बाजार सूत्रों ने कहा कि बाजार में ब्रोकरों और विदेशी निधियों ने डेट एंड इक्विटी बाजार में निवेश किया, जिससे रुपए में सुधार आने में मदद मिली।
बाजार सूत्रों ने कहा कि फेडरल ओपन मार्केट कमेटी (एफओएमसी) की बैठक के नतीजे आने से पहले बाजार में सतर्कता के रुख तथा कच्चे तेल की बढ़ती कीमतों के कारण स्थानीय मुद्रा पर दबाव बढ़ गया।
विदेशी पूंजी के निरंतर निवेश और वैश्विक बाजारों में अमेरिकी मुद्रा में कमजोरी से रुपया सोमवार को शुरुआती कारोबार में डॉलर के मुकाबले 17 पैसे मजबूत होकर 68.93 रुपये प्रति डॉलर पर पहुंच गया।
डॉलर में अभिव्यक्त किए जाने वाले विदेशी मुद्रा आस्तियां, मुद्राभंडार में रखे यूरो, पौंड और जापानी येन जैसे गैर-अमेरिकी मुद्राओं की मूल्यवृद्धि और मूल्यह्रास के प्रभावों को भी समाहित करता है।
अन्तरबैंक विदेशी मुद्रा बाजार में रुपया बुधवार को 71.08 रुपए प्रति डॉलर पर लगभग अपरिवर्तित रुख के साथ खुला
अन्तरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया 71.23 पर अपरिवर्तित रुख के साथ खुला और दिन के कारोबार के दौरान 71.11 रुपए की ऊंचाई को छू गया।
बाजार सूत्रों ने कहा कि घरेलू शेयर बाजार में भारी बिकवाली के कारण भी रुपए की धारणा प्रभावित हुई। रुपए में लगातार चौथे सत्र के दौरान ये गिरावट आई है और इन सत्रों के दौरान रुपया 64 पैसे कमजोर हुआ है।
सोमवार को रुपया 13 पैसे की तेजी के साथ प्रति डॉलर 71.18 पर बंद हुआ था।
सुरक्षित निवेश के रूप में लिवाली से सोना और चांदी का प्रदर्शन बेहतर रहने का अनुमान है।
सोमवार को रुपया 71.57 रुपए प्रति डॉलर पर नीचा खुला और कारोबार के दौरान 71.82 प्रति डॉलर के दिन के निम्नतम स्तर को छू गया।
अंतरिम बजट से पहले की सतर्कता तथा अमेरिकी मुद्रा की मजबूती से रुपया शुक्रवार को अंतर बैंकिंग मुद्रा बाजार में शुरुआती कारोबार में नौ पैसे कमजोर होकर 71.17 रुपए प्रति डॉलर पर कारोबार कर रहा है।
बुधवार को विदेशी निवेशकों ने 130.25 करोड़ रुपए के शेयर खरीदे, जबकि घरेलू संस्थागत निवेशकों ने 502.26 करोड़ रुपए मूल्य के शेयरों की खरीदारी की।
अंतर बैंकिंग विदेशी विनिमय बाजार में शुक्रवार को रुपया 71.03 पर मजबूती के साथ खुला लेकिन बाद में यह बिकवाली दबाव में आ गया।
बाजार सूत्रों ने कहा कि विदेशी निवेशकों की धन निकासी, घरेलू शेयर बाजार में तेजी तथा अपने प्रमुख प्रतिद्वन्द्वी मुद्राओं की तुलना में डॉलर के मजबूत होने से रुपए को लेकर धारणा प्रभावित हुई है।
ब्रेंट क्रूड भी आज 0.26 प्रतिशत कमजोरी के साथ 60.48 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार कर रहा था।
विगत तीन कारोबारी सत्रों में रुपए में कुल 64 पैसे की गिरावट आ चुकी है।
हालांकि विश्व की प्रमुख मुद्राओं की तुलना में डॉलर के कमजोर होने तथा कच्चे तेल कीमतों में गिरावट आने की वजह से घरेलू मुद्रा की गिरावट पर कुछ अंकुश लग गया।
अंतर बैंकिंग विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में शुक्रवार को रुपया 70.38 रुपए प्रति डॉलर पर मजबूत खुला
मुद्रा कारोबारियों ने कहा कि अमेरिकी फेडरल रिजर्व की नीतिगत बैठक के ब्यौरे से भविष्य में ब्याज दर में वृद्धि किए जाने को लेकर अनिश्चितता बढ़ने से डॉलर कमजोर हो गया।
अंतर बैंक विदेशी विनिमय बाजार के कारोबारियों के अनुसार घरेलू शेयर बाजारों तेजी और अन्य विदेशी मुद्राओं के मुकाबले डॉलर के कमजोर होने से रुपया को समर्थन मिला है।
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