भारत और चीन के बीच बीते 70 दिनों तक चला डोकलाम गतिरोध सोमवार को खत्म हो गया। दोनों देशों ने ब्रिक्स सम्मेलन से पहले अपनी सेनाएं डोकलाम से हटाने पर सहमति जताई है। मोदी म्यांमार के राष्ट्रपति यू हटिन क्याव के निमंत्रण पर पांच से सात सितंबर तक म्यांमार
जंग की धमकी देने वाला चीन आखिरकार डोकलाम से अपनी सेना हटाने को राजी हो गई। भारत भी इसी बात पर अड़ा था कि डोकलाम से दोनों सेना एकसाथ हटेगी और हुआ भी यही। अब डोकलाम से दोनों मुल्कों ने अपनी सेना हटाने की प्रक्रिया शुरू कर दी है और इस रणनीति के पीछे कोई
इस सवाल पर कि क्या चीन डोकलाम में सड़क निर्माण की अपनी योजना को आगे बढ़ाएगा, चीनी प्रवक्ता पूरी तरह चुप्पी साधे रहीं...
भारत और चीन डोकलाम से अपनी अपनी सेना हटाने पर राज़ी हो गए हैं। विदेश मंत्रालय ने एक प्रेस रिलीज़ के ज़रिये आज ये जानकारी दी। आपको बता दें कि भारत और चीन के बीच पिछले दो महीने से डोकलाम में विवाद चल रहा था।
एयरफोर्स के इस कदम का चीन के पास कोई जवाब नहीं क्योंकि 2 घंटे से भी कम वक्त में पैरा-ट्रूपर्स चीन की बॉर्डर तक पहुंच जाएंगे। सिर्फ कमांडो ही नहीं इसके जरिए छोटी-छोटी गाड़ियां, हथियार और गोला-बारूद भी आसानी से चीन की सरहद तक पहुंच जाएंगे। हरक्यूलिस इस
भारत के इस कदम से चीन बौखला गया है। चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता हुआ चुनयिंग से जब भारतीय गृह मंत्रालय द्वारा झील के 20 किलोमीटर के दायरे में सड़क बनाने को मंजूरी दिए जाने की खबरों के बारे में पूछा गया तो उनका कहना था, 'ऐसा लगता है कि भारत अपनी ही
डोकलाम में भारत और चीन की सेनाओं के बीच पिछले 2 महीनों से भी ज्यादा वक्त से जारी गतिरोध के बीच चीन ने एक बार फिर भारत को धमकाया है।
चीन ने केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह की उम्मीदों को करारा झटका देते हुए मंगलवार को कहा कि...
चीन ने डोकलाम विवाद पर भारत का समर्थन करने के लिए जापान को खरी खोटी सुनाई है। चीन ने जापान से कहा है कि वह पहले तथ्यों की जांच परख करे फिर समर्थन करे।
भारतीय और चीनी सेनाओं के बीच डोकलाम में गतिरोध पिछले कई हफ्तों से बना हुआ है। इस मुद्दे पर चीनी मीडिया ने कई बार भारत को युद्ध की धमकी दी है, हालांकि भारत का रुख इस मसले पर संयमित ही रहा है।
इससे पहले खबर आई थी कि चीन के इन नापाक चाल को भांपते हुए भारतीय सेना ने भी अपनी तैयारी शुरू कर दी है। देश की सुरक्षा के लिए बनी सबसे पॉवरफुल कमेटी की गुरुवार को मीटिंग हुई। चीफ ऑफ स्टॉफ कमेटी की इस मीटिंग में तीनों सेना के चीफ आपस में मिले और डोकलाम
चीन ने शुक्रवार को जापान को फटकार लगाते हुए कहा कि वह चीन, भारत सीमा विवाद पर 'बिना सोचे-समझे' बयानबाजी करने से बाज आए।
राष्ट्रपति के तौर पर उनका यह पहला आधिकारिक दौरा होगा। कोविंद यहां सेना के इन्फेन्ट्री रेजिमेंट लद्दाख स्काउट के कार्यक्रम में शामिल होंगे। इस रेजिमेंट के कुल 5 में से हर बटैलियन में 900 सैनिक हैं। कारगिल जंग में पराक्रम दिखाने के बाद 2001 में इसे नि
ये मीटिंग इस मायने में भी काफी अहम है क्योंकि डोकलाम को लेकर चीन लगातार गीदड़भभकी दे रहा है और अब तो हालात ये हो गए हैं कि चीनी मीडिया की ओर से अल्टीमेटम तक जारी किए जा रहे हैं। दरअसल चीन के सरकारी मीडिया की ओर से भारत पर दबाव बनाने की कोशिशों का सिल
चीनी सैनिक दो इलाके फिंगर फोर और फिंगर फाइव में सुबह 6 से 9 के बीच भारत की सीमा में घुसने की कोशिश कर रहे थे, लेकिन दोनों ही मोर्चों पर भारतीय जवानों ने उनकी कोशिशों को नाकाम कर दिया। इस इलाके पर दोनों अपना-अपना दावा करते रहे हैं। 1990 के दशक में भा
चीनी सैनिक दो इलाके फिंगर फोर और फिंगर फाइव में सुबह 6 से 9 के बीच भारत की सीमा में घुसने की कोशिश कर रहे थे, लेकिन दोनों ही मोर्चों पर भारतीय जवानों ने उनकी कोशिशों को नाकाम कर दिया। इस इलाके पर दोनों अपना-अपना दावा करते रहे हैं। 1990 के दशक में भा
अमेरिका के एक शीर्ष रक्षा विशेषज्ञ ने कहा है कि सिक्किम सेक्शन में चल रहे डोकलाम गतिरोध में भारत एक परिपक्व शक्ति की तरह बर्ताव कर रहा है और...
चीन के इस अड़ियल रूख के बाद भारत ने भी जोर देकर साफ कहा है कि जब तक चीन सड़क निर्माण के औजार नहीं हटाता, तब तक सेना के वापस हटने का सवाल नहीं उठता। बता दें कि 8 अगस्त को भी दोनों देशों के बीच ब्रिगेड कमांडर स्तर की बातचीत हुई थी लेकिन इस बातचीत में भ
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