पेट्रोल और डीजल की बढ़ी कीमतों पर गडकरी ने कहा कि भारत में 80 प्रतिशत तेल आयात किया जाता है। रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच अंतरराष्ट्रीय बाजार में तेल की कीमतें बढ़ गई हैं और हम इसमें कुछ नहीं कर सकते हैं।
दिल्ली में बुधवार को पेट्रोल 97.01 रुपये प्रति लीटर मिल रहा हैं, लेकिन उस तेल के रियल बेस प्राइज की बात करें तो वो लगभग 47.99 रुपया हैं। यानी करीब 49 रुपये प्रति लीटर का टैक्स आपसे वसूला जा रहा है।
आज एक बार फिर तेल कंपनियों ने पेट्रोल और डीजल के दामों में प्रति लीटर 80 पैसे की बढ़ोत्तरी की है। LPG भी 50 रुपए प्रति सिलेंडर महंगी हो गई है। अब कांग्रेस सांसदों ने लगातार बढ़ती कीमतों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया है।
सूत्रों के बताया कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में लगभग 40 प्रतिशत की वृद्धि के बाद थोक में डीजल खरीदने वाले उपभोक्ताओं के लिए डीजल की कीमत में 25 रुपये प्रति लीटर की बढ़ोतरी की गई है।
सरकार ने 120 दिनों से कीमत बढ़ने नहीं दी। आज भी पेट्रोल पंप पर कीमत वही है जो क्रूड के 80 रुपए प्रति डॉलर पर आधारित थी। सरकारी कंपनियां चुपचाप घाटा सह रही हैं। निजी क्षेत्र की कंपनियों में हड़कंप
परिवहन विभाग ने चेतावनी दी है कि अगर 10 साल पुराना डीजल वाहन या 15 साल से पुराना पेट्रोल वाहन अगर सड़कों पर दौड़ता हुआ पाया जाता है तो उसे जब्त कर स्क्रैपिंग के लिए भेज दिया जाएगा।
जिन लोगों के डीजल वाहनों के रजिस्ट्रेशन रद्द होंगे, उन्हें सरकार की ओर से अनापत्ति प्रमाण पत्र (NOC) जारी किया जाएगा।
आगे सख्त उत्सर्जन नियम लागू होने जा रहे हैं। यह एक प्रमुख वजह है कि कंपनी डीजल कारों से ‘बचना’ चाह रही है।
तीन नवंबर को केन्द्र सरकार के द्वारा पेट्रोल और डीजल पर केंद्रीय उत्पाद शुल्क में कटौती के बाद से पेट्रोल और डीजल की कीमतें लगातार स्थिर बनी हुई हैं।
यह साझेदारी एचपीसीएल रिटेल आउटलेट्स पर आईडीएफसी फस्र्ट बैंक फास्टैग्स का उपयोग करने वाले 50 लाख वाहन चालकों के लिए फास्टैग की खरीद और उपयोग को सुविधाजनक बनाती है।
अशोक गहलोत ने जानकारी देते हुए कहा कि आज मंत्रिमण्डल की बैठक में पेट्रोल/डीजल पर वैट की दर को कम करने का सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया।
अशोक गहलोत ने कटाक्ष किया, "पेट्रोल-डीजल के दाम जो बढ़े हैं, उसमें भी केंद्र सरकार की नीति बहुत खराब रही है, रोज दाम बढ़ाते गए, बढ़ाते गए, बढ़ाते गए, 25 रुपए, 30 रुपए बढ़ा दिए और अचानक 5 रुपए कम कर दिए, 10 रुपए कम कर दिए।"
पेट्रोल के दाम में सबसे ज्यादा कटौती किस राज्य में की गई और कहां डीजल के दाम सबसे ज्यादा कम किए गए है इसके बारे में हम आपको इस खबर में जानकारी देंगे।
पेट्रोल में एथेनॉल के अधिक सम्मिश्रण से भारत को अपने तेल आयात खर्च में कटौती करने में मदद मिलेगी और गन्ना किसानों के साथ-साथ चीनी मिलों को भी लाभ होगा।
वित्त वर्ष 2018-19 में मालवहन के नए मानक लागू होने से भारी वाहनों की ढुलाई क्षमता में खासी कमी आई और वर्ष 2019-20 में भारत चरण-छह (बीएस-6) मानक लागू होने से नए ट्रकों के दाम 10-15 प्रतिशत बढ़ गए।
पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट की बैठक में ईंधन पर वैट घटाने का फैसला किया गया। चन्नी ने कहा, ‘‘हम आधी रात से पेट्रोल की कीमत में 10 रुपये प्रति लीटर और डीजल की कीमत में पांच रुपये प्रति लीटर तक की कमी कर रहे हैं।’’
आदेश कुमार गुप्ता ने कहा कि अब बीजेपी शासित राज्यों तथा आम आदमी पार्टी के शासन वाली दिल्ली के बीच पेट्रोल-डीजल के दाम में बड़ा अंतर है।
बता दें कि केंद्र सरकार द्वारा पेट्रोल और डीजल पर उत्पाद शुल्क में क्रमश: 5 रुपये तथा 10 रुपये की कटौती करने के बाद उत्तर प्रदेश सरकार ने VAT में भी कटौती कर दी।
कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा, ‘अकेले साल 2021 के 9 महीनों में बीजेपी सरकार ने पेट्रोल की कीमत 28 रुपये प्रति लीटर व डीजल की कीमत 26 प्रति रुपये लीटर बढ़ा दी।
पेट्रोल और डीजल पर एक्सट्रा टैक्स में कटौती नहीं करने के राज्य के फैसले को सही ठहराते हुए वित्त मंत्री ने कहा कि केरल ने पिछले 6 वर्षों से ईंधन पर स्टेट टैक्स में वृद्धि नहीं की है।
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