मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में डिजिटल अरेस्ट का एक मामला सामने आया है। हालांकि युवक की जागरुकता की वजह से डिजिटल अरेस्ट की कोशिश नाकाम हो गई। इसका वीडियो भी सामने आया है।
गांव के लोगों का कहना है कि आरोपियों ने नौकरी लगवाने के नाम पर कई लोगों से पैसे लिए थे और शिकायत दर्ज होने पर कुछ पैसे लौटाए भी थे। वहीं, उनके परिवार के लोगों का कहना है कि उन्हें नहीं पता कि कैसे करोड़ों रुपये उनके खाते में आए और निकल गए।
पिछले कुछ समय में साइबर फ्रॉड और स्कैम के मामले में तेजी से बढ़ोतरी हुई है। अब सरकार की तरफ से TRAI के नाम से की जा रही है धोखाधड़ी से देशभर के करोड़ों मोबाइल यूजर्स को सावधान किया है। सरकार ने TRAI के नाम पर आने वाली धमकी से अलर्ट रहने के लिए कहा है।
राजस्थान के जोधपुर में हिंदुस्तान पेट्रोलियम के रिटायर्ड मैनेजर को साइबर ठगों ने डिजिटल अरेस्ट कर एक करोड़ 84 लाख 50 हजार रुपये की ठगी कर डाली।
How to avoid digital arrest : कानून में डिजिटल अरेस्ट का कोई प्रावधान नहीं है। क्राइम करने पर असली वाली गिरफ्तारी होती है।
भोपाल की महिला डॉक्टर को जालसाजों ने घर के अंदर ही डिजिटल अरेस्ट कर लिया। महिला डॉक्टर को जान से मारने की धमकी भी दी गई। डर के मारे महिला डॉक्टर ने जालसाजों के खाते में 10 लाख रुपये ट्रांसफर भी कर दिए।
Digital Arrest का एक बड़ा मामला सामने आया है, जिसमें IIT बॉम्बे के छात्र से लाखों रुपये की ठगी गई है। स्कैमर्स ने TRAI अधिकारी बनकर छात्र को डराया-धमकाया, फिर उसके अकाउंट से 7.29 लाख रुपये लूट लिए।
आजकल हर कोई इंटरनेट की दुनिया से जुड़ा है। इंटरनेट की पहुंच बढ़ने के साथ ही ऑनलाइन फ्रॉड और स्कैम के मामले भी तेजी से बढ़े हैं। सरकार ने लोगों को साइबर फ्रॉड के बढ़ते मामलों से राहत दिलाने के लिए एक बड़ा कदम उठाया है। सरकार ने डिजिटल फ्रॉड से जुड़े लाखों मोबाइल नंबर को बंद कर दिया है।
Digital Arrest Fraud के तेजी से बढ़ रहे मामलों के बीच सरकार ने बड़ी कार्रवाई की है। 17,000 से ज्यादा WhatsApp अकाउंट ब्लॉक करने का निर्देश जारी किया है। इनमें से ज्यादातर नंबर कंबोडिया, म्यामांर लाओस और थाईलैंड से एक्टिव थे।
अश्विनी वैष्णव ने कहा, “हमें इन संघर्षों को नहीं भूलना चाहिए, क्योंकि इतिहास खुद को दोहराता है और जो लोग इतिहास को भूल जाते हैं, उन्हें फिर से उन्हीं चुनौतियों का सामना करना पड़ता है।
केरल पुलिस के त्रिशूर साइबर सेल ने एक ठग का वीडियो शेयर किया है। जिसमें वह ठग नकली पुलिस वाला बनकर लोगों को चूना लगाने की फिराक में था लेकिन उसकी किस्मत इतनी खराब थी कि उसने स्कैम करने के लिए पुलिस को ही वीडियो कॉल कर दिया।
बदमाशों ने 6 घंटे तक विडियो कॉल में रहते हुए व्यापारी को घर में कैद रखा। इस दौरान उससे 10 लाख से ज्यादा पैसे भी लूट लिए।
केरल पुलिस ने एक वीडियो को शेयर किया है जिसे देखने के बाद आप अपनी हंसी को रोकना चाहेंगे पर रोक नहीं पाएंगे। वीडियो में एक ठगी को पोपट होते हुए देखेंगे।
देश की राजधानी दिल्ली से डिजिटल अरेस्ट का एक बड़ा ही चौंकाने वाला मामला सामने आया है। रोहिणी में रिटायर्ड इंजीनियर से 10 करोड़ रुपये की ठगी की गई है।
भोपाल में साइबर अपराधियों ने एक इंजीनियर को अपना शिकार बनाया। जालसाजों ने खुद को मुंबई पुलिस का अधिकारी बताते हुए उन्हें 6 घंटे तक डिजिटल अरेस्ट रखा।
सूरत पुलिस ने एक बड़े साइबर क्राइम नेटवर्क का भंडाफोड़ करते हुए गिरोह के चार सदस्यों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आरोपियों में से एक मुंबई का रहने वाला है।
अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव के बाद से दुनिया की सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी इस सप्ताह में सबसे अधिक आकर्षक मूवर्स में से एक बन गई है। बीते बुधवार को लाभ कम करने से पहले इसने 93,480 डॉलर का रिकॉर्ड लेवल छुआ।
पिछले कुछ दिनों से डिजिटल अरेस्ट स्कैम की चर्चा कुछ ज्यादा हो रही है। देश में ऐसे मामले बढ़ रहे हैं। आखिर ये डिजिटल अरेस्ट स्कैम क्या है और यह साइबर ठगी के अन्य मामलों से कैसे अलग है?
मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से डिजिटल अरेस्ट की घटना सामने आई है। भोपाल पुलिस ने समय पर पहुंच कर कारोबारी को बचा लिया और उसके करोड़ों रुपये बच गए।
अब फोन करके ओटीपी मांगने का ट्रेंड पुराना हो चुका है। अब स्कैमर्स लोगों को डिजिटल अरेस्ट का अपना शिकार बनाकर करोड़ों की कमाई कर रहे हैं। अगर ऐसी स्थिति में आप कभी फंस जाएं तो आपको क्या करना चाहिए, चलिए बताते हैं।
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