दिनेश कार्तिक ने बांग्लादेश के खिलाफ 8 गेंदों में 29 रन बनाए थे।
निदाहास ट्रॉफ़ी फ़ाइनल में 8 गेंदों पर 29 रन की मैच जिताऊ पारी खेलने वाले दिनेश कार्तिक ने गत रविवार को वो कर दिखाया जो कम ही लोग कर पाते हैं
निदाहास ट्रॉफ़ी फ़ाइनल में आख़िरी बॉल पर छक्का लागाकर सनसनीख़ेज़ जीत दिलाने वाले विकेटकीपर बल्लेबाज़ दिनेश कार्तिक का कहना है कि ये सब उनके कर्मों की वजह से संभव हो सका.
भारत और बांग्लादेश के बीच निदास ट्रॉफी फाइनल मैच के आख़िरी ओवर के बारे में विजय संकर ने कहा कि मैं सोचे जा रहा था कि मेरे साथ क्या होगा .
दिलचस्प बात यह है कि कार्तिक ने सितंबर 2004 में इंग्लैंड में चैंपियन्स ट्रॉफी के दौरान अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में पदार्पण किया था जबकि धोनी ने इसके तीन महीने बाद दिसंबर में बांग्लादेश के खिलाफ द्विपक्षीय श्रृंखला में अपना पहला अंतरराष्ट्रीय मैच खेला..
दिनेश कार्तिक ने निदाहास ट्रॉफी के फाइनल में बांग्लादेश के मुंह से जीत छीनी थी।
दिनेश कार्तिक ने फाइनल मुकाबले में बेहतरीन बल्लेबाजी कर भारत को जीत दिलाई थी।
दिनेश कार्तिक ने 13 साल के करियर में सिर्फ 79 वनडे ही खेले हैं।
दिनेश कार्तिक ने निदाहास ट्रॉफी के फाइनल में छक्का लगाकर भारत को जीत दिलाई थी।
कार्तिक इस छक्के के साथ ही ऋषिकेश कानिटकर और जोगिंदर शर्मा जैसे खिलाड़ियों की श्रेणी में शामिल हो गये है जिन्होंने बड़े टूर्नामेंट के फाइनल की तनावपूर्ण स्थिति में टीम को जीत दिलायी।
भला हम ऐसा क्यों कह रहे हैं कि दिनेश कार्तिक ने ये पारी सिर्फ जीत के लिए नहीं खेली बल्कि उनकी इस पारी के पीछे एक बहुत बड़ा मैसेज छिपा हुआ है। तो चलिए हम आपके लिए इस बात का खुलासा कर ही देते हैं।
रविवार को निदाहास ट्रॉफ़ी फ़ाइनल में बांग्लादेश पर भारत की हैरतअंगेज़ जीत की सब तरफ सराहना हो रही है ख़ासकर दिनेश कार्तिक की जो इस मैच के हीरो रहे लेकिन अमिताभ बच्चन को उनसे माफी मांगनी पड़ी.
भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने कहा कि स्थिति कैसी भी हो दिनेश कार्तिक अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने के लिये हमेशा तैयार रहता है तथा उनका अनुभव और कई शाट जमाने में महारत के कारण वह डेथ ओवरों में भारत के लिये आदर्श खिलाड़ी बन जाते हैं।
इस मैच में बांग्लादेश की हार की बड़ी वजह दिनेश कार्तिक की तूफानी बल्लेबाजी के अलावा बांग्लादेश के कप्तान शाकिब अल हसन का अटपटा फैसला भी रहा। जी हां हम आपको बताएंगे शाबिक की कप्तानी में हुई वो चूक जिसकी वजह से वो खिताब से दूर ही रह गए।
रविवार को कोलंबो में निदाहास ट्रॉफ़ी फ़ाइनल में वो हुआ जिसकी किसी को उम्मीद भी नहीं थी. एक समय तो लगा कि इंडिया मैच के बाहर हो गई है लेकिन दिनेश कार्तिक की जादुई पारी ने सब कुछ बदल कर रख दिया.
दिनेश कार्तिक ने भारत को हारा हुआ मैच जिताकर रचा इतिहास।
दिनेश कार्तिक ने आखिरी गेंद में छक्का लगाकर भारत को जीत दिलाई।
भारतीय टीम के विकेटकीपर बल्लेबाज दिनेश कार्तिक को पता है कि एक टूर्नामेंट में खराब प्रदर्शन करना उन्हें टीम से बाहर कर सकता है लेकिन वह इस दवाब की स्थिति में शानदार प्रदर्शन के बूते भुनाना चाहते हैं।
भारतीय टीम फिलहाल श्रीलंका दौरे पर है और वहां निदाहास ट्रॉफी खेल रही है।
दिनेश कार्तिक को कोलकाता नाइट राइडर्स ने अपना कप्तान बनाया है।
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