आरोपी महिला ने खुशबू साहू के सर्टिफिकेट के आधार पर पहले महिला आरोपी ने अपना नाम बदल कर खुशबू साहू रख लिया। इसके बाद फर्जी दस्तावेज के आधार पर बतौर चिकित्सक अपनी सेवा देने लगी।
डॉक्टर किस कदर नशे में था इसका अंदाजा इस बात से भी लगाया जा सकता है कि जब उसने देखा कि मोबाइल में वीडियो रिकॉर्ड किया जा रहा है तब भी वह नहीं रुका, बल्कि और गंदी-गंदी गालियां देता रहा।
National Doctor's Day: डॉक्टरों को धरती पर भगवान माना जाता है क्योंकि इनमें आपने इलाज से हजारों लोगों की जान बचाने की क्षमता होती है। ऐसे में आज के दिन जानते हैं इन 5 जानलेवा बीमारियों के पहले भारतीय डॉक्टर के बारे में।
बरेली में एक अस्पताल के डॉक्टर पर आरोप है कि ढाई साल के बच्चे का जीभ के तुतने (टंग टाई) का ऑपरेशन होना था लेकिन उसकी जगह डॉक्टर ने बच्चे के प्राइवेट पार्ट का (खतना) ऑपरेशन कर दिया।
इस पूरे घोटाले में कई डॉक्टर हैं जिनमें हृदय रोग विशेषज्ञ सहित बाल रोग विशेषज्ञ और सर्जन शामिल हैं। जो लोग डॉक्टर नहीं हैं, वे स्वास्थ्य विभाग से अस्पताल, क्लीनिक और पैथोलॉजी लैब संचालित करने के लिए डॉक्टर के नाम से लाइसेंस प्राप्त करते हैं।
पीड़िता ने कहा कि बलात्कार का विरोध करने पर चिकित्सक ने उसके साथ मारपीट की तथा धमकी दी कि अगर उसने यह बात किसी से बताई तो उसकी अश्लील वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल कर देगा।
आम आदमी पार्टी ने कहा कि केजरीवाल सरकार अपने कोविड योद्धाओं के परिवारों की देखभाल के लिए प्रतिबद्ध है। दूसरों की जान बंचाने के लिए खुद को कुर्बान करने वाले कोरोना योद्धाओं के परिजनों को केजरीवाल सरकार आर्थिक मदद दे रही है,
आरोप है कि महिला डॉक्टर नवजात शिशुओं को लाखों रुपये में खरीद-फरोख्त कर रही है। महालक्ष्मी नर्सिंग की डॉक्टर चित्रा चैनानी ने बताया कि डॉक्टर ने बच्चों की खरीद-फरोख्त के लिए बाजार लगा रखा था।
यह FIR हितार्थ चाग की शिकायत पर दर्ज की गई, जिनके पिता डॉक्टर अतुल चाग 12 फरवरी को वेरावल शहर में अपने घर में पंखे से लटके पाए गए थे।
कोट्टारक्करा पुलिस थाने के एक अधिकारी ने बताया कि आरोपी ने अपने परिवार के सदस्यों के साथ मारपीट के बाद खुद को बचाने के लिए इमरजेंसी नंबर पर फोन किया था।
डॉक्टर ने कहा कि तीन साल के बच्चे सहित बीमार लोगों की हालत बिगड़ने पर उन्हें बेहतर इलाज के लिए सरकारी गोविंद बल्लभ पंत मेडिकल कॉलेज और अस्पताल रेफर कर दिया गया।
एक मरीज ने डॉक्टर को उपहार में ड्राई फ्रूट्स का डिब्बा दिया। डॉक्टर भी देखकर हैरान रह गया लेकिन इसके पीछे की वजह जानकर आप भी कहेंगे-वाह भई वाह।
स्वास्थ्य मंत्री परसादीलाल मीणा ने बिल पर बहस के जवाब के दौरान प्राइवेट अस्पतालों को निशाने पर लिया। उन्होंने कहा, ''गरीब का इलजा नहीं करने पर कोई कितना भी बड़ा हो, हम कार्रवाई करेंगे। डॉक्टर सरकार को डराने की कोशिश ना करें।''
बरेली स्थित मेडिसिटी नर्सिंग होम में मरीज का पुनः ऑपरेशन किया गया, जहां उसके पेट से खून से सने हुए तीन कपड़े निकले हैं, जिसकी पुष्टि मेडिसिटी अस्पताल के चिकित्सकों ने की है।
जानकारी के मुताबिक सुमेधा होली की छुट्टी पर घर आई थी और सीधे आरोपी जौहर के घर चली गई थी। वहां दोनों के बीच झगड़ा हुआ और जौहर ने गुस्से में आकर सुमेधा की हत्या कर दी
डॉक्टर नितिन के गुरुकृपा क्लिनिक में दो युवक मरहम पट्टी कराए आए थे। डॉक्टर को लगा कि वह नशे में हैं। जैसे ही डॉक्टर ने पूछा कि क्या उन्होंने शराब पी रखी है। फिर क्या था इन लोगों ने ना आव देखा ना ताव, डॉक्टर की पिटाई शुरू कर दी।
LNJP अस्पताल में एक प्री मेच्योर बेबी का जन्म हुआ। जिसके बाद डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया। अस्पताल प्रबंधन ने बच्ची को एक बॉक्स में पैक कर परिजनों को सौंप दिया लेकिन जब परिजन बच्ची का शव लेकर घर पहुंचे तब उन्होंने उसे जिंदा पाया।
विभिन्न वजहों से ब्रेन ट्यूमर के मामलों में पिछले कुछ वर्षों से लगातार वृद्धि देखने को मिल रही है। जब मस्तिष्क की कोशिकाएं किसी वजह से असामान्य रूप से वृद्धि करते हुए गुच्छा बना लेती हैं तो वह गांठ के तौर पर दिखाई देती हैं। इसे ब्रेन ट्यूमर कहा जाता है। किसी भी व्यक्ति को ब्रेन ट्यूमर होने पर सिरदर्द, उल्टी, चक्कर आना।
पुलिस अधिकारी के मुताबिक, बच्ची को एक सप्ताह से खांसी की शिकायत थी, जिसके बाद उसके माता-पिता ने घरेलू इलाज की कोशिश की, लेकिन उससे राहत नहीं मिली।
ब्रेन स्ट्रोक और ब्रेन हैमरेज दोनों का ही नाम तो आपने सुना होगा, लेकिन ज्यादातर लोग इन दोनों के अंतर को नहीं समझते हैं। जबकि हर किसी व्यक्ति को इसके अंतर को पहचानना जरूरी है, क्योंकि यह मरीज की जान बचाने में बेहद मददगार साबित हो सकता है।
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