केरल में एक बार फिर से कोरोना वायरस ने रफ्तार पकड़ ली है जिसे देखते हुए महामारी विशेषज्ञों और हेल्थ एक्सपर्ट ने चेतावनी दी है कि यह कोरोना महामारी की तीसरी लहर की शुरुआत हो सकती है। राज्य में मंगलवार को कोविड-19 के 23,676 नए मामले सामने आए।
पाकिस्तान में डेल्टा स्वरूप के बढ़ते मामलों और महामारी की चौथी लहर के बीच कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए सोमवार को प्रमुख शहरों में फिर से पाबंदियां लगा दी गईं। राष्ट्रीय कमान और संचालन केंद्र (एनसीओसी) ने 4,858 नए मामले सामने आने के बाद कई शहरों के लिए अपने दिशानिर्देशों को संशोधित किया।
ICMR की तरफ से की गई एक स्टडी में कहा गया है कि पूर्ण रूप से भारत में तैयार की गई वैक्सीन Covaxin इस नए कोरोना वेरिएंट Delta Plus पर असरदार है।
हाल ही में आयातित होने से क्षेत्रीय प्रकोप और क्लस्टरिंग संक्रमण के कारण चीन के अधिक प्रांत प्रभावित हुए हैं। कोरोना का डेल्टा प्लस वैरिएंट दुनिया भर में सबसे प्रचलित वैरिएंट बना हुआ है।
चीन के एक स्वास्थ्य अधिकारी ने शनिवार को कहा कि कोरोना वायरस का घातक डेल्टा स्वरूप का देश के और अधिक क्षेत्रों तक फैलना जारी रह सकता है।
पाकिस्तान के राष्ट्रपति आरिफ अल्वी ने सोमवार को देशवासियों से ''गंभीर होने'' और कोविड-19 पाबंदियों का पालन करने की अपील की।
एक अध्ययन में पाया गया कि डेल्टा स्वरूप से अस्पताल, आईसीयू में भर्ती होने और मौत होने का खतरा दोगुना है। इसलिए न्यू साउथ वेल्स की जांच और संपर्क में आए लोगों का पता लगाने की रणनीति डेल्टा के खिलाफ काम नहीं आई।
सीरो सर्वे की चौथी रिपोर्ट में पाया गया है कि देश की करीब 40 करोड़ आबादी की अब भी एंटी बॉडी नहीं बनी है। ऐसे में जानिए कैसे बनाएं इम्यूनिटी मजबूत।
एक अध्ययन के अनुसार, कोविड-19 के डेल्टा वेरिएंट से संक्रमित लोगों के शरीर में कोरोनावायरस के मूल वेरिएंट से संक्रमित लोगों की तुलना में अधिक वायरस पैदा होता है, जिसका फैलाना बहुत आसान हो जाता है।
ब्रिटेन में एक बार फिर कोरोना संक्रमण बढ़ रहा है। यहां वैक्सीन लगवा चुके वयस्कों में कोरोना संक्रमण के मामले काफी तेजी से आ रहे हैं। पब्लिक हेल्थ इंग्लैंड (पीएचई) की एक हालिया रिपोर्ट के अनुसार, बिना वैक्सीनेटेड लोगों की तुलना में वैक्सीनेटड लोग कोविड से अधिक मर रहे हैं।
कोविड-19 रोधी टीकाकरण करवाने के बावजूद संक्रमण की चपेट में वाले अधिकांश मामलों में संक्रमण की वजह कोरोना वायरस का डेल्टा स्वरूप है। हालांकि ऐसे मामलों में से महज 9.8 फीसदी में ही अस्पताल में भर्ती करने की जरूरत पड़ी तथा मृत्यु दर भी 0.4 फीसदी रही।
कोरोना संक्रमण ने एक बार फिर से डराना शुरू कर दिया है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) की वीकली रिपोर्ट के मुताबिक, बीते सप्ताह दुनियाभर में कोरोना के नए मामलों में बड़ा उछाल देखने को मिला है।
WHO ने आगाह किया है कि कोविड-19 के डेल्टा स्वरूप के साथ जोड़कर देखी जा रही अधिक संक्रामकता से मामले काफी हद तक बढ़ने की और स्वास्थ्य प्रणालियों पर अधिक दबाव डालने की आशंका है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन के प्रमुख टेड्रोस अदहानोम गेब्रेयेसस ने कहा है कि कोविड-19 का नया वेरिएंट ‘डेल्टा’ विश्वभर में तेजी से फैल रहा है।
म्यामां की सीमा से लगे चीनी शहर रूइली में बड़े पैमाने पर की गई कोविड-19 की जांच में संक्रमण के नौ और मामले पाए जाने पर वहां लॉकडाउन लागू कर दिया गया है।
भारत सहित दुनिया भर में तबाही मचाने वाले कोरोना वायरस के डेल्टा वेरिएंट के बाद अब कोरोना वायरस के लैम्बडा वेरिएंट को सबसे ज्यादा खतरनाक बताया जा रहा है। मलेशिया के स्वास्थ्य मंत्रालय ने इसे वेरिएंट ऑफ कंसर्न की श्रेणी में डाल दिया है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन के महानिदेशक टेड्रोस अदहानोम गेब्रेयेसस ने आगाह किया कि दुनिया कोविड-19 महामारी के बेहद ‘‘खतरनाक दौर’’ में है जिसके डेल्टा जैसे स्वरूप अधिक संक्रामक हैं और वक्त के साथ लगातार बदल रहे हैं।
सरकार ने टीकाकरण और कोविड-19 प्रोटोकॉल का पालन करने पर शुक्रवार को जोर देते हुए कहा कि महामारी की दूसरी लहर अभी खत्म नहीं हुई है, इसलिए लापरवाही नहीं बरतें।
एक स्टडी के अनुसार कोरोना से 30 प्रतिशत लोगों को 6 माह के अंदर किडनी संबंधी कई समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।
देश में कम हो रहे कोरोना वायरस मामलों के बीच गृह मंत्रालय ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से कहा है कि अपने यहां पॉजीटिव कोरोना केसों को लेकर सजग रहें और इसपर नजर बनाए रखें।
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