इंदौर के महाराजा यशवंतराव चिकित्सालय में एक जूनियर डॉक्टर को HIV से संक्रमित मरीज को थप्पड़ मारने के आरोप में तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया गया है।
शिवराम कन्नौज ने भोपाल के एक प्रतिष्ठित संस्थान से बी.टेक. (इलेक्ट्रिकल्स) की उपाधि हासिल की है। उनके पिता गोपाल कन्नौज भाजपा नेता थे जिनकी 2021 के दौरान आंधी-तूफान में एक हादसे में मौत हो गई थी।
मेरठ के लाला लाजपत राय मेमोरियल मेडिकल कॉलेज से सामने आए एक चौंकाने वाले मामले में जूनियर डॉक्टरों ने एक बच्चे के उचित इलाज की गुहार लगाने वाले परिजनों की ही जमकर पिटाई कर दी।
मेरठ में एक बच्चे के इलाज में देरी को लेकर परिजनों की डॉक्टरों से बहस हो गई। इसके बाद डॉक्टरों ने बच्चे का इलाज छोड़कर परिजनों से मारपीट करने लगे। मारपीट का यह वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है।
इजरायल-हमास युद्ध के 16 दिन बीत चुके हैं। दोनों पक्षों में भीषण युद्ध जारी है। इस बीच बहरीन ने एक भारतीय डॉक्टर को फिलिस्तीन के विरोध में पोस्ट करने पर नौकरी से हटा दिया है। अस्पताल ने इसे नियमों का उल्लंघन बताया है। हालांकि भारत भी फिलिस्तीन के विरोध में नहीं है, मगर इजरायल पर हमास के आतंकी हमले की कड़ी निंदा की है।
झोलाछाप डॉक्टरों के कारनामे आए दिन उजागर होते रहते हैं अब एक और मामला मध्य प्रदेश के कटनी से आया है। झोलाछाप डॉक्टर के इंजेक्शन लगाते ही सर्दी खांसी तो ठीक नहीं हुई बल्कि युवक के हाथ पैर और पूरे बदन में दर्द शुरू हो गया।
जीने के हैं 4 दिन, बाकी हैं बेकार दिन। जाये...जाये...जाये..एक बार जो जवानी फिर न आए। यह गाना तो आपने कई बार सुना होगा। इसका अर्थ यही है कि जवानी एक बार चली जाने के बाद जिंदगी में दोबारा नहीं आती। मगर अमेरिका के 46 वर्षीय ब्रॉयन फिर से 18 वर्ष की जवानी पाने की जिद ठान बैठे हैं।
बच्चों का जन्म शनिवार को हुआ था। उसी रात को सोने के लिए डॉक्टर ने क्लिनिक में एयर कंडीशनर चालू किया और अगली सुबह जब परिवार वाले उन्हें देखने गए तो दंग रह गए।
केरल की एक महिला डॉक्टर ने आरोप लगाया है कि इंटर्नशिप के दिनों के दौरान एक सीनियर डॉक्टर ने उसका यौन उत्पीड़न किया था।
मौत के बाद क्या होता है, शायद कोई नहीं जानता। मगर अमेरिकी डॉक्टर डॉ. जेफरी लॉन्ग ने करीब 5000 ऐसे लोगों पर गहन शोध किया जो मौत के निकट अनुभवों से गुजरे हैं। इस शोध के बाद जेफरी ने दावा किया कि मौत के बाद भी जीवन संभव है। जेफरी ने शोध के बाद बताया कि जब आत्मा शरीर से निकल जाती है तो क्या होता है?
पाकिस्तान ने अमेरिका की पीठ में फिर से छूरा घोंपने का काम किया है। एक पाकिस्तानी डॉक्टर अमेरिका में रहकर न सिर्फ आइएसआइएस के आतंकवादियों की मदद कर रहा था, बल्कि खुद भी यूएस में आतंकी हमला करने के फिराक में था। पकड़े जाने के बाद कोर्ट ने उसे 18 वर्ष के कारावास की सजा दी है।
तेलंगाना की 29 साल के रूथ जॉन कोय्याला ने 2 साल बाद ट्रांसजेंडर कैटेगरी के तहत मेडिकल में पीजी डिग्री के लिए अर्हता प्राप्त कर ली है। देश में पहली पहली किसी को भी ट्रांसजेंडर कैटेगरी में पीजी सीट मिली है। यह उनकी ऐतिहासिक उपलब्धि है।
रजिस्टर्ड मेडिकल प्रैक्टिसनर्स ने नोटिफिकेशन जारी करते हुए कहा है कि स्वास्थ्यकर्मियों से अभद्र व्यवहार करने वाले मरीजों का इलाज करने से अब डॉक्टर इनकार कर सकते हैं।
Bihar Hospital Viral Video: बिहार की चरमराई स्वास्थ्य व्यवस्था की पोल इस वीडियो ने खोलकर रख दी है। जहां अस्पताल में यूरिन बैग खत्म होने पर मरीज को कोल्डड्रिंक की बोतल लगा दी गई।
इसे चमत्कार ही कहा जाएगा कि भारतीय छात्रा का दिमाग काम करना बंद करने के एक हफ्ते बाद फिर से चलने लगा। वह 1 हफ्ते तक कोमा में रही। हालांकि इसका हृदय काम कर रहा था। डॉक्टरों ने 1 हफ्ते तक इलाज चलाया और इंतजार किया। लगभग ब्रेन डेड हो चुकी छात्रा का दिमाग फिर से काम करने लगा।
अमेरिका में डॉक्टर बनने का सपना देखकर घर से निकली बेटी परिस्थितियों के बुरे भंवरजाल में फंस गई। अमेरिका जाने के बाद उसे नौकरी नहीं मिली। इस दौरान उसकी आर्थिक स्थिति खस्ता हो गई। लिहाजा वह अवसाद का शिकार होकर मरीज बन बैठी। अब एक अस्पताल में उसका इलाज हो रहा है।
आरोपी महिला ने खुशबू साहू के सर्टिफिकेट के आधार पर पहले महिला आरोपी ने अपना नाम बदल कर खुशबू साहू रख लिया। इसके बाद फर्जी दस्तावेज के आधार पर बतौर चिकित्सक अपनी सेवा देने लगी।
डॉक्टर किस कदर नशे में था इसका अंदाजा इस बात से भी लगाया जा सकता है कि जब उसने देखा कि मोबाइल में वीडियो रिकॉर्ड किया जा रहा है तब भी वह नहीं रुका, बल्कि और गंदी-गंदी गालियां देता रहा।
National Doctor's Day: हर बीमारी के लिए एक स्पेशलिस्ट होता है लेकिन बीमारी का पता न हो तो किस डॉक्टर को दिखाना चाहिए आइए जानते हैं इसका जवाब।
National Doctor's Day: डॉ. बिधान चंद्र रॉय के योगदान को सम्मान देने के लिए 1 जुलाई का दिन ‘डॉक्टर्स डे’ के रूप में मनाया जाता है।
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