गुजरात में पुलिसकर्मियों द्वारा अपने वीडियो टिकटॉक पर पोस्ट करने के कुछ मामलों की पृष्ठभूमि में राज्य के डीजीपी शिवानंद झा ने मंगलवार को अधिकारियों को ‘‘अनुचित’’ वीडियो मोबाइल एप्लीकेशन और सोशल मीडिया पर अपलोड करने के प्रति आगाह किया।
लक्ष्मीनारायणन ने 1945 में मद्रास क्रिश्चियन कॉलेज से फिजिक्स में ग्रैजुएशन किया था। VRL के नाम से जाने जाने वाले लक्ष्मीनारायण 1951 बैच के IPS अधिकारी थे।
SC ने पुलिस सुधार के अपने पिछले आदेश को बुधवार को स्पष्ट करते हुए कहा कि डीजीपी के पद के लिए ऐसे अधिकारियों के नाम पर विचार किया जाए जिनका कार्यकाल न्यूनतम छह माह शेष हो।
गर्ग के डीजीपी बनते ही पुलिस हेड क्वार्टर के गलियारो मे चर्चा है कि उन्हें अशोक गहलोत के साथ वफादारी का ईनाम दिया गया है
पिछले साल की तुलना में मंदिर और आसपास पुलिस की मौजूदगी दोगुणा कर दी गई है।
ड्यूटी के दौरान भी मां की जिम्मेदारी और खाकी का फर्ज निभाने वाली महिला कांस्टेबल अर्चना की सोशल मीडिया पर फोटो तेजी से वायरल हुई थी।
डीजीपी ने ऐसी घटनाओं के लिये पेशेवर प्रशिक्षण की कमी को जिम्मेदार करार देते हुए कहा कि 2013 से 2017 के बीच भर्ती किये गये सिपाहियों के लिये रीफ्रेशर कोर्स चलाने का निर्णय लिया गया है।
पीठ ने कहा कि ऐसा प्रयास होना चाहिए कि पुलिस महानिदेशक के पद के लिये चयनित और नियुक्त अधिकारी के पास पर्याप्त सेवाकाल बचा हो। शीर्ष अदालत ने कहा कि पुलिस अधिकारियों की नियुक्ति से संबंधित कोई भी नियम या राज्य का कानून स्थगित रखा जायेगा।
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