मध्य प्रदेश में 15 सालों की राजनीतिक वनवास के बाद सत्ता में आई कांग्रेस के दिग्गजों के बीच आपसी टकरार थमने का नाम नहीं ले रही है।
15 सालों बाद मध्य प्रदेश की सियासत पर काबिल हुई कांग्रेस के लिए सत्ता का सिंहासन आसान नहीं दिखाई दे रहा है। विपक्ष की भूमिका खुद कांग्रेसी अदा करते नजर आ रहे हैं।
मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के गाय सुरक्षा को लेकर किए गए ट्वीट पर प्रदेश के वर्तमान मुख्यमंत्री कमलनाथ ने जवाब दिया।
मध्यप्रदेश में हर पंचायत में गौशाला खोलने के दावे और वादे के साथ आई कमलनाथ सरकार पर दिग्गज कांग्रेसी नेता दिग्विजय सिंह ने ही सवाल खड़े कर दिए हैं।
लोकसभा चुनावों में मिली करारी हार के बाद कांग्रेस द्वारा राफेल मुद्दा छोड़ दिये जाने की बात खारिज करते हुए पार्टी के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने बुधवार को कहा कि नरेंद्र मोदी सरकार को इस जंगी जहाज की वास्तविक कीमत का खुलासा करना चाहिये।
कांग्रेस के दिग्गज नेता दिग्विजय सिंह ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रमुख मोहन भागवत के नागपुर में एकजुटता पर दिए एक बयान पर कटाक्ष करते हुए कहा कि जिस दिन वह इस संदेश का पालन करने लगेंगे उस दिन देश की भीड़ हत्या एवं नफरत जैसी सारी समस्या समाप्त हो जाएगी।
कांग्रेस के दिग्गज नेता एवं मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने शनिवार को कहा कि भाजपा को बताना चाहिए कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी का हत्यारा नाथूराम गोडसे देशभक्त था या नहीं।
इंदौर में गांधी जयंती पर हुए एक कार्यक्रम के दौरान दिग्विजय सिंह ने बहुसंख्यको के सांप्रदायिक होने पर चिंता क्या जताई बीजेपी ने दिग्विजय सिंह और कांग्रेस के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। बीजेपी ने तो यहां तक कह दिया कि दिग्विजय सिंह चाहे तो पाकिस्तान में जाकर रह ले, वहां उन्हें बिना वीजा के भी रख लिया जाएगा।
दिग्विजय ने कहा कि जिस दिन संसद में अनुच्छेद 370 हटाया गया, उस दिन अगर महात्मा गांधी जिंदा होते, तो वह उसी दिन दिल्ली के लाल किले से श्रीनगर के लाल चौक की अपनी यात्रा की घोषणा कर देते।
पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह द्वारा मंगलवार को राजधानी भोपाल में हुए संत समागम में दिए गए बयान के बाद हिंदू संगठनों में आक्रोश दिखाई दे रहा है।
भोपाल में कांग्रेस के सीनियर लीडर दिग्विजय सिंह के खिलाफ़ पोस्टर चिपकाये गये हैं। जिसमें दिग्विजय सिंह को मंदिरों में आने ना देने की बात लिखी गई है।
भाजपा और बजरंग दल के बारे में कथित तौर पर अपमानजनक बयान देने को लेकर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह के खिलाफ बुधवार को दिल्ली की एक अदालत में मानहानि का मामला दायर किया गया।
भगवा पहनने वालों पर दिए विवादित बयान के बाद दिग्विजय सिंह ने ट्वीट पर दी सफाई दी है। दिग्विजय सिंह ने कहा- "हिंदू संत हमारी सनातन आस्था का प्रतीक हैं। इसीलिए उनसे उच्चतम आचरण की अपेक्षा है।
प्रदेश के वन मंत्री उमंग सिंघार द्वारा पार्टी नेता दिग्विजय को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष को लिखे गए पत्र से खफा दिग्विजय समर्थकों ने गुरुवार को मंत्री पर निशाना साधा और उन पर भाजपा को फायदा पहुंचाने का आरोप लगाया।
मध्यप्रदेश कांग्रेस की गुटबाजी अब चारदीवारी से बाहर सड़क पर आ गई है। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष पद की दौड़ में आपसी रस्साकसी का ही नमूना है कि कमलनाथ सरकार के वन मंत्री दिग्विजय को ब्लैकमेलर कहते हैं तो इसी सरकार के कानून मंत्री वन मंत्री के बयान को पीसीसी चीफ बनने का सुर्खियों वाला फॉर्मूला बताते हैं।
मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह द्वारा मंत्रियों को लिखे गए खत के सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद हमलावर हुए वन मंत्री उमंग सिंघार के बयानों से राज्य की सियासत गरम हो गई है।
मध्य प्रदेश में 8 महीने पुरानी कांग्रेस सरकार की आपसी लड़ाई सड़कों पर आ गई है। कमलनाथ सरकार में वन मंत्री उमंग सिंगार ने दिग्विजय सिंह को एजेंट बताया है।
मध्यप्रदेश के वन मंत्री उमंग सिंघार ने कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी को पत्र लिख कर आरोप लगाया है कि दिग्विजय सिंह स्वंय को प्रदेश में "पावर सेंटर" के रूप में स्थापित कर कमलनाथ सरकार को अस्थिर करने का प्रयास कर रहे हैं।
मध्यप्रदेश में जब से कमलनाथ ने सूबे के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली है, तभी से भाजपा और कांग्रेस में जमकर रार हो रही है, एक तरफ जहां कांग्रेस पर भाजपा को सरकार अस्थिर करने का आरोप लगाती है, तो वहीं दूसरी तरफ भाजपा कमलनाथ सरकार को ढाई मुख्यमंत्रियों वाली सरकार बताती है।
भाजपा और बजरंग दल को लेकर दिग्विजय सिंह द्वारा दिए गए विवादित बयान पर मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पलटवार किया है। उन्होंने कहा है कि दिग्विजय सिंह सुर्खियों में बने रहने के लिए विवादित बयान देते हैं।
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