बीपी लो होने की वजह से कई तरह की परेशानियां हो सकती हैं। अगर आप भी लो बीपी की समस्या से परेशान रहते हैं कुछ ऐसे फूड आइटम्स हैं जिन्हें डाइट में जरूर शामिल करना चाहिए। इससे आपकी परेशानी ठीक हो सकती है।
कई बार डिनर में हल्का खाना खाने की वजह से बीच रात में भूख लगने लग जाती है और हम उल्टा-सीधा खा लेते हैं। ऐसा करने से हमारा वजन बढ़ने लगता है।
मसूड़ों से खून आना एक आम समस्या है। इसके पीछे बहुत से कारण हो सकते हैं। इन्हीं में से एक है विटामिन-सी की कमी।
बढ़ती उम्र के साथ सेहत पर ध्यान देना और भी ज्यादा जरूरी हो जाता है। 40 की उम्र के बाद महिलाओं के शरीर में कई तरह के बदलाव होते हैं, जिससे उनकी सेहत पर सीधा असर पड़ता है।
स्वामी रामदेव के अनुसार घर-परिवार के साथ महिलाओं को अपने स्वास्थ्य का पूरा ध्यान रखना चाहिए। जिससे कि उन्होंने किसी भी भयानक बीमारी का सामना न करना पड़े। इसलिए रोजाना ये योगासन और डाइट काफी कारगर साबित हो सकते हैं।
ब्रिटेन में शेफील्ड विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं ने अनुसार आपकी डाइट उम्र बढ़ने के साथ-साथ बीमारी को बढ़ा सकती है।
जानें ऐसी ही 5 चीजों के बारे में जिनका सेवन करने से आपका शरीर से रहेगा हमेशा गर्म और सर्दी-जुकाम, बुखार जैसी बीमारियां रहेगी कोसों दूर।
शरीर में भोजन का एनर्जी में बदलना ही मेटाबॉलिज्म यानी चयापचय कहलाता है जानें किन फूड्स का सेवन करके आपका मेटाबॉलिज्म होगा तेज।
डेंगू के मरीजों को ऐसी चीजों का सेवन करना चाहिए। जिसमें अधिक से अधिक विटामिन्स और न्यूट्रियंस हो। जिससे मरीज तेजी से सही हो जाए।
कई रिसर्च में इस बात का खुलासा किया गया है कि अगर वजन कम करना है तो डाइट में ज्यादा से ज्यादा प्रोटीन को शामिल करें।
भागदौड़ भरी लाइफ, खराब खानपान के अलावा हमारे आसपास ऐसी चीजे मौजूद होती है जो कि हमारी सेहत में बहुत अधिक प्रभाव डालती है। इन्हीं में से कुछ ऐसी चीजे होती है। जो कि जानलेवा कैंसर का कारण बन जाती है। जानें इसके बारें में।
अपनी छोटी हाइट को लेकर हैं परेशान तो जानिए कैसे बढ़ा सकते हैं लंबाई।
हर साल 1-7 सितंबर के बीच नेशनल न्यूट्रीशन वीक मनाया जाता है। इस बार की थीम है 'गो फर्दर विद् फूड'। जानिए शुगर फ्री डाइट आपके लिए है कितनी फायदेमंद।
आहार में मूंगफली, चना, सेब और पादप स्टेरॉल की थोड़ी मात्रा लेने से कोलेस्ट्रॉल कम हो सकता है और रक्तचाप में सुधार होता है। इस तरह का आहार 'पोर्टफोलियो डाइट' पर आधारित है, जो पादप आधारित आहार पैटर्न है, जिसमें कोलेस्ट्रॉल को कम करने वाले चार खाद्य पदार्थ होते हैं।
संतुलित आहार लेने से महिलाओं में बहरेपन का खतरा कम हो सकता है। अमेरिका में बर्मिंघम एंड वुमेंस हास्पि टल के शोधकर्ताओं ने यह बात कही है। उन्होंने तीन अलग - अलग तरह के आहारों और बहरे होने के खतरे के बीच के रिश्ते का अध्ययन किया।
कुछ ट्रिपल-नेगेटिव ब्रेस्ट कैंसर के पीड़ित चूहों में ऐस्पेराजीन को सीमित करने से शरीर में कैंसर के बढ़ने का खतरा कम देखा गया। दूसरी ओर चूहों को ऐस्पेराजीन युक्त पदार्थों का सेवन करवाने से कैंसर ग्रस्त कोशिकाएं फैलने लगी।
हफ्ते में तीन बार से कम मीट खाने और कम व्यायाम करने वाले युवा वयस्कों में मानसिक तनाव होने का खतरा बढ़ जाता है। एक अध्ययन में यह दावा किया गया है।
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