Noida Supertech Twin Towers Demolition Cost: दोनों टावर कुतुब मीनार से भी ऊंचे हैं और इन्हें 15 सेकंड से भी कम समय में ‘वाटरफॉल इम्प्लोजन’ तकनीक से ढहा दिया गया है। अधिकारियों ने कहा कि ये भारत में अब तक की सबसे ऊंची संरचनाएं होंगी जिन्हें ध्वस्त किया गया है।
Noida Twin Tower: नोएडा में रविवार को जिन दो टावरों को गिराया जाना है कि उसके पास रहने वाले लोगों को केरल के मारडू नगर निकाय के कुछ निवासियों ने सचेत करते हुए कहा है कि इमारतें ढहाये जाने से पहले ‘‘वे अपनी इमारतों की सुरक्षा के लिए अधिकारियों से कानूनी आश्वासन ले लें।’’
Supertech Twin Tower: 40 एक्सपर्ट की टीम ग्राउंड जीरो पर मौजूद होगी, जो विस्फोट को सही तरीके से अंजाम देगी। टावर से तकरीबन 500 मीटर की दूरी पर अधिकारियों के लिए एक व्यूप्वाइंट बनाया गया है।
Noida Twin towers demolition: सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद नोएडा में सुपरटेक कंपनी के दोनों टावर अब ध्वस्तीकरण के लिए पूरी तरह तैयार हैं। इन्हें गिराने के लिए विस्फोटक लगाए जाने का कार्य पूरा किया जा चुका है।
Supertech Twin Tower: अब से 15 दिनों तक रोजाना 325 किलोग्राम विस्फोटक लाकर इन दोनों टॉवरों में लगाया जाएगा। इस दौरान 1 दर्जन पुलिसकर्मी विस्फोटकों की सुरक्षा के लिए लगे रहेंगे।
दिल्ली में आज बुलडोजर नहीं चलेगा। शाहीन बाग, कालिंदी कुंज और जामिया नगर में अतिक्रमण के विरोध में कार्रवाई होनी थी। बता दें अवैध निर्माण के खिलाफ दक्षिणी दिल्ली नगर निगम कार्रवाई कर रहा है। बताए गए प्लान के मुताबिक बुधवार को तुगलकाबाद के करणी शूटिंग रेंज इलाके में अतिक्रमण हटाया गया।
सुपरटेक कंपनी द्वारा यहां दो इमारतों को ढहाने के लिए जिस कंपनी को काम सौंपा गया था उसने अवैध निर्माण को गिराने के लिए और समय मांगा है।
विश्व हिंदू परिषद (विहिप) ने शुक्रवार को कांग्रेस को राजस्थान में दो मंदिरों को कथित तौर पर ध्वस्त किए जाने को लेकर आड़े हाथों लिया है।
उत्तर प्रदेश से लेकर मध्य प्रदेश और दिल्ली से लेकर राजस्थान, इन दिनों कोई नेता नहीं बल्कि बुलडोजर सियासत के केंद्र में बना हुआ है। राजस्थान के अलवर जिले के राजगढ़ में एक 300 साल पुराने मंदिर पर गहलोत सरकार ने बुलडोजर चलवा दिया है।
टीएमसी के प्रतिनिधिमंडल में चार और समाजवादी पार्टी के प्रतिनिधिमंडल में पांच नेता होंगे। इससे पहले कल कांग्रेस के एक प्रतिनिधिमंडल ने जहांगीरपुरी क्षेत्र का दौरा किया था
सिंह हाल में सांप्रदायिक हिंसा की चपेट में आए दिल्ली के जहांगीरपुरी इलाके में अतिक्रमण हटाने के अभियान को लेकर ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के प्रमुख ओवैसी की नाराजगी पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त कर रहे थे।
सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि फिलहाल वहां अगले आदेश तक यथास्थिति बहाल रखी जाए। अब इस मामले की सुनवाई दो हफ्ते बाद होगी।
इससे पहले सुप्रीम कोर्ट ने कल एमसीडी के इस एक्शन पर अगले आदेश तक के लिए रोक लगा दी थी। अब सारी निगाहें सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर टिकी हुई हैं।
चीफ जस्टिस एनवी रमण की अध्यक्षता वाली बेंच ने मौजूदा हालात में यथास्थिति बनाए रखने के निर्देश दिए। उसने कहा कि याचिका को उचित बेंच के समक्ष सूचीबद्ध किया जाएगा।
हाईकोर्ट के आदेश के बाद उत्तर प्रदेश में सार्वजनिक स्थलों या सड़क पर बने धार्मिक स्थलों को हटाने के आदेश के बाद योगी सरकार ने एक्शन शुरू कर दिया है। इसी एक्शन के तहत शनिवार रात को बाराबंकी में पहली कार्रवाई हुई जहां प्रशासन ने आपसी सहमति के बाद सड़क के बीचों-बीच बनी मजार को हटवाया। इस मजार को अब ईदगाह के पास विस्थापित किया जाएगा।
दिल्ली के चांदनी चौक पर हनुमान मंदिर को गिराने के मामले में सिसायत तेज हो गई है। यहां पर मंदिर गिराने का विरोध हो रहा है। चांदनी चौक के गौरीशकंर मंदिर के सामने बड़ी संख्या में कई हिंदू संगठनों के लोग जमा हो गए हैं और मंदिर गिराए जाने का विरोध कर रहे हैं। हिंदू संगठन के लोग हनुमान मंदिर तक मार्च कर रहे हैं।आपको बता दें कि हाईकोर्ट के आदेश के बाद एमसीडी ने हनुमान मंदिर को तोड़ा है। हनुमान मंदिर को चांदनी चौक रीडिवेलपमेंट प्रोजेक्ट के तहत गिराया गया।
आरोप है कि ड्रैगन मॉल का निर्माण अवैध था, जिस जगह पर यह मॉल बना हुआ है वहां पर दो मंजिला आवासीय उपयोग का नक्शा स्वीकृत करा मौके पर बेसमेंट व चार मंजिला मॉल बना लिया गया था।
कंगना रनौत के बंगले का कथित अवैध हिस्सा ढहाये जाने को लेकर दो करोड़ रुपये के मुआवजे की मांग करते हुए बंबई उच्च न्यायालय में दायर अदाकारा की याचिका पर अपने हलफनामे में बीएमसी ने शुक्रवार को कहा कि यह याचिका कानूनी प्रक्रिया का दुरूपयोग है। बृहन्मुंबई महानगरपालिका (BMC) ने अपने हलफनामे में अदालत से रनौत की याचिका खारिज करने और ऐसी याचिका दाखिल करने के चलते उन पर जुर्माना लगाने का अनुरोध किया।
सरकार ने स्पष्ट किया कि वह अदालत के आदेशों का पालन करेगी और फ्लैट मालिकों को वहां से हटाया। हालांकि फ्लैट मालिकों ने इसके खिलाफ यह कहकर प्रदर्शन किया कि उन्होंने इन फ्लैटों को खरीदने में अपनी जीवन भर की कमाई लगा दी।
जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय में रविवार की रात हुई हिंसा को लेकर इंडिया टीवी ने पड़ताल की तो बड़ी साजिश का खुलासा हुआ। पड़ताल में इंडिया टीवी को पता चला कि हिंसा के लिए कोड वर्ड में साजिश रची गई थी।
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