिति को दर्शाने वाला डॉलर सूचकांक 0.04 प्रतिशत की गिरावट के साथ 92.87 के स्तर पर आ गया, जिसका फायदा रुपया को मिला।
छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले अमेरिकी डॉलर की स्थिति को दर्शाने वाला डॉलर सूचकांक 0.11 प्रतिशत बढ़कर 93.16 हो गया। इसके साथ ही कच्चे तेल में भी बढ़त देखने को मिली है।
छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले अमेरिकी डॉलर की स्थिति को दर्शाने वाला डॉलर सूचकांक 0.05 प्रतिशत की गिरावट के साथ 92.22 रह गया।
डॉलर के मुकाबले रुपया आज 74.36 के स्तर पर खुला तथा कारोबार के दौरान 74.21 के उच्च स्तर और 74.36 के अपने निम्न स्तर तक पहुंचा।
अनुमानों के मुताबिक लंबी अवधि में यह रुपया गिरकर 75.50-76 के स्तर तक जा सकता है और साल के अंत तक ये 77 के स्तर को भी छू सकता है।
आज के कारोबार में डॉलर के मुकाबले रुपये 9 पैसे के दायरे में रहा। वहीं पिछले तीन कारोबारी सत्रों के दौरान रुपये में डालर के मुकाबले कुल मिला कर 22 पैसे की मजबूती आई है।
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