आजकल हर कोई इंटरनेट की दुनिया से जुड़ा है। इंटरनेट की पहुंच बढ़ने के साथ ही ऑनलाइन फ्रॉड और स्कैम के मामले भी तेजी से बढ़े हैं। सरकार ने लोगों को साइबर फ्रॉड के बढ़ते मामलों से राहत दिलाने के लिए एक बड़ा कदम उठाया है। सरकार ने डिजिटल फ्रॉड से जुड़े लाखों मोबाइल नंबर को बंद कर दिया है।
Digital Arrest Fraud के तेजी से बढ़ रहे मामलों के बीच सरकार ने बड़ी कार्रवाई की है। 17,000 से ज्यादा WhatsApp अकाउंट ब्लॉक करने का निर्देश जारी किया है। इनमें से ज्यादातर नंबर कंबोडिया, म्यामांर लाओस और थाईलैंड से एक्टिव थे।
अश्विनी वैष्णव ने कहा, “हमें इन संघर्षों को नहीं भूलना चाहिए, क्योंकि इतिहास खुद को दोहराता है और जो लोग इतिहास को भूल जाते हैं, उन्हें फिर से उन्हीं चुनौतियों का सामना करना पड़ता है।
केरल पुलिस के त्रिशूर साइबर सेल ने एक ठग का वीडियो शेयर किया है। जिसमें वह ठग नकली पुलिस वाला बनकर लोगों को चूना लगाने की फिराक में था लेकिन उसकी किस्मत इतनी खराब थी कि उसने स्कैम करने के लिए पुलिस को ही वीडियो कॉल कर दिया।
बदमाशों ने 6 घंटे तक विडियो कॉल में रहते हुए व्यापारी को घर में कैद रखा। इस दौरान उससे 10 लाख से ज्यादा पैसे भी लूट लिए।
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के मद्देनजर कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने कहा कि महाराष्ट्र में चोरी की सरकार है। वहीं उन्होंने जातिगत जनगणना और भाजपा के नारे 'एक रहेंगे तो सुरक्षित रहेंगे' पर भी बयान दिया है।
केरल पुलिस ने एक वीडियो को शेयर किया है जिसे देखने के बाद आप अपनी हंसी को रोकना चाहेंगे पर रोक नहीं पाएंगे। वीडियो में एक ठगी को पोपट होते हुए देखेंगे।
देश की राजधानी दिल्ली से डिजिटल अरेस्ट का एक बड़ा ही चौंकाने वाला मामला सामने आया है। रोहिणी में रिटायर्ड इंजीनियर से 10 करोड़ रुपये की ठगी की गई है।
भोपाल में साइबर अपराधियों ने एक इंजीनियर को अपना शिकार बनाया। जालसाजों ने खुद को मुंबई पुलिस का अधिकारी बताते हुए उन्हें 6 घंटे तक डिजिटल अरेस्ट रखा।
सूरत पुलिस ने एक बड़े साइबर क्राइम नेटवर्क का भंडाफोड़ करते हुए गिरोह के चार सदस्यों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आरोपियों में से एक मुंबई का रहने वाला है।
अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव के बाद से दुनिया की सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी इस सप्ताह में सबसे अधिक आकर्षक मूवर्स में से एक बन गई है। बीते बुधवार को लाभ कम करने से पहले इसने 93,480 डॉलर का रिकॉर्ड लेवल छुआ।
पिछले कुछ दिनों से डिजिटल अरेस्ट स्कैम की चर्चा कुछ ज्यादा हो रही है। देश में ऐसे मामले बढ़ रहे हैं। आखिर ये डिजिटल अरेस्ट स्कैम क्या है और यह साइबर ठगी के अन्य मामलों से कैसे अलग है?
मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से डिजिटल अरेस्ट की घटना सामने आई है। भोपाल पुलिस ने समय पर पहुंच कर कारोबारी को बचा लिया और उसके करोड़ों रुपये बच गए।
अब फोन करके ओटीपी मांगने का ट्रेंड पुराना हो चुका है। अब स्कैमर्स लोगों को डिजिटल अरेस्ट का अपना शिकार बनाकर करोड़ों की कमाई कर रहे हैं। अगर ऐसी स्थिति में आप कभी फंस जाएं तो आपको क्या करना चाहिए, चलिए बताते हैं।
डिजिटल गोल्ड को ऑनलाइन प्लेटफॉर्म से डिजिटली खरीदा जा सकता है। ये 24 कैरेट गोल्ड का एक इलेक्ट्रॉनिक फॉर्म है, जो आपके डिजिटल गोल्ड वॉलेट में रहता है।
इस साल की शुरुआत में पेटीएम की सहयोगी कंपनी पेटीएम पेमेंट्स बैंक लिमिटेड (पीपीबीएल) पर भारतीय रिजर्व बैंक के प्रतिबंध लगाए जाने से पेटीएम को तगड़ा झटका लगा था।
फेस्टिवल सीजन के दौरान, खरीदारी बढ़ने के बीच ग्राहक यह भूल जाते हैं कि उन्होंने क्या ऑर्डर किया है, जिससे वे फिशिंग स्कैम की चपेट में आ सकते हैं। फर्जी डिलीवरी के नोटिफिकेशन से बचने के लिए हमेशा पेमेंट लिंक पर क्लिक करने से पहले उसे दोबारा जांच लें।
ठग ने कहा कि मानव तस्करी के पैसे बुजुर्ग के खाते में आए हैं। इस वजह से जांच जरूरी है। इसके बाद वसूली के नाम पर 60 लाख रुपये से ज्यादा ठग लिए।
ब्रिक्स की संभावित मुद्रा के बारे में पुतिन ने कहा कि सदस्य देशों को बिना जल्दबाजी के धीरे-धीरे काम करने की जरूरत है। इन देशों की आबादी और संरचना को देखते हुए, यह एक दीर्घकालिक संभावना है और अगर इन मसलों पर विचार नहीं किया तो यूरोपीय संघ (ईयू) में एक मुद्रा लागू करते समय हुई समस्याओं से भी बड़ी समस्या होगी।
अहमदाबाद साइबर अपराध शाखा ने 17 अपराधियों को गिरफ्तार किया है। ये सभी आरोपी लोगों को डिजिटल अरेस्ट करके उनसे ठगी करते थे। गिरफ्तार 17 आरोपियों में से 4 आरोपी ताइवान के रहने वाले हैं।
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