राज्य के स्वामित्व वाली तेल और प्राकृतिक गैस निगम (ओएनजीसी) जैसी फर्मों द्वारा उत्पादित कच्चे तेल और रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड जैसी कंपनियों द्वारा किए गए ईंधन के निर्यात पर लेवी को खत्म कर दिया गया।
मानसून के महीनों में पेट्रोल और डीजल की बिक्री धीमी रही है क्योंकि बारिश के कारण वाहनों की आवाजाही और कृषि क्षेत्र की मांग कम हो गई।
सरकार की तरफ से आखिरी बार 31 अगस्त को इसकी समीक्षा की गई थी। तब कच्चे पेट्रोलियम पर अप्रत्याशित लाभ कर 1,850 रुपये प्रति टन निर्धारित किया गया था। डीजल, पेट्रोल और विमान ईंधन या एटीएफ के निर्यात पर एसएईडी को 18 सितंबर से शून्य पर यथावत रखा गया है।
वर्तमान में, डीलरों को पेट्रोल पर कमीशन के रूप में 1,868.14 रुपये प्रति किलोलीटर के साथ बिल किये गये मूल्य का 0.875 प्रतिशत भुगतान किया जाता है। डीजल पर यह 1389.35 रुपये प्रति किलोलीटर है। साथ ही बिल योग्य मूल्य का 0.28 प्रतिशत कमीशन मिलता है।
मनीष पहले दिल्ली में केमिकल फैक्ट्री में काम करता था, उसको पता था अगर डीजल में थोड़ी मात्रा में हाइड्रोकार्बन सॉल्वेंट, थिनर मिला दिया जाए तो किसी को शक नहीं होगा। इसके बाद इसने मेरठ में डीजल पेट्रोल गोदाम में काम करने वाले ड्राइवर से संपर्क किया और उनसे सेटिंग कर ली।
पेट्रोल और डीजल की कीमतों में आखिरी बार 2 रुपये प्रति लीटर की कटौती की गई थी। इक्रा ने एक ‘नोट’ में कहा कि कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट के साथ हाल के हफ्तों में भारतीय पेट्रोलियम मार्केटिंग कंपनियों (OMCs) के लिए मोटर व्हीकल फ्यूल की खुदरा बिक्री पर मार्केटिंग प्रॉफिट में सुधार हुआ है।
सरकार ने मंगलवार को एक बड़ा फैसला लेते हुए घरेलू स्तर पर उत्पादित कच्चे तेल के लिए अप्रत्याशित लाभ कर (Windfall Tax) को घटाकर शून्य प्रति टन कर दिया। इसका सीधा मतलब ये हुआ कि घरेलू स्तर पर उत्पादित होने वाले कच्चे तेल पर अब कोई विंडफॉल टैक्स नहीं लगेगा।
Petrol Diesel prices : क्रूड ऑयल के 70 डॉलर प्रति बैरल के करीब आ जाने से सरकारी तेल मार्केटिंग कंपनियों को अच्छा-खासा मुनाफा हो रहा है। ऐसे में जल्द ही पेट्रोल-डीजल के दाम घट सकते हैं।
हरपाल सिंह चीमा ने कहा बताया कि पेट्रोल पर 61 पैसे और डीजल पर 92 पैसे प्रति लीटर वैट बढ़ाया जाएगा। वित्त मंत्री ने कहा कि पेट्रोल और डीजल पर वैट में बढ़ोतरी करने से पंजाब सरकार को डीजल से 395 करोड़ रुपये और पेट्रोल से 150 करोड़ रुपये का एक्स्ट्रा रेवेन्यू मिलेगा।
मिजोरम के एक मंत्री ने बुधवार को ये जानकारी दी। मिजोरम के कराधान मंत्री डॉ. वनललथलाना ने कहा कि पेट्रोल और डीजल की कीमतों में ये बढ़ोतरी सामाजिक बुनियादी ढांचे और सड़क रखरखाव के लिए वित्त जुटाने के इरादे से की गई है।
Petrol Diesel Rate Cut : महाराष्ट्र सरकार ने बजट में पेट्रोल और डीजल पर टैक्स घटाने की घोषणा की है। इससे अब मुंबई रीजन में पेट्रोल और डीजल सस्ता मिलेगा।
चुनाव प्रचार के अलावा, गर्मी की फसल कटाई के मौसम और चिलचिलाती गर्मी के चलते कारों में एसी की मांग बढ़ जाती है, जिससे ईंधन की खपत बढ़नी चाहिए थी। हालांकि इस साल यह रुझान उलट गया है।
विंडफॉल टैक्स को हर दो सप्ताह में संशोधित किया जाता है। पिछली समीक्षा के दौरान 1 मई को पेट्रोलियम क्रूड पर टैक्स को 9,600 रुपये प्रति टन से घटाकर 8,400 रुपये प्रति टन कर दिया गया था।
मिजोरम के पड़ोसी राज्य असम में लुमडिंग-बदरपुर सेक्टर में रेलवे ट्रैक छतिग्रस्त होने के कारण यातायात बाधित हुआ था। इसी वजह से तेल की आपूर्ति बाधित हुई थी और राज्य में तेल की समस्या भी हो गई।
मिजोरम में रेल की पटरी प्रभावित होने के कारण तेल की आपूर्ति नहीं हो पा रही है। इससे राज्य में तेल की कमी हो रही है। इसका फायदा उठाकर कई लोग तेल की कालाबाजारी कर रहे हैं। उन्हीं को लेकर मंत्री ने धमकी दी है।
सरकार ने देश में रणनीतिक पेट्रोलियम भंडार तैयार करने और उसके परिचालन के लिए विशेष इकाई इंडियन स्ट्रैटेजिक पेट्रोलियम रिजर्व लि.(आईएसपीआरएल) का गठन किया है। भारत अपनी 85 प्रतिशत से अधिक कच्चे तेल जरूरतों को आयात के माध्यम से पूरा करता है।
भारत पेट्रोल-डीजल के आयात पर 16 लाख करोड़ रुपये खर्च करता है। इसको कम करने के लिए मंत्री ने कहा कि हाइब्रिड वाहनों पर जीएसटी घटाकर पांच प्रतिशत और फ्लेक्स इंजन पर 12 प्रतिशत करने का प्रस्ताव वित्त मंत्रालय को भेजा गया है, जो इसपर विचार कर रहा है।
Petrol-Diesel Price Cut : इंडियन ऑयल ने लक्षद्वीप में पेट्रोल-डीजल की कीमतों में बड़ी कटौती की है। इससे वहां कारोबार को बढ़ाने में मदद मिलेगी। कीमतों में 15 रुपये लीटर तक की कटौती की गई है।
15 मार्च को हुई कटौती को मिलाकर देखा जाए तो नंवबर 2021 से पेट्रोल 15 और डीजल 17 रुपये प्रति लीटर तक सस्ता हो गया है। डीजल से चलने वाले 58 लाख से अधिक भारी माल वाहनों, 6 करोड़ कारों और 27 करोड़ दोपहिया वाहनों की परिचालन लागत कम हो जाएगी।
किसान आंदोलन की वजह से पंजाब में डीजल और गैस सिलेंडर की काफी किल्लत हो गई है। लोग काफी परेशान हैं। कहा जा रहा है कि आंदोलन की वजह से सड़क जाम हैं और आपूर्ति बाधित है।
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