महाराष्ट्र में महायुति की सरकार बनने के बाद अब मंत्रिमंडल का बंटवारा हो चुका है। इस कड़ी में सीएम देवेंद्र फडणवीस के पास गृह विभाग, उर्जा समेत कई अन्य विभागों की जिम्मेदारी है। चलिए बताते हैं कि शिवसेना नेता एकनाथ शिंदे और एनसीपी नेता अजित पवार को क्या जिम्मेदारी मिली है।
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कांग्रेस पर बड़ा आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि जिन संगठनों को कांग्रेस सरकार ने माओवादियों का मुखौटा कहा था, वहीं 'भारत जोड़ो यात्रा' में शामिल हुई थीं।
मंत्रियों के विभागों के बंटवारा नहीं होने पर विपक्ष ने चुटकी ली है। नितिन राऊत ने कहा यह इतिहास बन गया कि मंत्रियों के विभाग के बिना शीत सत्र संपन्न हो रहा है। हालांकि, मंत्रियों को उम्मीद है कि एक दो दिन में विभागों का बंटवारा हो जाएगा।
चुनाव में टेरर फंडिंग के मामले को लेकर मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस पर विपक्ष ने निशाना साधा है। विपक्ष का कहना है कि सीएम इसकी जांच क्यों नहीं कराते।
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने एनसीपी के प्रमुख और राज्य के डिप्टी सीएम अजित पवार को लेकर बड़ा बयान दिया है। फडणवीस ने विधानसभा में कहा है कि अजित पवार एक दिन मुख्यमंत्री बनेंगे।
देवेंद्र फडणवीस कैबिनेट में किस मंत्री को कौन सा विभाग मिलेगा, इसका फैसला अगले 24 घंटे में हो जाएगा। सूत्रों के मुताबिक विभागों के बंटवारे का फॉर्मूला भी तय कर लिया गया है।
मिले महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने CM देवेंद्र फडणवीस से मुलाकात की है। इस दौरान उद्धव के बेटे आदित्य भी उनके साथ थे। आइए जानते हैें इस मुलाकात के बारे में।
छगन भुजबल ने मंगलवार को NCP सुप्रीमो अजित पवार पर परोक्ष रूप से हमला करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री फडणवीस उन्हें नए कैबिनेट में शामिल करने के पक्ष में थे, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।
मुख्मंत्री बनने के बाद देवेंद्र फडणवीस पहली बार नागपुर पहुंचे हुए थे। ये उनका गृह जिला है। सीएम के स्वागत के लिए काफी संख्या में भीड़ जुटी हुई थी। इसी का फायदा लुटेरों ने उठाया है।
महाराष्ट्र में देवेंद्र फडणवीस के नेतृत्व में नई सरकार का गठन हो चुका है। नई सरकार में तीन महिला अधिकारियों का दबदबा होने वाला है। आइए जानते हैं इनके बारे में।
महाराष्ट्र में 2.5-2.5 साल के लिए मंत्री बनाए जा रहे हैं। अब इस मुद्दे पर विपक्ष ने सरकार की चुटकी ली है। विपक्ष ने कहा कि हम उनको नया फॉर्मूला दे रहे हैं जिससे कोई विधायक नाराज नहीं होगा।
अजित पवार और एकनाथ शिंदे ने साफ किया है कि हर मंत्री को ढाई साल दिए जाएंगे। इसके बाद उन्हीं मंत्रियों का कार्यकाल आगे बढ़ेगा, जिनका प्रदर्शन अच्छा होगा।
महाराष्ट्र में फडणवीस सरकार की नई कैबिनेट तैयार हो गई है लेकिन वहीं मंत्री पद नहीं मिलने से शिंदे गुट के विधायक नरेंद्र भोंडेकर ने पार्टी पद से इस्तीफा दे दिया है। इस्तीफा देने के बाद जानिए उन्होंने क्या कहा?
फडणवीस ने कहा, “ये लोग (विपक्षी) निराश हैं। उन्हें लोकतंत्र और निर्वाचन आयोग पर भरोसा नहीं है। उन्हें उच्चतम न्यायालय, भारतीय रिजर्व बैंक और नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक पर भरोसा नहीं है।
महाराष्ट्र में देवेंद्र फडणवीस के कैबिनेट का आज विस्तार होनेवाला है। इस नई कैबिनेट किन-किन चेहरों को जगह मिलेगी इस एक लिस्ट सामने आ गई है। शपथ लेनेवालों विधायकों को फोन कर आमंत्रित किया गया है।
महाराष्ट्र में शपथ ग्रहण को लेकर विधायकों की धड़कनें अब बढ़ने लगी है। कुछ के पास फोन कॉल आ चुके हैं जबकि कुछ विधायक बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं।
महाराष्ट्र में सरकार के गठन होने के बाद अब आवासों और बंगलों का बंटवारा शुरू हो चुका है। इस बीच रामगिरी बंगले में देवेंद्र फडणवीस रहेंगे। बता दें कि पहले इस बंगले में बतौर सीएम एकनाथ शिंदे रहा करते थे।
महाराष्ट्र में किस विधायक को मंत्री बनाया जाए और किसे कौन से विभाग दिया जाएगा यह देवेंद्र फडणवीस खुद तय करेंगे। बीजेपी आलाकमान ने यह अधिकार सीएम को सौंप दिया है।
महाराष्ट्र में निवेश को बढ़ाने के लिए सीएम देवेंद्र फडणवीस ने कई पहल शुरू की है। इसके लिए उन्होंने मुख्य तौर पर चार तरह की योजनाओं पर काम करना शुरू कर दिया है।
महाराष्ट्र में शपथ ग्रहण के बाद से सबकी निगाहें मंत्रिमंडल विस्तार पर टिकी हुई हैं। महाराष्ट्र में सीएम, डिप्टी सीएम ने एक हफ्ते पहले शपथ ली थी लेकिन अभी तक विभागों का बंटवारा नहीं हुआ हैं। वहीं, अब खबर है कि पावर शेयरिंग के फॉर्मूले पर सहमति बन गई है।
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