27 फरवरी के बाद से कीमतों में कोई बदलाव नहीं किया गया है। हालांकि इस दौरान कच्चा तेल 5 प्रतिशत से ज्यादा महंगा हुआ है। इससे पहले बीते महीने में कुल 14 दिन पेट्रोल और डीजल के दाम बढ़े थे।
पेट्रोल और डीजल के दाम में रविवार को लगातार आठवें दिन स्थिरता बनी रही, लेकिन अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल में बीते सप्ताह आई जोरदार तेजी के बाद दोनों वाहन ईंधनों के दाम में बढ़ोतरी की आशंका बनी हुई है।
पेट्रोल डीजल की बढ़ी हुई कीमतों ने जनता का बुरा हाल कर रखा है। लेकिन अगर आपको 75 रुपए और 68 रुपए कमश: मिलेगा तो इससे अच्छा क्या होगा।
पेट्रोल डीजल के दाम में कटौती करने की मांग को लेकर फिर बड़ा अपडेट सामने आया है। तमिलनाडु के उप मुख्यमंत्री ओ पन्नीरसेल्वम ने शनिवार को विधानसभा में कहा कि केंद्र सरकार को पेट्रोलियम उत्पादों पर अपने कर में कटौती करने के लिये आगे आना चाहिये, क्योंकि राज्यों के कर राजस्व के संसाधन कम हैं।
केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने शुक्रवार को कहा कि अंतरराष्ट्रीय बाजारों में पेट्रोलियम पदार्थों की कीमत में बढ़ोतरी होने से इसका असर उपभोक्ताओं पर भी पड़ रहा है।
पेट्रोल और डीजल की महंगाई का असर अब सिर्फ वाहन चलाने वालों पर ही नहीं बल्कि आम गरीब वर्ग पर भी पड़ने लगा है।
यदि कच्चे तेल का दाम 60 डॉलर प्रति बैरल से ऊपर अधिक समय तक बना रहता है, तब सरकार को क्रूड ऑयल पर कस्टम ड्यूटी को घटाना चाहिए।
दिल्ली, कोलकाता, मुंबई और चेन्नई में पेट्रोल का भाव सोमवार को बिना किसी बदलाव के क्रमश: 90.58 रुपये, 91.78 रुपये, 97 रुपये और 92.59 रुपये प्रति लीटर बना रहा।
पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों पर बड़ी खबर है। कई दिनों से लगातार रेट बढ़ने के बाद तेल के दाम आसमान को छू गए है। ऐसे में केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने रविवार को बताया कि ईंधन की कीमत बढ़ने के पीछे दो मुख्य कारण हैं।
पेट्रोल डीजल की कीमत में कटौती कर दी गई है। तेल के दाम में यह कटौती लोगों की मांग और महंगाई को ध्यान में रखकर की गई है। पश्चिम बंगाल में चुनाव होने वाले है ऐसे में वहां राज्य सरकार ने पेट्रोल और डीजल के दाम कम कर दिए ह
पेट्रोल-डीजल 50 लीटर फ्री पाने का आपके पास मौका है। इस ऑफर का लाभ आप भी उठा सकते है। यह ऑफर ऐसे समय में मिल रहा है जब तेल के दाम में आग लगी हुई है।
सरकार पेट्रोल और डीजल की कीमत कम करने को लेकर कदम उठा रही है ताकि आम आदमी की परेशानियों को कम किया जा सके। देश में कई जगह पेट्रोल की कीमत 100 से ज्यादा पहुंच गई है।
दुनिया के तीसरे सबसे बड़ा तेल उपभोक्ता देश भारत ने बुधवार को सऊदी अरब और अन्य वैश्विक तेल उत्पादकों से कच्चे तेल के उत्पादन में कटौती का स्तर कम करने की अपील की है।
यदि हमनें इस पर पहले ध्यान दिया होता, तो आज हमारे मध्यम वर्ग को इतना अधिक बोझ नहीं उठाना पड़ता।
पेट्रोल पर केंद्र व राज्य सरकार की ओर से लगाए जाने वाला कुल टैक्स 53.50 रुपये प्रति लीटर और डीजल पर 43.50 रुपये प्रति लीटर है।
मेघालय में पेट्रोल की कीमत मौजूदा 91.26 रुपये प्रति लीटर से घटकर 85.86 रुपये प्रति लीटर हो गई है। वहीं डीजल की कीमत 84.23 रुपये प्रति लीटर से कम होकर 79.13 रुपये प्रति लीटर हो गई है।
महाराष्ट्र में परभणी अकेला ऐसा जिला है, जहां पेट्रोल की कीमत सबसे ज्यादा है। यहां की परिवहन लागत अधिक होने के कारण यहां कीमत अधिक है।
प्रमुख मांगों में डीजल की कीमतों में तत्काल कमी और इसमें एकरूपता, ई-वे बिल व जीएसटी से संबंधित मुद्दों का समाधान और वाहनों को कबाड़ करने की नीति को अमल में लाने से पहले ट्रांसपोर्टरों के साथ इस बारे में चर्चा शामिल है।
भारत में पेट्रोल-डीजल के दाम में आग लगी हुई है। तेल की कीमत में लगातार पांच दिनों से इजाफा हो रहा है। ऐसे में आम आदमी की चिंता लगातार बढ़ रही है कि तेल के दाम कबतक कम होंगे ताकि उन्हें राहत मिले या आगे भी बढ़ोत्तरी जारी रहेगी।
डीजल की मौजूदा कीमत 77.43 रुपये प्रति लीटर पर किसानों को इस ट्रैक्टर की मदद से 50 प्रतिशत तक की बचत होगी, क्योंकि सीएनजी की मौजूदा कीमत 42 रुपये प्रति किलोग्राम है।
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