सीनेट ने भी पिछले साल ऐसा ही विधेयक पारित किया था लेकिन तब रिपब्लिकन के नियंत्रण वाला सदन इस पर मतदान नहीं करा पाया था जिससे यह विधेयक निष्प्रभावी हो गया। वर्तमान में सदन में डेमोक्रेट्स का नियंत्रण है।
बुकर उन डेमोक्रेट नेताओं की जमात में शामिल हो रहे हैं जो अगले साल होने वाले राष्ट्रपति चुनाव में डोनाल्ड ट्रंप का मुकाबला करने के लिए पार्टी की ओर से अपना नामांकन किए जाने की मांग कर रहे हैं।
अमेरिकी सीनेट के सदस्य एक महीने से भी अधिक समय से जारी सरकारी आंशिक बंद को समाप्त करने के प्रतिस्पर्धी प्रस्तावों पर बृहस्पतिवार को मतदान करने पर सहमत हो गए हैं, लेकिन इस बात की उम्मीद बहुत ही कम है कि किसी भी प्रस्ताव से संघीय एंजेसियों का काम दोबारा शुरू हो पाएगा।
ट्रम्प ने प्रतिनिधि सभा की स्पीकर नैंसी पेलोसी और सीनेट में अल्पमत के नेता चक शुमर से पूछा कि यदि आंशिक रूप से बंद पड़े सरकारी कामकाज को फिर से शुरू कर दिया जाए तो क्या वे आगामी 30 दिनों में सीमा दीवार के लिए राशि आवंटित किए जाने के कदम का समर्थन करेंगे। पेलोसी ने जब ‘नहीं’ में इसका जवाब दिया तो ट्रम्प नाराज हो गए।
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के लिए साल की शुरुआत राजनीतिक रूप से कुछ अच्छी नहीं रही है।
गौरतलब है कि कोलोरेडो को उस वक्त ‘‘नफरती राज्य’’ करार दिया गया था जब 1992 में वोटरों ने समलैंगिकों को भेदभाव से बचाने वाले कानून पर पाबंदी को मंजूरी दे दी थी।
इन परिणामों से वाशिंगटन में शक्ति संतुलन बदल जाने की आशा है। साल 2016 में हुये चुनावों में रिपब्लिकन पार्टी का कांग्रेस के दोनों सदनों में बहुमत था पर अब मध्यावधि चुनावों के परिणाम से राष्ट्रपति ट्रम्प को शासन चलाने में कठिनाई का अनुभव हो सकता है।
छह नवंबर को अमेरिकी नागरिक कांग्रेस के दोनों सदनों - प्रतिनिधि सभा और सीनेट - के लिए और 50 प्रांतों में से 36 के गर्वनरों के चुनाव के लिए वोट डालेंगे। प्रतिनिधि सभा की सभी 435 सीटों के लिए चुनाव होंगे जबकि उच्च सदन सीनेट की 100 में से 35 सीटों के लिए चुनाव होंगे।
इससे पहले कावानाह के नामांकन पर चर्चा को समाप्त करने के लिये सीनेट ने उनके नाम को 51-49 मतों से मंजूरी दी। एक रिपब्लिकन सांसद लीसा मुर्कोवस्की ने कावानाह के खिलाफ मतदान किया जबकि डेमोक्रैट सीनेटर जो मंचिन ने समर्थन में मतदान किया।
अमेरिका सदन में वरिष्ठ डेमोक्रेट सांसद नैंसी पेलोसी ने कम से कम 108 साल पुराने इतिहास को तोड़ते हुये गैर-दस्तावेजी युवा प्रवासियों को स्वदेश भेजने के बचाव में आठ घंटे से भी ज्यादा लंबा भाषण दिया।
इन दिनों संसद के दोनों सदनों में सत्ता पक्ष द्वारा दिए जा रहे भाषणों में पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू का जिक्र आ ही जाता है...
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का कहना कि कार्यकाल खत्म होने और व्हाइट हाउस छोड़ने के बाद वह अपने टैक्स रिटर्न का ब्यौरा सार्वजनिक कर सकते हैं।
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