बांग्लादेश में हुए तख्तापलट के बाद नोबेल पुरस्कार विजेता अर्थशास्त्री मोहम्मद यूनुस अंतरिम सरकार के प्रमुख के तौर पर शपथ लेंगे। इस बीच उन्होंने लोगों से शांति बनाए रखने और हिंसा से बचने की अपील की है।
बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों पर लगातार हमले जारी हैं। इसके खिलाफ अब 'ट्रांसपेरेंसी इंटरनेशनल बांग्लादेश' ने आवाज उठाई है।
बांग्लादेश में भीषण हिंसा और अराजकता के बीच भारतीय उच्चायोग के सामने कठिन चुनौतियां हैं। इसके बावजूद भारतीयों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए उच्चायोग के राजनियक रात-दिन काम कर रहे हैं। हालांकि गैर जरूरी सेवाओं में कार्यरत कर्मचारी स्वदेश लौट आए हैं।
बांग्लादेश में भारतीय डॉक्टर्स हिंसा से प्रभावित हुए लोगों का इलाज कर रहे हैं जबकि अभिभावक उनकी सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं। बांग्लादेश में मौजूद कई भारतीय डॉक्टरों ने कहा संसाधनों की कमी है और डॉक्टरों पर अत्यधिक बोझ है।
बांग्लादेश सियासी संकट के बीच लोग दिल्ली पहुंचे हैं। लोगों ने यह जानने की कोशिश की गई कि वहां के अभी क्या हालात हैं, जिस पर लोगों ने अपने-अपने जवाब दिए।
बांग्लादेश में नौकरी कोटा को लेकर सड़कों पर विरोध प्रदर्शन के बाद प्रधानमंत्री शेख हसीना को पद छोड़ने और भागने के लिए मजबूर होना पड़ा है। 5 अगस्त को वहां भारी हिंसा और तोड़-फोड़ की घटना हुई।
एयरलाइन ने सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए यह फैसला किया है। इससे पहले एयर इंडिया ने बांग्लादेश में हो रहे उग्र प्रदर्शन को देखते हुए ढाका जाने वाली सारी फ्लाइट को तत्काल प्रभाव से रद्द कर दिया है।
एयर इंडिया ने पैसेंजर्स से कहा है कि किसी भी जानकारी या अपडेट के लिए आप 011-69329333 / 011-69329999 पर कॉल कर सकते हैं। बांग्लादेश में लगातार हो रहे हिंसक प्रदर्शन के बीच प्रधानमंत्री शेख हसीना देश छोड़कर चली गई हैं।
बांग्लादेश की राजधानी ढाका समेत कई शहर हिंसा की आग में झुलसे हुए हैं। ढाका समेत कई शहरों में अनिश्चितकालीन राष्ट्रव्यापी कर्फ्यू लगाया गया है। प्रदर्शनकारी पीएम शेख हसीना के इस्तीफे की मांग कर रहे हैं।
भारत के पड़ोसी देश बांग्लादेश में हिंसा से काफी कुछ प्रभावित हुआ। इस बीच हिंसा पर काबू पाने के लिए सरकार ने इंटरनेट सेवा को भी बंद कर दिया था। हालांकि अब 10 दिन बाद बांग्लादेश में इंटरनेट सेवा को फिर से बहाल कर दिया गया है।
भारत के पड़ोसी देश बांग्लादेश में हालात बद से बदतर होते जा रहे हैं। यहां पर लगातार हो रहे प्रदर्शन की वजह से अब देश भर में कर्फ्यू लगाना पड़ा है। वहीं सड़कों पर सेना के जवानों को उतार दिया गया है।
बांग्लादेश में इन दिनों आरक्षण के मुद्दे पर जारी छात्रों के प्रदर्शन ने सियासी दलों की एंट्री के बाद हिंसक रूप ले लिया है। आइए, जानते हैं कि भारत के पड़ोसी देश में यह आग लगी कैसे?
बांग्लादेश में आरक्षण को लेकर हिंसक प्रदर्शनों का दौर शुरू हो गया है। कई जगहों पर हिंसक झड़पों की खबर सामने आई है, जिसमें कम से कम 6 लोग मारे गए हैं और काफी संख्या में घायल भी हुए हैं। प्रदर्शनकारियों में ज्यादातर छात्र हैं। ऐसे में सरकार ने सभी विश्वविद्यालयों को बंद करने का आदेश दिया है।
पाकिस्तान फिर से 2 टुकड़ों में बंटने के करीब आ गया है। जिस तरह से वर्ष 1971 में पाकिस्तान के दो टुकड़े हो गए थे और भारत ने उसे जंग में हरा दिया था, ठीक वैसे ही हालात फिर आने वाले हैं। यह दावा पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने किया है। इमरान का कहना है कि पाकिस्तान अपनी पुरानी गलतियां दोहरा रहा है।
बांग्लादेश की राजधानी ढाका में भीषण हादसा देखने को मिला है। यहां एक इमारत में आग लगने से 43 लोगों की मौत हो गई है। वहीं कई लोग इस घटना में घायल हो गए हैं। घायलों का स्थानीय अस्पताल में इलाज जारी है।
मुंबई से गुवाहाटी जा रही एक फ्लाइट को ढाका में उतारना पड़ा। इसमें बैठे सभी यात्री बिना पासपोर्ट के सिर्फ आधार कार्ड लेकर ढाका में उतरे हैं। वहीं कई घंटों से यात्रियों को प्लेन के अंदर ही बैठा कर रखा गया है।
बांग्लादेश में शेख हसीना की पार्टी ने लगातार चौथी बार जीत दर्ज की है। विपक्ष की हड़ताल और विवादों से घिरे इस चुनाव में हसीना की पार्टी ने दो-तिहाई सीटों पर जीत दर्ज की है।
बांग्लादेश में आज हो रहे आम चुनावों के बीच पीएम शेख हसीना ने भी अपना मतदान किया। इस मौके पर उन्होंने भारत को अपना पुराना और सच्चा दोस्ता बताया है। साथ ही उन्होंने बांग्लादेश के विकास को लेकर भी बात की।
बांग्लादेश में बीते कई दिनों से हिंसा की तमाम घटनाएं देखने को मिल रही हैं। इसके अलावा विपक्ष द्वारा चुनाव का बहिष्कार भी किया जा रहा है। इन सब के बीच आज बांग्लादेश में आम चुनाव होने हैं।
बांग्लादेश में एक अंतरिम सरकार के अंतर्गत अगले आम चुनाव कराने की विपक्ष की मांग के बीच देश के मुख्य निर्वाचन आयुक्त ने चुनावों की तारीखों का एलान कर दिया है।
संपादक की पसंद