उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को दोहराया कि कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों के इलाज में लगे डाक्टरों, नर्सों और पैरामेडिकल स्टाफ को हर हाल में चिकित्सा संक्रमण से बचाया जाना चाहिए।
शाह ने डॉक्टरों व स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा किए जा रहे काम की सराहना की और उन्हें पूर्ण सुरक्षा उपलब्ध कराने का आश्वासन भी दिया।
उत्तर प्रदेश प्रांतीय चिकित्सा सेवा संघ देश में चिकित्सकों के साथ हो रही हिंसा के विरोध में बुधवार को मोमबत्ती जलाकर और गुरूवार को काली पट्टी बांधकर विरोध प्रदर्शन करेंगे, लेकिन इस दौरान वह काम का बहिष्कार नही करेंगे।
उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद में डॉक्टरों की टीम पर हमले में गिरफ्तार 10 आरोपियों में से 5 लोगों की रिपोर्ट कोरोना वायरस पॉजिटिव आई है। अब इन लोगों के संपर्क में आए पुलिसकर्मियों को भी क्वारन्टीन किया जाएगा।
दिल्ली सरकार ने कहा कि डॉक्टर और पुलिस कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई में सबसे आगे खड़े हैं। इनकी रक्षा करना और उनके स्वास्थ्य का ख्याल रखना दिल्ली सरकार की जिम्मेदारी है।
कश्मीर में कोविड-19 से ठीक हो चुके लोगों का कहना है कि यह दवाओं से अधिक डॉक्टरों और स्वास्थ्य कर्मचारियों का मानवीय स्पर्श था, जिसने उन्हें इस खतरनाक संक्रमण से बचाया है।
लखनऊ विश्वविद्यालय की मनोविज्ञान विभाग की प्रोफेसर पल्लवी भटनागर ने बताया कि उनके काउंसलिंग सेंटर में रोजाना कम से कम 50 लोगों के फोन आ रहे है और ज्यादातर के मन में लॉकडाउन को लेकर एक डर बैठा है कि यह आखिर कब तक चलेगा और इसके बाद क्या होगा?''
एक यूजर ने लिखा है कि लोग कोरोना से मरें न मरें लेकिन इन डॉक्टर का डांस देखकर जरूर मर जाएंगे।
सफदरजंग अस्पताल की दो रेजिडेंट डॉक्टरों से सड़क पर मारपीट की गई। ये दोनों डॉक्टर्स बहनें हैं। घटना कल रात करीब 9.30 बजे की है।
पाकिस्तान में कोरोना वायरस से लड़ रहे चिकित्सकों और अन्य स्वास्थ्यकर्मी सुरक्षा उपकरणों (पीपीई) की कमी से न केवल जूझ रहे हैं बल्कि इसकी वजह से वे खुद भी इसकी चपेट में आ जा रहे हैं।
कराची के एक नामी अस्पताल के डॉक्टरों के लिए भी जरूरी सुरक्षा उपकरण मुहैया नहीं करा पा रहा है, फिर भी डॉक्टर अपनी जान पर खेलते हुए मरीजों की जिंदगी बचाने में लगे हुए हैं।
भूटिया ने पत्र में कहा, ‘‘मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने का अनुरोध करता हूं जिन्होंने इंदौर में कोविड-19 के खिलाफ मुहिम में लगे डाक्टरों पर हमला किया। ’’
भारत में अभी तक लगभग 50 डॉक्टर और चिकित्सा कर्मचारी कोरोनावायरस की चपेट में आ चुके हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय अब स्थिति का आकलन करने और यह पता लगाने की कोशिश कर रहा है कि क्या ये डॉक्टर और चिकित्सा कर्मचारी कोविड-19 के रोगियों द्वारा ही संक्रमित हैं।
पुलिस उपायुक्त (जोन प्रथम) संकल्प शर्मा ने बताया कि बुधवार सुबह थाना सेक्टर 24 क्षेत्र के मोरना बस स्टैंड पर एक व्यक्ति डॉक्टर की पोशाक में पैदल जा रहा था। शक होने पर पुलिस ने रोककर उससे पूछताछ की तो उसने अपना नाम आशुतोष शर्मा बताया।
देश में कोरोना वायरस के मामलों में लगातार इजाफा होता जा रहा है। राजधानी दिल्ली स्थित सफदरजंग अस्पताल के 2 डॉक्टर #COVID19 से संक्रमित पाए गए।
दिल्ली सरकार ने अस्पतालों को निर्देश दिया है कि डॉक्टरों, नर्सों और पैरा-मेडिकल कर्मचारियों की लगातार 14 दिनों की सेवा लिए जाने के बाद उन्हें दो सप्ताह का ब्रेक दिया जाए।
नागपुर जिले में 22 वर्षीय एक व्यक्ति ने शहर के एक मेडिकल कॉलेज के डॉक्टरों की एक टीम और विद्यार्थियों पर कथित तौर पर तेजाब फेंक दिया।
पाकिस्तान के लाहौर शहर में डॉक्टरों से बदला लेने के लिए हजारों वकीलों ने एक अस्पताल में घुसकर तोड़फोड़ मचाई जिससे गंभीर रूप से घायल 5 मरीजों की बुधवार को मौत हो गई।
केंद्रीय गृह मंत्रालय और विधि एवं न्याय मंत्रालय ने चिकित्सा पेशवरों के खिलाफ हिंसा रोकने के लिए स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से तैयार मसौदा विधेयक में अस्पष्टता और खामियों को रेखांकित करते हुए इसकी समीक्षा करने को कहा है।
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