रूस ने जासूसी करने के आरोप में ब्रिटेन के 6 शीर्ष राजनयिकों को अपने देश से बाहर निकाल दिया है। इससे ब्रिटेन में हड़कंप मच गया है।
पाकिस्तान ने इस्लामाबाद में गिरफ्तार 2 भारतीयों को राजनयिक पहुंच प्रदान करने और उसकी जानकारी देने से साफ इनकार कर दिया है। पाक विदेश मंत्रालय ने कहा कि समय-समय पर पहले ऐसी सुविधा दी जाती रही है।
यूक्रेन के बाद ऑस्ट्रिया भी रूस से भिड़ गया है। ऑस्ट्रिया ने रूस के दो राजनयिकों को देश से निष्कासित करके पुतिन के सामने कड़ी चुनौती पेश कर दी है। ऑस्ट्रिया ने इन राजनयिकों पर जासूसी का आरोप लगाया है।
कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने भारत के खिलाफ अपने आरोपों को फिर दोहराया है। हालांकि अब उनके तेवर ठंडे पड़ गए हैं। ट्रूडो ने कहा कि हम अब भी अपने पूर्व के आरोपों पर अडिग हैं। हमारे पास पर्याप्त तथ्य हैं कि खालिस्तानी नेता हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में भारत का हाथ हो सकता है।
भारत और कनाडा के बीच राजनयिक विवाद को लेकर अमेरिका और ब्रिटेन ने चिंता जाहिर की है। इस मामले में दोनों देशों ने भारत और कनाडा को संतुलन बनाए रखने किए लिए कहा है। साथ ही खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या मामले में भारत से सहयोग करने के लिए कहा है।
भारत द्वारा कनाडा के 41 राजनयिकों का निष्कासन किए जाने से कनाडाई पीएम जस्टिन ट्रूडो को तगड़ा झटका लगा है। ट्रूडो ने कहा कि भारत की इस कार्रवाई ने जीवन को कठिन कर दिया है। उन्होंने कहा कि मुझे उन 20 लाख कनाडाई लोगों की विशेष चिंता है, जो अब भारत की विरासत हो चुके हैं।
रूस-यूक्रेन युद्ध के करीब 20 महीने गुजरने के बाद वाशिंगटन और मास्को में तनाव चरम स्तर तक पहुंच गया है। हालत यह है कि रूस और अमेरिका ने एक दूसरे देशों के दो, दो राजनयिकों को अपने देश से बाहर निकाल दिया है। अमेरिका यूक्रेन की लगातार युद्ध में खुली मदद कर रहा है। वहीं रूस इसस मदद का विरोध करता आ रहा है।
उत्तर कोरिया के साथ हथियार डील नहीं करने की चेतावनी को रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने लगता है बदले की भावना से ले लिया है। अमेरिका द्वारा रूसी राष्ट्रपति पुतिन और उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग के बीच मुलाकात होने के बाद जो बाइडेन की ओर से रूस को हथियार खरीद को लेकर कड़ी चेतावनी दी गई थी।
बांग्लादेश एक मामले में अमेरिका और ब्रिटेन समेत 13 देशों पर खफा हो गया है। इनमें कनाडा, डेनमार्क, फ्रांस, जर्मनी, इटली, नीदरलैंड, नॉर्वे, स्पेन, स्वीडन, यूरोपीय संघ और स्विट्जरलैंड भी शामिल हैं। दरअसल इन देशों ने संयुक्त रूप से बांग्लादेश के एक निजी मामले में बयान जारी किया था। यह बात बांग्लादेश को नागवार गुजरी है।
अमेरिका ने एक बयान में कहा कि रूसी राजनयिकों ने ‘‘जासूसी गतिविधियों में शामिल होकर अमेरिका में रहने के अपने अधिकार का दुरुपयोग किया है, जो हमारी राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए नुकसानदेह है।’’
क्यूबा की राजधानी हवाना में 2016 से 2018 के बीच नियुक्त रहे अमेरिका और कनाडा के राजनयिकों में दिखे अजीबो-गरीब लक्षणों का रहस्य और गहरा गया है।
क्यूबा के अधिकारियों ने आज कहा कि वह अब भी रहस्यमयी तरीके से अमेरिकी राजनयिकों के बीमार पड़ने की गुत्थी नहीं सुलझा पाए हैं। हवाना में तैनात अमेरिका के 20 से ज्यादा अधिकारियों को दिमागी चोटे आई थी जिसके बारे में अमेरिकी विदेश मंत्रालय का कहना था कि यह ‘‘स्वास्थ्य हमले’’ का परिणाम हो सकता है।
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कहा कि अमेरिका के 755 राजनयिकों को रूस से हटना होगा और चेतावनी दी कि हो सकता है कि वॉशिंगटन के साथ लंबे समय तक संबंधों में सुधार नहीं हो।
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