31st December से पहले ऐसे कई काम हैं जिन्हें खत्म करना जरूरी है। Kaam Ki Khabar में आपको बताते हैं 31st December से पहले किन कामों को निपटाना जरूरी है।
Financial Deadline on 31 December: 31 दिसंबर को म्यूचुअल फंड नॉमिनेशन, आईटी रिटर्न और यूपीआई आईडी और बैंक लॉकर एग्रीमेंट रिन्यूएबल की आखिरी तारीख है।
Demat Account में नॉमिनी दर्ज कराना जरूरी है। अगर आप 31 दिसंबर तक नॉमिनी नहीं दर्ज कराते हैं तो आपका डीमैट अकाउंट फ्रीज हो सकता है।
डेडलाइन से चूकने पर निवेशक म्यूचुअल फंड से पैसा नहीं निकाल पाएंगे। अपने डीमैट खाते से ट्रेडिंग भी नहीं कर पाएंगे। आप चाहें तो अभी नॉमिनी को शामिल कर सकते हैं। इसकी प्रक्रिया बेहद आसान है।
Demat Account freeze by 31 December: ये साल खत्म होने से पहले दुनिया अपना काम करने में लगी है। जिनके जो काम आधुर हैं वो 31 दिसम्बर से पहले पूरा करन चाहते हैं। इन्हीं में से एक जरूरी काम है डीमैट अकाउंट में नॉमिनी एड करना. अगर आपका डीमैट अकाउंट है और उसमें नॉमिनी एड नहीं है, तो 31 दिसंबर तक इस काम क
डीमैट अकाउंट्स (Demat Account) में जोरदार बढ़ोतरी, जो अब 132 मिलियन (13.2 करोड़) तक पहुंच गई है, बाजार में तेजी में प्रमुख भूमिका निभा रही है, जबकि लार्ज कैप एफआईआई की बिकवाली के दबाव में हैं।
सेबी ने पहले चेतावनी दी थी कि फैसला नहीं लेने वाले डीमैट अकाउंट्स 30 सितंबर, 2023 से फ्रीज कर दिए जाएंगे।
Personal finance Rules changes 1st October | पैसे से संबंधित कुछ नियम 1 अक्टूबर से बदलने वाले हैं। काम की खबर में जानते हैं कौन से हैं वो नियम, क्या बदलाव से आप भी होंगे प्रभावित।
अगले महीने से विदेशी खर्चों पर नया टीसीएस नियम (New TCS rule) भी लागू होगा। स्मॉल सेविंग्स अकाउंट के लिए भी नए नियम होंगे लागू।
भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (SEBI) के एक सर्कुलर के मुताबिक, डीमैट या म्यूचुअल फंड में निवेश करने वालों के लिए नॉमिनी की डिटेल डालनी जरूरी है।
अब से चंद घंटे बाद नया वित्त वर्ष 2023-24 शुरू हो जाएगा। ऐसें में 31 मार्च की तारीख कैलेंडर पर बदलने से पहले पांच जरूरी काम कर लीजिए। वरना आपको बड़ा घाटा झेलना पड़ सकता है।
SEBI News: सेबी ने आदेश जारी करते हुए कहा है कि कारोबार के साथ-साथ डीमैट खातों के मूल्यांकन और विभिन्न पक्षों से प्राप्त प्रतिवेदनों के आधार पर यह निर्णय किया गया है। आइए जानते हैं कि पूरी खबर क्या है?
Income Tax Department: इनकम टैक्स डिपार्टमेंट के बाद अब सेबी ने भी आदेश जारी कर दिया है। स्टॉक मार्केट में निवेश करने वाले सभी निवेशकों को सेबी के इस आदेश को हर हाल में फॉलो करना होगा। अगर नहीं करते हैं तो उनका डीमैट अकाउंट बैन हो जाएगा।
डीमैट खातों की संख्या में सालाना आधार पर 31 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। शेयर बाजारों से आकर्षण रिटर्न की वजह से डीमैट खातों की संख्या बढ़ रही है।
Alert: 30 सितंबर तक डीमैट खाता धारकों को टू-फैक्टर ऑथेंटिकेशन की प्राॅसेस पूरा करना है।
वित्त वर्ष 2020-21 की शुरुआत में कुल डीमैट खातों की संख्या 4.1 करोड़ थी, जो वित्त वर्ष के अंत तक बढ़कर 5.5 करोड़ हो गई।
घरेलू शेयर बाजार के नए शिखर पर पहुंचने के साथ वित्त वर्ष 2020-21 के दौरान ब्रोकरेज कंपनियों ने पिछले साल अप्रैल से 31 मई 2021 तक हर महीने औसतन 13 लाख नए डीमैट खाते खोले हैं।
एसबीआई ने कहा है कि योनो एप के जरिये डीमैट और ट्रेडिंग अकाउंट खोलने पर उपभोक्ताओं को 1350 रुपये की तुरंत बचत होगी।
सूचीबद्ध कंपनियों के शेयरों का हस्तांतरण पांच दिसंबर से अनिवार्य रूप से डीमैट फॉर्म में ही होना चाहिये। बाजार नियामक सेबी ने यह बात कही। सेबी ने अपनी हालिया अधिसूचना में शेयर ट्रासंफर एजेंट से जुड़े सूचीबद्धता दायित्व और डिसक्लोजर्स आवश्यकताओं (LODR) के नियमों में फेरबदल की घोषणा की।
नवंबर अंत में कुल सक्रिय डीमैट खातों की संख्या 3,03,02,586 दर्ज की गई है। अकेले नवंबर में ही 3,92,880 ने लोगों ने डीमैट खाते खुलवाए हैं
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