चूंकि जनवरी की शुरुआत में ईंधन की कीमतें अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की उच्च दरों के बीच भारत में बढ़ रही थीं। हालांकि, मार्च के अंत से भारत में ईंधन की दर में तेजी आई है, जिससे देश में महामारी प्रभावित मध्यम वर्ग को बहुत जरूरी राहत मिली है।
पेट्रोल डीजल के दाम जल्द कम हो सकते है। तेल को लेकर बड़ी खबर आई है। ओपेक (Organization of the Petroleum Exporting Countries (OPEC) पेट्रोलियम उत्पादक 13 देशों के संगठन ने गुरुवार को कहा कि उन्होंने मई से जुलाई तक धीरे-धीरे तेल उत्पादन प्रति दिन 2 मिलियन बैरल प्रति बैरल करने का फैसला लिया है।
गुरुवार को घरेलू रसोई गैस एलपीजी की कीमत में भी 10 रुपये की कटौती प्रभावी हो गई है। एलपीजी के दाम में भी यह कटौती चार बार की मूल्यवृद्धि के बाद की गई है।
अंतरराष्ट्रीय कच्चे तेल के दाम, जिसके आधार पर रिटेल कीमत तय की जाती है, पिछले कुछ दिनों से नरम बने हुए हैं।
पेट्रोल डीजल की कीमतों को लेकर बड़ी खबर आई है। अगर आप भी पेट्रोल और डीजल की बढ़ी कीमतों को लेकर परेशान है पेट्रोलियम मंत्री ने पेट्रोल डीजल को लेकर बड़ा बयान दिया है।
पेट्रोल के दाम में दिल्ली और मुंबई में 21 पैसे, कोलकाता में 20 पैसे जबकि चेन्नई में 18 पैसे प्रति लीटर की कटौती की गई।
तेल मार्केटिंग कंपनियां का अनुमान है कि ईंधन का होम डिलीवरी बाजार आने वाले 12 से 18 महीनों में 2,000 करोड़ रुपये तक हो सकता है
पेट्रोल, डीजल और प्राकृति गैस पर संग्रहित कर का प्रतिशत सरकार के कुल राजस्व में 2014-15 के दौरान 5.4 प्रतिशत था जो चालू वित्त वर्ष में बढ़कर 12.2 प्रतिशत हो गया है।
एथेनॉल मिश्रण पर प्रधान ने कहा कि यह योजना अटल बिहारी वाजपेयी के कार्यकाल में पेश की गई थी लेकिन बाद में इसे किनारे कर दिया गया।
एक साल पहले पेट्रोल पर 19.98 रुपये प्रति लीटर एक्साइज ड्यूटी थी, जो अब बढ़कर 32.90 रुपये हो गई है। इसी प्रकार डीजल पर एक्साइज ड्यूटी 15.83 रुपये से बढ़कर 31.80 रुपये प्रति लीटर है।
पेट्रोल डीजल की कीमतों को लेकर आज फिर ग्राहकों के लिए राहत की खबर है। सरकारी तेल कंपनियों की ओर से आज एकबार फिर कीमतों में कोई बदलाव नहीं किया गया है।
अंतर्राष्ट्रीय बाजार में फिर कच्चे तेल में तेजी लौटी। कच्चे तेल के दाम में गुरुवार को लगातार दूसरे दिन मजबूत बढ़त के साथ कारोबार चल रहा था और बेंचमार्क कच्चा तेल ब्रेंट क्रूड का भाव 69 डॉलर प्रति बैरल के ऊपर बना हुआ था।
विधानसभा में पेट्रोल-डीजल की कीमतों के नियमन पर आम चर्चा के दौरान कांग्रेस विधायक हिमा शांगपलिआंग ने इस बात की जानकारी दी।
पेट्रोल डीजल के दाम में फिर जल्द बढ़ोत्तरी होने वाली है। पेट्रोलियम प्रतिष्ठानों पर हमला किया गया है। जिसके बाद तेल बाजार भड़क उठा है। बाजार का बैरोमीटर माना जाने वाला ब्रेंट क्रूड सोमवार को 1.14 डॉलर उछल कर 70.14 डालर प्रति बैरल पर पहुंच गया।
27 फरवरी के बाद से कीमतों में कोई बदलाव नहीं किया गया है। हालांकि इस दौरान कच्चा तेल 5 प्रतिशत से ज्यादा महंगा हुआ है। इससे पहले बीते महीने में कुल 14 दिन पेट्रोल और डीजल के दाम बढ़े थे।
पेट्रोल और डीजल के दाम में रविवार को लगातार आठवें दिन स्थिरता बनी रही, लेकिन अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल में बीते सप्ताह आई जोरदार तेजी के बाद दोनों वाहन ईंधनों के दाम में बढ़ोतरी की आशंका बनी हुई है।
पेट्रोल डीजल की बढ़ी हुई कीमतों ने जनता का बुरा हाल कर रखा है। लेकिन अगर आपको 75 रुपए और 68 रुपए कमश: मिलेगा तो इससे अच्छा क्या होगा।
पेट्रोल डीजल के दाम में कटौती करने की मांग को लेकर फिर बड़ा अपडेट सामने आया है। तमिलनाडु के उप मुख्यमंत्री ओ पन्नीरसेल्वम ने शनिवार को विधानसभा में कहा कि केंद्र सरकार को पेट्रोलियम उत्पादों पर अपने कर में कटौती करने के लिये आगे आना चाहिये, क्योंकि राज्यों के कर राजस्व के संसाधन कम हैं।
केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने शुक्रवार को कहा कि अंतरराष्ट्रीय बाजारों में पेट्रोलियम पदार्थों की कीमत में बढ़ोतरी होने से इसका असर उपभोक्ताओं पर भी पड़ रहा है।
पेट्रोल और डीजल की महंगाई का असर अब सिर्फ वाहन चलाने वालों पर ही नहीं बल्कि आम गरीब वर्ग पर भी पड़ने लगा है।
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