डायरेक्ट सेलिंग से होने वाली कुल बिक्री में महाराष्ट्र सबसे आगे है। वित्त वर्ष 2021-22 में डायरेक्ट सेलिंग उद्योग की कुल बिक्री में महाराष्ट्र का हिस्सा 12 प्रतिशत था। इसके बाद 10-10 प्रतिशत के साथ प.बंगाल और उत्तर प्रदेश का स्थान है।
डायरेक्ट सेलिंग देश के ग्रामीण क्षेत्रों में पैठ बनाने, लोगों को आजीविका प्रदान करने और बिक्री की कला में कुशल बनाने में मददगार रही है।
भारत में डायरेक्ट सेलिंग उद्योग ने 2015-19 के बीच साल दर साल 16 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की। ग्राहकों को सीधे उत्पाद बेचने वाली कंपनियों के मंच इंडियन डायरेक्ट सेलिंग एसोसिएशन (आईडीएसए) ने यहां जारी अपनी वार्षिक सर्वेक्षण रिपोर्ट में यह जानकारी दी।
उद्योग और आंतरिक व्यापार संवर्द्धन विभाग (डीपीआईआईटी) संबंधित पक्षों की राय लेने के लिये जल्द ही राष्ट्रीय खुदरा नीति का मसौदा जारी करेगा ताकि इस पर टिप्पणियां ली जा सकें।
देश का डायरेक्ट सेलिंग यानी प्रत्यक्ष बिक्री (सीधे ग्राहकों को बेचे जाने वाले उत्पाद) उद्योग 2021 तक 159.3 अरब रुपए के स्तर को छूने का अनुमान है लेकिन स्थाई विकास के लिए कुछ सुधारों की आवश्यकता है।
डायरेक्ट सेलिंग उद्योग को कानूनी दर्जा दिए जाने की मांग के बीच उपभोक्ता मामलों के सचिव अविनाश के श्रीवास्तव ने आज कहा कि प्रस्तावित उपभोक्ता संरक्षण कानून के तहत नियम बनाकर इस क्षेत्र का विनियमन किया जा सकता है।
देश की अग्रणी डायरेक्ट सेलिंग एफएमसीजी कंपनी एमवे इंडिया ने दो नए वैरिएंट पेश कर अपने डियोडोरेंट पोर्टफोलियो का विस्तार किया है।
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