बता दें कि केंद्र सरकार द्वारा पेट्रोल और डीजल पर उत्पाद शुल्क में क्रमश: 5 रुपये तथा 10 रुपये की कटौती करने के बाद उत्तर प्रदेश सरकार ने VAT में भी कटौती कर दी।
कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा, ‘अकेले साल 2021 के 9 महीनों में बीजेपी सरकार ने पेट्रोल की कीमत 28 रुपये प्रति लीटर व डीजल की कीमत 26 प्रति रुपये लीटर बढ़ा दी।
पेट्रोल और डीजल पर एक्सट्रा टैक्स में कटौती नहीं करने के राज्य के फैसले को सही ठहराते हुए वित्त मंत्री ने कहा कि केरल ने पिछले 6 वर्षों से ईंधन पर स्टेट टैक्स में वृद्धि नहीं की है।
शिवसेना के वरिष्ठ नेता संजय राउत ने कहा, ‘उपचुनाव में भारतीय जनता पार्टी की हार के बाद केंद्र सरकार ने पेट्रोल की कीमत में 5 रुपये की कमी कर दी।
हरियाणा सरकार ने भी बृहस्पतिवार को ईंधन पर वैट घटाने की घोषणा की जिससे दिवाली पर भाजपा-जजपा शासित राज्य में पेट्रोल और डीजल 12 रुपये प्रति लीटर सस्ता हो गया। मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने ट्विटर पर इसकी घोषणा की।
ब्रोकरेज ने कहा कि अब उसे उम्मीद है कि राजकोषीय घाटा 6.5 प्रतिशत पर आ जाएगा, जबकि पहले का अनुमान 6.2 प्रतिशत था और यह रेखांकित किया कि यह अभी भी 6.8 प्रतिशत के लक्ष्य से कम रहेगा।
पेट्रोल और डीजल पर सेंट्रल एक्साइज ड्यूटी को कम करने के लिए उठाया गया प्रधानमंत्री मोदी का यह कदम सही दिशा में उठाया गया एक सही कदम है।
बिहार में पेट्रोल पर वैट में 1.30 रुपये और डीजल पर 1.90 रुपये की कटौती की गई है। इस तरह बिहार में पेट्रोल करीब 6.30 रुपये और डीजल करीब 11.90 रुपये सस्ता होगा।
रणदीप सुरजेवाला ने सवाल किया, याद करें कि मई 2014 में जब पेट्रोल 71.41 रुपये व डीजल 55.49 रुपये प्रति लीटर था, तब कच्चा तेल 105.71 डॉलर प्रति बैरल था।
केंद्र सरकार द्वारा पेट्रोल-डीजल के एक्साइज शुल्क में भारी कटौती करने के फैसले से अब राज्य सरकारों पर वैट घटाने का दबाव बढ़ गया है ताकि आम नागरिकों को और राहत मिल सके।
अक्टूबर में एटीएफ की बिक्री 4,34,600 टन रहीं, जो महामारी-पूर्व के 2019 के स्तर से 34 प्रतिशत कम है। वहीं इसी माह के दौरान रसोई गैस की बिक्री भी छह प्रतिशत बढ़ गयी है।
पेट्रोल-डीजल के रिकॉर्ड तोड़ बढ़ते दामों की वजह से आम लोगों का बजट पूरी तरह से पटरी से उतर गया है। आज भी ईधन के दामों में इजाफा हुआ है।
कंपनी के अनुसार, सेवाएं उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, हरियाणा, महाराष्ट्र, असम, केरल, गुजरात, गोवा और नोएडा, दिल्ली, फरीदाबाद और गाजियाबाद सहित राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में उपलब्ध हैं।
शनिवार को लगातार चौथे दिन पेट्रोल और डीजल कीमतों में बढ़ोतरी हुई। पेट्रोल और डीजल दोनों के दाम 35-35 पैसे प्रति लीटर और बढ़ गए हैं। इस बढ़ोतरी के साथ मई, 2020 की शुरुआत से यानी 18 महीने से कम समय में पेट्रोल 36 रुपये लीटर महंगा हो चुका है।
मुर्शिदाबाद और बीरभूम जिलों में डीजल के दाम 99.50 रुपये प्र्रति लीटर के पास हैं। उपभोक्ताओं के एक वर्ग ने शिकायत की कि कुछ जिलों के पेट्रोल पंपों पर शुक्रवार को डीजल 100 रुपये प्रति लीटर से अधिक बिक रहा है।
उन्होंने कहा कि इस तरह के उपकर को कम करने की मांग अपने पैरों पर कुल्हाड़ी मारने जैसी है। मंत्री ने कहा कि घरेलू दरें अंतरराष्ट्रीय तेल कीमतों से जुड़ी हुई हैं, जो कई कारणों से बढ़ी है, जिसे समझने की जरूरत है।
पेट्रोल डीजल पर जारी दो दिनों की राहत आज खत्म हो गई। गुुरुवार को सरकारी तेल कंपनियों ने पेट्रोल डीजल दोनों की कीमतों में भारी बढ़ोत्तरी कर दी है। सोमवार को हुई बढ़ोत्तरी के बाद आज पेट्रोल व डीजल के दाम में 35-35 पैसे प्रति लीटर की बढ़ोत्तरी की गई है। ताजा वृद्धि के बाद दिल्ली में पेट्रोल प्रति लीटर 104.79 रुपये वहीं डीजल 93.52 रुपये प्रति लीटर हो गया है।
सरकार ने कहा है कि भारत के नए उदारीकृत पेट्रोल पंप लाइसेंसिंग नियमों के अनुसार पेट्रोल पंप मालिकों को पेट्रोल और डीजल की बिक्री शुरू करने से पहले ही ईवी चार्जिंग स्टेशन और सीएनजी आउटलेट स्थापित करने की अनुमति दी गई है।
तेल निर्यातक देशों के संगठन (ओपेक) और संबद्ध तेल उत्पादक देशों (ओपेक प्लस) द्वारा महामारी के दौरान उत्पादन में की गई कमी को क्रमिक रूप से बहाल करने के फैसले के बाद कच्चे तेल की कीमतों में सोमवार को उछाल आया।
पेट्रोल डीजल के दाम बढ़ने के संबंध में बड़ी खबर है। अधिकारियों ने इस संबंध में बड़ी जानकारी साझा की है। वाहन चलाने वाले पेट्रोल डीजल की बड़ी कीमतों को लेकर बहुत परेशान है ऐसे में इस संबंध में अब एक आधिकारिक बयान भी सामने आया है।
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