कैलीफोर्निया में जैन समुदाय के लोगों ने महावीर जयंती के अवसर पर बड़ा आंदोलन शुरू किया है। 'डिजिटल डीटॉक्स' अभियान को शुरू करते हुए जैन समुदाया के नेता ने कहा कि डिजिटल स्क्रीन से दूरी है जरूरी।
कूड़ेदानों में 'सर्च', 'अनलॉक' और 'डाउनलोड' बटन्स को देख लोग हैरान थे। सोशल मीडिया पर इन वीडियो और फोटोज़ को पोस्ट कर वे पूछ रहे थे कि आखिर ये क्या है? जिसका जवाब अब लोगों को मिल चुका है।
आज जब इन इलेक्ट्रॉनिक डिवाइसेस से कुछ मिनट भी दूर रह पाना मुश्किल हो गया है ऐसे में महाराष्ट्र में एक ऐसा गांव है जहां लोग शाम को करीब 2 घंटे तक डिजिटल दुनिया के इन उपकरणों को पूरी तरह से बंद कर देते हैं। इसे पूरी प्रक्रिया को डिजिटल डिटॉक्स के नाम से जाना जाता है।
कल्पना करें यदि आपके सभी सोशल मीडिया अकाउंट जैसे फेसबुक, इंस्टाग्राम, व्हाट्सएप, स्नैपचैट और ट्विटर एक निश्चित अंतराल के लिए काम करना बंद कर दें, तो क्या आप चिंतित, घबराए हुए या फिर शांत रहेंगे?
बच्चों और वयस्कों में इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स के लगातार उपयोग को रोकने के प्रायोगिक तरीके बताते हुए मनोचिकित्सकों ने आगाह किया है कि डिजिटल लत वास्तविक है और यह उतनी ही खतरनाक हो सकती है जितनी की नशे की लत।
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