कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में हमले के बाद देशभर में डॉक्टरों के बीच आक्रोश बढ़ गया है। देर रात हुए हमले के विरोध में PMCH समेत अन्य मेडिकल कॉलेज के जूनियर डॉक्टर्स ने रात 10 बजे से ओपीडी के साथ-साथ इमरजेंसी सेवा भी ठप करने का फैसला लिया।
कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में महिला डॉक्टर से दुष्कर्म और बेरहमी से हत्या के मामले में हंगामा मचा हुआ है। इस मामले में गुरुवार को बंगाल के राज्यपाल और सीएम दोनों ने ही बयान दिया है।
कोलकाता रेप-मर्डर को लेकर बीती रात एक भीड़ ने अस्पताल परिसर में जमकर उत्पात मचाया। जिसके बाद आज FORDA ने फिर से देशव्यापी हड़ताल की घोषणा कर दी है।
आरजी कर मेडिकल कॉलेज व अस्पताल में हुए तोड़फोड़ मामले में कोलकाता पुलिस सख्त नजर आ रही है। कोलकाता पुलिस ने मामले में एक्शन लेते हुए 9 लोगों को गिरफ्तार किया है।
बीते दिन FORDA ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री से मुलाकात की। इसके बाद हड़ताल वापस लेने की बात कही। वहीं, आज भी दिल्ली एम्स, सफदरजंग अस्पताल सहित कई अस्पतालों में आज भी हड़ताल जारी रहेगी।
कोलकाता में महिला डॉक्टर संग हुए रेप और हत्या मामले में सीबीआई ने केस दर्ज कर लिया है। सीबीआई ने दिल्ली हेडक्वार्टर में केस दर्ज किया है। बता दें कि बुधवार को सीबीआई की टीम घटनास्थल पर पहुंचने वाली है।
कोलकाता में महिला डॉक्टर संग रेप और उसकी हत्या के बाद से डॉक्टरों द्वारा लगातार विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है। इस बीच अब नई दिल्ली स्थित एम्स अस्पताल ने एक डेटा जारी किया है। इस डेटा के मुताबिक अस्पताल में मरीजों की जांच और ऑपरेशन की संख्या में गिरावट दर्ज की गई है।
CBI के आने से पहले सबूत मिटाने की साजिश? कोलकाता के आर जी कर मेडिकल कॉलेज में जिस जगह डॉक्टर के साथ घिनौनी वारदात हुई, उस जगह पर तोड़फोड़ का काम किया जा रहा है।
कोलकाता रेप-मर्डर केस से जुड़ी कई याचिकाओं पर आज कलकत्ता हाईकोर्ट ने सुनवाई की। इस दौरान ममता सरकार को कोर्ट ने कड़ी फटकार लगाई है।
एम्स की तरफ से जारी पत्र में कहा गया है कि भारत के संविधान के अनुच्छेद 21 में निहित जीवन के अधिकार में इलाज से कोई डॉक्टर इनकार नहीं कर सकता। इस संबंध में कोर्ट ने भी आदेश जारी किया है।
कोलकाता के आर जी कर मेडिकल कालेज में डॉक्टर से रेप और हत्या के मामले पर हंगामा मता हुआ है। इस बीच हत्या के अरोपी संजय रॉय के बारे में एक के बाद एक खुलासे हो रहे हैं।
हरियाणा में राज्य के डॉक्टरों ने अपनी कुछ मांगों को लेकर हड़ताल शुरू कर दिया है। इस हड़ताल के कारण सरकारी अस्पतालों में मरीजों को खासा परेशानी हो रही है।
हैदराबाद के गांधी अस्पताल और ओजीएच के करीब एक हजार जूनियर डॉक्टर अपनी ड्यूटी का बहिष्कार कर रहे हैं। अपनी मांगों के समर्थन में तख्तियां लेकर जूनियर डॉक्टरों ने दोनों प्रमुख सरकारी अस्पतालों में विरोध प्रदर्शन किया।
पुलिस द्वारा की गई तथाकथित बदसलूकी के बाद डॉक्टर अपनी नीट पीजी काउंसिलिंग की मांग के अलावा अन्य दो मांगों पर अड़ गए हैं। उनकी मांगे हैं कि पहले दिल्ली पुलिस अपने अभद्र व्यवहार और गलत कार्रवाई के लिए माफी मांगे। वहीं, डॉक्टरों के खिलाफ दर्ज सारे केस वापस लिये जाएं।
भारतीय चिकित्सा संघ (आईएमए) डॉक्टरों पर हमलों के खिलाफ 18 जून को देशव्यापी प्रदर्शन करेगा, जिसका नारा 'रक्षकों को बचाओ' होगा।
अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान के ट्रामा सेंटर में आपात सेवा में तैनात एक जूनियर डॉक्टर के साथ रविवार की रात कथित रूप से हाथापाई और गाली गलौज की घटना के बाद साथी चिकित्सक मंगलवार सुबह तक हड़ताल पर चले गए।
आंदोलन कर रहे डॉक्टरों ने कहा कि वे प्रदर्शन खत्म करने के लिए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से बातचीत को तैयार हैं लेकिन मुलाकात की जगह वे बाद में तय करेंगे।
पश्चिम बंगाल के अस्पतालों में हड़ताल कर रहे डॉक्टरों ने हड़ताल वापस लेने के लिए 6 शर्तें रखी हैं साथ ही मांग की है कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी बिना शर्त माफी मांगें।
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