अरुण जेटली ने कहा कि नोटबंदी जैसे संरचनात्मक सुधारों तथा जीएसटी को पेश करने के कुछ प्रभाव रहे हैं, लेकिन दीर्घावधि में इनसे अर्थव्यवस्था को फायदा होगा।
8 नवंबर को नोटबंदी के एक साल पूरे हो रहे हैं। ऐसे में पूरे देश में इस बात चर्चा हो रही है कि नोटबंदी से देश को क्या हासिल हुआ। जहां सरकार नोटबंदी को देश की अर्थव्यवस्था के लिए एक बड़ा कदम बता रही है वहीं विपक्ष एक नुकसानदेह कदम बता रहा है।
Demonetisation a watershed moment for Indian economy, says Arun Jaitley on one year of note ban
वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा कि 2014 में एनडीए की सरकार के गठन से पहले देश की अर्थव्यवस्था में जो यथास्थित थी उसमें बदलाव आया है कि जो कि देश के भविष्य के लिए जरूरी था।
8 नवंबर को नोटबंदी का एक साल पूरा होने जा रहा है, और इस मौके पर सरकार और विपक्ष में इसे सफल और असफल बताने की कवायद जोर पकड़ चुकी है...
One Year of Demonetisation: BJP releases another ad to quell criticism against note ban
पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने ‘नोटबंदी’ पर मोदी सरकार पर करारा हमला बोलते हुए कहा कि ‘नोटबंदी संगठित लूट है’ और यह मोदी सरकार की बड़ी भूल है। उन्होंने कहा कि ‘इससे आम आदमी को परेशानी हुई और समझ में नहीं आता की सरकार को नोटबंदी की सलाह किसने दी।‘
8 नवंबर को बेनामी संपत्ति के खिलाफ सरकार कोई बड़ा फैसला कर सकती है और पीएम मोदी कोई रोडमैप पेश कर सकते हैं। बेनामी संपत्ति के खिलाफ सरकार कोई कानून ला सकती है जिसमें अगर मालिकाना हक के कानूनी सबूत नहीं मिले तो बेनामी संपत्तियों को सरकार अपने कब्जे मे
सेंसेक्स ने बाजार खुलने के थोड़ी देर बाद ही 33,853.63 की रिकॉर्ड ऊंचाई को छू लिया है। फिलहाल सेंसेक्स 112.94 प्वाइंट की तेजी के साथ 34,844.13 के स्तर पर है
राजस्व सचिव हसमुख अधिया को नया वित्त सचिव बनाया गया है। इस बारे में सोमवार को आधिकारिक आदेश जारी किया गया।
8 नवंबर को विपक्ष जहां काला दिवस मना रहा है वहीं सरकार नोटबंदी को अपनी उपलब्धि गिना रही है और 8 नवंबर को एंटी ब्लैकमनी दिवस के तौर पर मना रही है
1 Year of Demonetisation: PM Modi likely to make key announcement on 8th Nov
केंद्रीय मंत्री जयंत सिन्हा ने कहा कि लोगों ने नोटबंदी स्वीकार किया है और इसी का नतीजा है कि यूपी और उत्तराखंड में बीजेपी को प्रचंड जीत मिली।
8 नवंबर को मोदी सरकार के बड़े फैसले नोटबंदी का एक साल पूरा हो रहा है। विरोधी सवाल उठा रहे हैं कि नोटबंदी से क्या मिला?
It has been one year since Prime Minister Narendra Modi announced the demonetisation of Rs 1,000 and Rs 500 currency notes. In one swipe, the decision removed 86 per cent of the currency in circulatio
नोटबंदी से पहले देश में हर महीने करीब 3,000 करोड़ रुपये का लेनदेन डिजिटल माध्यम से होता था और अब यह बढ़कर 6800 करोड़ रुपये हो गया है
नोटबंदी का एक साल पूरा होने के मौके पर आठ नवंबर को कांग्रेस के विरोध प्रदर्शन के आह्वान की परवाह नहीं करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज कहा कि पुतला फूंका जाना उन्हें भ्रष्टाचार और काले धन के खिलाफ लड़ाई में आगे बढ़ाने से नहीं डरा सकता
हिमाचल प्रदेश में 9 नवंबर को होने वाले विधानसभा चुनाव के मद्देनजर यहां आयोजित एक रैली में नोटबंदी पर पीएम मोदी ने कहा, पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने नोटबंदी से इनकार कर दिया था
चालू वित्त वर्ष में ग्रामीण आय में सामान्य वृद्धि ही होने की उम्मीद है। इसकी अहम वजह कृषि जिंसों की कीमतों में कमी और जीएसटी लागू होना एवं नोटबंदी का असर है
नोटबंदी के बाद करीब 35,000 कंपनियों के खातों में 17,000 करोड़ रुपए जमा हुए और निकाले गए, ऐसी सभी कंपनियों के पंजीकरण को ROC से रद्द किया जा चुका है।
संपादक की पसंद