जैसे-जैसे यूपीआई और लचीले क्रेडिट विकल्प आम होते जा रहे हैं, भविष्य उनका है जो समावेशी विकास और वित्तीय लचीलापन को बढ़ावा देने के लिए इन उपकरणों का जिम्मेदारी से लाभ उठाते हैं।
महावितरण की वसूली मुहिम के दौरान एक ग्राहक ने अपना बिजली बिल 1 और 2 रुपए के सिक्कों का भुगतान कर चुकाया। जिसे गिनने में बिजली विभाग के कर्मचारियों को 5 घटे लग गए और उनके पसीने छूट गए। इस वाकये का वीडियो भी सामने आया है।
इस साल की शुरुआत में पेटीएम की सहयोगी कंपनी पेटीएम पेमेंट्स बैंक लिमिटेड (पीपीबीएल) पर भारतीय रिजर्व बैंक के प्रतिबंध लगाए जाने से पेटीएम को तगड़ा झटका लगा था।
फेस्टिवल सीजन के दौरान, खरीदारी बढ़ने के बीच ग्राहक यह भूल जाते हैं कि उन्होंने क्या ऑर्डर किया है, जिससे वे फिशिंग स्कैम की चपेट में आ सकते हैं। फर्जी डिलीवरी के नोटिफिकेशन से बचने के लिए हमेशा पेमेंट लिंक पर क्लिक करने से पहले उसे दोबारा जांच लें।
सिर्फ 2024 की पहली छमाही में 78 अरब से ज्यादा ट्रांजैक्शन हुए हैं, जो कि साल 2023 की पहली छमाही के मुकाबले वॉल्यूम में 52 प्रतिशत की बढ़ोतरी है।
वर्धा में राष्ट्रीय 'पीएम विश्वकर्मा कार्यक्रम प्रदर्शनी' के दौरान पीएम मोदी शिल्पकार से पूछते हैं कि आपसे मुझे क्या खरीदना चाहिए। इसके बाद कारीगर पीएम मोदी को भगवान जगन्नाथ की कलाकृति खरीदने के लिए कहता है। पीएम मोदी के मूर्ति खरीदने और डिजिटल भुगतान करने का वीडियो सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर वायरल हो रहा है।
आईएमपीएस और यूपीआई इंस्टैंट और सेफ फंड ट्रांसफर के ये दो पॉपुलर ऑप्शन उपलब्ध हैं। ये दोनों बैंकिंग सर्विस काम तो एक ही करती हैं लेकिन इनके फीचर्स में विभिन्नता हैं।
एक रिपोर्ट में कहा गया है कि करीब 41 प्रतिशत कारोबारियों को अपनी बिक्री का 25 प्रतिशत से कम डिजिटल भुगतान के माध्यम से मिलता है जबकि लगभग 15 प्रतिशत कारोबारियों को बिक्री का 50 प्रतिशत से ज्यादा डिजिटल भुगतान के जरिये मिलता है।
जून में यूपीआई औसत दैनिक लेन-देन की संख्या 46.3 करोड़ थी और औसत दैनिक राशि 66,903 करोड़ रुपये थी। विश्व के डिजिटल लेनदेन में भारत की हिस्सेदारी लगभग 46% है।
Online Payment Fraud के मामलों में बेतहाशा बढ़ोतरी हुई है। भारतीय रिजर्व बैंक ने पिछले वित्त वर्ष में होने वाले फ्रॉड का डेटा शेयर किया है, जो चौंकाने वाला है। जितनी तेजी से UPI पेमेंट की संख्यां बढ़ी है, उतनी ही तेजी से ऑनलाइन फ्रॉड के मामलों में भी इजाफा हुआ है।
अदानी ग्रुप भारत के तेजी से बढ़ते, सरकार समर्थित सार्वजनिक ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म, ओपन नेटवर्क फॉर डिजिटल कॉमर्स (ओएनडीसी) के माध्यम से ऑनलाइन शॉपिंग की पेशकश करने के लिए बातचीत कर रही है।
आपने आज तक कई जगहों पर डिजिटल तरीके से पेमेंट किया होगा। मगर वायरल वीडियो में जैसा इस्तेमाल देखने को मिला, आपने अपने सपने में भी ऐसा नहीं सोचा होगा।
इस समय सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में जो नजारा देखने को मिला, उसे देखकर आप भी दंग हो जाएंगे। वीडियो में डिजीटल पेमेंट का अलग ही इस्तेमाल होता नजर आ रहा है।
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने अस्पतालों और शैक्षणिक संस्थानों के लिए UPI लेनदेन की सीमा भी 1 लाख रुपये से बढ़ाकर 5 लाख रुपये कर दी है।
भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने म्यूचुअल फंड की सदस्यता, बीमा प्रीमियम के भुगतान और क्रेडिट कार्ड बिल भुगतान के लिए प्रति लेनदेन की सीमा को बढ़ा दिया है।
भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम (एनपीसीआई) और भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) इस बदलाव को मूर्त रूप देने के लिए सोसायटी फॉर वर्ल्डवाइड इंटरबैंक फाइनेंशियल टेलीकम्यूनिकेशन यानी SWIFT के साथ सक्रिय रूप से चर्चा में लगे हुए हैं।
अक्टूबर 2016 में, BHIM-UPI पर ट्रांजैक्शन की संख्या सिर्फ 1.031 लाख थी, जिसका मूल्य महज 48 करोड़ रुपये था। आज साल 2023 की पहली छमाही में यूपीआई से ट्रांजैक्शन (UPI transaction) की संख्या बढ़कर 51.91 अरब हो गई है।
नए प्रोडक्ट्स में से एक है Hello! UPI, जो यूजर्स को हिंदी और अंग्रेजी में ऐप्स, टेलीकॉम कॉल और IoT डिवाइस के जरिये वॉयस-एनेबल्ड UPI पेमेंट करने में सक्षम करेगा।
डिजिटल पेमेंट के लिए आज फोन पे, गूगल पे, यूपीआई, पेटीएम जैसे कई प्लेटफॉर्म मौजूद है। आप अपनी सुविधा के अनुसार किसी भी एक प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल कर सकते हैं। गूगल पे अपने यूजर्स को ऑनलाइन पेमेंट के लिए कई तरह के सिक्योरिटी फीचर्स देता है।
Digital Payment: भारत में डीपीआई ने सरकारी व्यवस्था में पारदर्शिता बढ़ाने के साथ महिलाओं के लिए निर्धारित राशि का बेहतर इस्तेमाल सुनिश्चित किया है।
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