सर्वे में शामिल कर्मियों में से करीब 95 प्रतिशत ने कहा कि उन्हें और डिजिटल कौशल की आवश्यकता है
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा है कि केंद्रीय बैंक द्वारा संचालित डिजिटल मुद्रा के स्पष्ट लाभ हैं और ‘डिजिटल रुपया’ लाने का फैसला भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) की सलाह से सोच-समझकर लिया गया है।
बताया जा रहा है ये एग्रीमेंट लेटर मोबाइल वाई-फाई डिजिटल इंडिया की तरफ से भेजा गया है। वायरल हो रहे एग्रीमेंट लेटर में एडवांस में 30 लाख रुपये भुगतान और 20 साल का एग्रीमेंट की बात कही गई है, लेकिन क्या ऐसा सच में है?
डिजिटल मुद्रा में भारतीय करेंसी की तरह विशिष्ट अंक होंगे। यह ‘फ्लैट’ मुद्रा से भिन्न नहीं होगी। यह उसका डिजिटल रूप होगा। एक प्रकार से कह सकते हैं।
डिजिटल रुपया में आप छूने का अहसास नहीं कर पाएंगे जो अभी प्रचलन में मुद्रा के साथ कर पाते हैं। आप डिजिटल रुपया को घर या पर्स में नहीं रख पाएंगे।
वित्तमंत्री सीतारमन ने 5जी पर कहा कि 2022 में 5-G सर्विस शुरू करेंगे। गांवों तक ब्रॉडबैंड सर्विस शुरू होगी। हर गांव तक इंटरनेट पहुंचाने का लक्ष्य है। इसके लिए दूरदराज के गांवों में आॅप्टिकल फाइबर 2025 तक डालने पर जोर दिया जाएगा। वित्त मंत्री सीतारमण ने कहा कि डिजिटल अवसंरचना को बढ़ावा देने के लिए ‘देश स्टैक ई-पोर्टल’ शुरू किया जाएगा। उन्होंने कहा कि ई—वाहनों को बढ़ावा दिया जाएगा। शहरों में इलेक्ट्रॉनिक चार्जिंग स्टेशन बढ़ाए जाएंगे। शहरों में बैटरी अदला—बदली की जा सकेगी।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने लोकसभा में 2022 23 का बजट पेश कर दिया है। वित्त मंत्री अपने बजट भाषण की बड़ी घोषणाएं पढ़ रही हैं। यह बतौर वित्तमंत्री वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण का चौथा और कोरोना संकट के बीच दूसरा आम बजट है। वित्त मंत्री ने कहा है कि RBI डिजिल करेंसी लॉन्च करेगी।
आप अब डिजिटल रूप से सोना खरीद सकते हैं। इसके अलावा आप गोल्ड ईटीएफ में निवेश कर सकते हैं। आइए जानते हैं ऐसे ही कुछ विकल्पों के बारे में।
रिजर्व बैंक क्रिप्टोकरेंसी के खिलाफ कई बार राय व्यक्त कर चुका है। वह इसे देश की वित्तीय स्थिरता के लिए गंभीर मानता है।
थोक डिजिटल मुद्रा के मामले में काफी काम हुआ है, जबकि खुदरा मामला थोड़ा जटिल है और इसमें कुछ समय लगेगा।
पीएम मोदी ने कहा कि डिजिटल युग हमारे चारों ओर सब कुछ बदल रहा है। इसने राजनीति, अर्थव्यवस्था और समाज को फिर से परिभाषित किया है।
RBI to organize its first global hackathon with the theme 'smarter digital payments'
डिजिटल इंडिया मिशन के बाद सरकारी दफ्तरों की तस्वीरें बदलने लगी हैं। हालांकि अभी भी 10 लाख फाइलों को डिजिटल स्वरूप में बदला जाना बाकी है।
आरबीआई द्वारा सीबीडीसी की पेशकश के लिए एक मजबूत प्रेरक कारक है। सीबीडीसी के साथ नकदी का वजूद भी बना रहेगा।
विनिर्माण, इंजीनियरिंग तथा डिजिटलीकरण में अप्रयुक्त अवसर अगले 5 साल में 1,000 अरब डॉलर की डिजिटल अर्थव्यवस्था की हमारी संकल्पना को साकार करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं।
भारत का मौजूदा फिनटेक बाजार 31 अरब डॉलर का है जो कि साल 2025 तक 84 अरब डॉलर तक पहुंच सकता है। पिछले महीने यूपीआई के जरिये रिकॉर्ड 3.6 अरब लेन देन किये गये
फ्यूचर कंज्यूमर लिमिटेड (एफसीएल) को उम्मीद है कि कोविड-19 महामारी के कारण उपभोक्ताओं के ऑनलाइन शॉपिंग की ओर रुख करने का चलन लंबे समय तक कायम रहेगा।
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) केंद्रीय बैंक डिजिटल मुद्रा (CBDC) के लिए चरणबद्ध कार्यान्वयन रणनीति पर काम कर रहा है और इस साल के अंत तक इसे लॉन्च किया जा सकता है।
सार्थक दासगुप्ता द्वारा निर्देशित, 200 - हल्ला हो! में दिखाया गया है कि कैसे 200 दलित महिलाओं ने एकजुट होकर एक गैंगस्टर, लुटेरे और सीरियल रेपिस्ट को खुली अदालत में पीट-पीट कर कानून और न्याय अपने हाथों में ले लिया था।
भारत में पिछले 250 दिनों में डिजिटल लेनदेन में 80 प्रतिशत की वृद्धि हुई है और घरेलू सेवा उद्योग (जैसे बढ़ईगीरी, प्लंबिंग और बहुत कुछ) ने डिजिटल भुगतान को अपनाना शुरू कर दिया है, जिससे लेनदेन में 138 की वृद्धि हुई है।
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