शिवसेना (यूबीटी) के विधायक आदित्य ठाकरे ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से मुंबई में सियासी पोस्टर्स, बैनर और होर्डिंग्स पर बैन लगाने की मांग की। उन्होंने आरोप लगाया कि BMC केवल विपक्षी दलों के पोस्टर हटा रही है।
देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि कांग्रेस को इस बारे में माफी मांगनी चाहिए कि उसने अमित शाह के पूरे बयान को आधे में काटकर संसद का समय बर्बाद किया।
महाराष्ट्र में अवैध रूप से रह रहे बांग्लादेशियों के खिलाफ एक्शन शुरू हो चुका है। दरअसल महाराष्ट्र सरकार ने अवैध रूप से राज्य में रह रहे बांग्लादेशी नागरिकों को लेकर अपना रुख साफ कर दिया है। बता दें कि राज्य में ऐसे लोगों के लिए डिटेंशन सेंटर का निर्माण किया जा रहा है।
महाराष्ट्र में इस बार देवेंद्र फडणवीस को मुख्यमंत्री बनाया गया है। एकनाथ शिंदे और अजित पवार को डिप्टी सीएम का पद दिया गया है। महाराष्ट्र में मंत्रियों के विभागों का बंटवारा भी हो गया है। वहीं, अब महाराष्ट्र में एक नया बवाल सामने आया है।
देवेंद्र फडणवीस ने राहुल गांधी के परभणी दौरे को राजनीति से प्रेरित बताया। उन्होंने ने कहा कि इस मामले की गहरी जांच कर रहे हैं। मामले को अदालत में ले जाया जा रहा है।
महाराष्ट्र सरकार के मंत्रिमंडल में जगह न मिलने के बाद से छगन भुजबल एनसीपी चीफ अजित पवार से नाराज हैं और वो इसे कई दफा दिखा भी चुके हैं। अब देवेंद्र फडणवीस से मुलाकात के बाद उनके अगले कदम को लेकर चर्चा तेज है।
महाराष्ट्र में महायुति की सरकार बनने के बाद अब मंत्रिमंडल का बंटवारा हो चुका है। इस कड़ी में सीएम देवेंद्र फडणवीस के पास गृह विभाग, उर्जा समेत कई अन्य विभागों की जिम्मेदारी है। चलिए बताते हैं कि शिवसेना नेता एकनाथ शिंदे और एनसीपी नेता अजित पवार को क्या जिम्मेदारी मिली है।
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कांग्रेस पर बड़ा आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि जिन संगठनों को कांग्रेस सरकार ने माओवादियों का मुखौटा कहा था, वहीं 'भारत जोड़ो यात्रा' में शामिल हुई थीं।
मंत्रियों के विभागों के बंटवारा नहीं होने पर विपक्ष ने चुटकी ली है। नितिन राऊत ने कहा यह इतिहास बन गया कि मंत्रियों के विभाग के बिना शीत सत्र संपन्न हो रहा है। हालांकि, मंत्रियों को उम्मीद है कि एक दो दिन में विभागों का बंटवारा हो जाएगा।
चुनाव में टेरर फंडिंग के मामले को लेकर मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस पर विपक्ष ने निशाना साधा है। विपक्ष का कहना है कि सीएम इसकी जांच क्यों नहीं कराते।
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने एनसीपी के प्रमुख और राज्य के डिप्टी सीएम अजित पवार को लेकर बड़ा बयान दिया है। फडणवीस ने विधानसभा में कहा है कि अजित पवार एक दिन मुख्यमंत्री बनेंगे।
देवेंद्र फडणवीस कैबिनेट में किस मंत्री को कौन सा विभाग मिलेगा, इसका फैसला अगले 24 घंटे में हो जाएगा। सूत्रों के मुताबिक विभागों के बंटवारे का फॉर्मूला भी तय कर लिया गया है।
मिले महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने CM देवेंद्र फडणवीस से मुलाकात की है। इस दौरान उद्धव के बेटे आदित्य भी उनके साथ थे। आइए जानते हैें इस मुलाकात के बारे में।
छगन भुजबल ने मंगलवार को NCP सुप्रीमो अजित पवार पर परोक्ष रूप से हमला करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री फडणवीस उन्हें नए कैबिनेट में शामिल करने के पक्ष में थे, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।
मुख्मंत्री बनने के बाद देवेंद्र फडणवीस पहली बार नागपुर पहुंचे हुए थे। ये उनका गृह जिला है। सीएम के स्वागत के लिए काफी संख्या में भीड़ जुटी हुई थी। इसी का फायदा लुटेरों ने उठाया है।
महाराष्ट्र में देवेंद्र फडणवीस के नेतृत्व में नई सरकार का गठन हो चुका है। नई सरकार में तीन महिला अधिकारियों का दबदबा होने वाला है। आइए जानते हैं इनके बारे में।
महाराष्ट्र में 2.5-2.5 साल के लिए मंत्री बनाए जा रहे हैं। अब इस मुद्दे पर विपक्ष ने सरकार की चुटकी ली है। विपक्ष ने कहा कि हम उनको नया फॉर्मूला दे रहे हैं जिससे कोई विधायक नाराज नहीं होगा।
अजित पवार और एकनाथ शिंदे ने साफ किया है कि हर मंत्री को ढाई साल दिए जाएंगे। इसके बाद उन्हीं मंत्रियों का कार्यकाल आगे बढ़ेगा, जिनका प्रदर्शन अच्छा होगा।
महाराष्ट्र में फडणवीस सरकार की नई कैबिनेट तैयार हो गई है लेकिन वहीं मंत्री पद नहीं मिलने से शिंदे गुट के विधायक नरेंद्र भोंडेकर ने पार्टी पद से इस्तीफा दे दिया है। इस्तीफा देने के बाद जानिए उन्होंने क्या कहा?
फडणवीस ने कहा, “ये लोग (विपक्षी) निराश हैं। उन्हें लोकतंत्र और निर्वाचन आयोग पर भरोसा नहीं है। उन्हें उच्चतम न्यायालय, भारतीय रिजर्व बैंक और नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक पर भरोसा नहीं है।
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