चीन ने डोकलाम में उस जगह के पास बड़ी संख्या में अपने सैनिकों को तैनात कर रखा है जहां 73 दिन तक भारत और चीन की सेनाओं के बीच गतिरोध रहा था
डोकलाम में भारतीय और चीनी सेना के आमने-सामने होने का मामला सुलझ गया है लेकिन अभी भी सबकुछ ठीक नहीं हुआ है। चीन डोकलाम पार्ट टू को अंजाम देने के फिराक में है। दोनों देशों के बीच कितने मुश्किल हालात हैं इसका अंदाजा इसी बात से लगा सकते हैं कि इस साल चीन
China deploys additional army men along LoC near Doklam
हेमबर्ग में जी-20 सम्मेलन से इतर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच हुई मुलाकात में डोकलाम विवाद का हल निकालने की आधारशिला रखी गई थी। एक नए किताब में यह खुलासा हुआ है।
अक्सर दूसरे देशों और उनकी सरकारों को नसीहत देने वाली चीनी मीडिया ने इस बार अपने ही देश को सलाह दी है...
कैलाश मानसरोवर यात्रा पर चीन ने फिर से यात्रा शुरू करने के लिए बातचीत के लिए कहा है। इसके साथ ही चीन ने दोनों देशों के बीच नरमी के भी संकेत दिए।
Is there still a possibility of war with China?
डेरा प्रेमियों में कई प्रकार की चर्चाएं चल रही हैं। डेरा प्रेमियों के अनुसार भारत व चीन के बीच लंबे समय से विवाद चल रहा था व जंग लगने का खतरा बना हुआ था। अगर जंग होती है तो भारत को भारी नुकसान झेलना पड़ता इसलिए गुरु जी ने इसका सारा बोझ अपने पर ले लिय
आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने आज कहा कि भारत ने साफ कर दिया है कि वह सुरक्षा एवं रक्षा मामलों में नहीं झुकेगा। भागवत ने दुनियाभर में देश का नाम रोशन करने का मोदी सरकार को श्रेय दिया।
डोकलाम गतिरोध को पीछे छोड़ते हुए भारत और चीन ने अपने संबंधों में भविष्योन्मुखी रुख अपनाने और अधिक प्रयास करने पर सहमति जताई...
डोकलाम विवाद पर चीन से बड़ी ख़बर आई है जिसे भारत और चीन की द्विपक्षीय बातचीत से पहले भारत की बड़ी राजनयिक जीत के रुप में देखा जा सकता है। चीन ने कहा है कि वह डोकलाम विवाद को किनारे रख कर बात करेगा।
सितंबर का महीना शुरू होने से पहले ही भारत और चीन ने डोकलाम मसला हल कर लिया है। सिक्किम सीमा के पास 70 दिन तक भारत और चीन के सैनिक आंखों में आंखे डालकर आमने-सामने खड़े रहे। लेकिन बगैर एक भी गोली चलाए दोनों देशों ने गतिरोध को ख़त्म कर लिया
चीन की सेना ने गुरुवार को कहा कि वह डोकलाम में अपने इलाके की एक-एक इंच की रक्षा करने के लिए सैनिकों की मौजूदगी और गश्त बढ़ाएगी, हालांकि उसने इलाके में सड़क निर्माण को लेकर कुछ नहीं बोला।
भारत-चीन डोकलाम विवाद को खत्म करने में भूटान का बहुत ही बड़ा हाथ रहा है। आपको बता दें कि भूटान ने इस विवाद में क्षेत्रीय अखंडता को लेकर अपना पक्ष मजबूत रखा था।
चीन ने एक बार फिर धमकी भरे लहजे में कहा है कि भारत को डोकलाम जैसी घटनाओं से भविष्य में बचना चाहिए। चीन के विदेश मंत्री वांग यी ने नई दिल्ली को इस सीमा विवाद से सबक सीखने की सलाह दी है।
“भारत ने चीन से ज्यादा अच्छे तरीके से इसका हल निकाला। यह अधिक महत्वपूर्ण है क्योंकि यह बिना किसी धमकी के किया गया है। इसके लिए प्रधानमंत्री मोदी और उनकी टीम को बधाई।”
चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) ने भारत से कहा है कि उसे लगभग ढाई महीने तक चले डोकलाम गतिरोध से सबक लेना चाहिए, जो इस सोमवार को जाकर खत्म हुआ है।
भारत और चीन के बीच बीते 70 दिनों तक चला डोकलाम गतिरोध सोमवार को खत्म हो गया। दोनों देशों ने ब्रिक्स सम्मेलन से पहले अपनी सेनाएं डोकलाम से हटाने पर सहमति जताई है। मोदी म्यांमार के राष्ट्रपति यू हटिन क्याव के निमंत्रण पर पांच से सात सितंबर तक म्यांमार
डोकलाम में भारत और चीन के सैनिकों के बीच गतिरोध खत्म होने का अमेरिका में विशेषज्ञों ने स्वागत किया लेकिन साथ ही चेतावनी दी कि समस्या खत्म नहीं हुई है क्योंकि पिछले तीन दशक की यथास्थिति इतनी अधिक गड़बड़ा गई है कि इसे बदला नहीं जा सकता।
India’s greatest diplomatic victory in decades, know why China pulled back from Doklam | 2017-08-29 12:52:40
संपादक की पसंद