अमित शाह ने दिल्ली यूनिवर्सिटी में छात्रों और प्रोफेसर्स को संबोधित करते हुए देश की रक्षा नीति का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार बनने से पहले देश की कोई रक्षा नीति नहीं थी। विदेश नीति को ही रक्षा नीति मानते थे। इस देश पर सालों से हमारे पड़ोसी देशों द्वारा प्रछन्न रूप से हमले होते थे, आतंकवादी भेजे जाते थे।
दिल्ली विश्वविद्यालय अपने 100 वर्ष पूरे होने के मौके पर एक साल तक चलने वाले समारोहों की रविवार से शुरुआत करेगा और इस मौके पर स्मारक डाक टिकट, एक सिक्का और एक वेबसाइट जारी की जाएगी। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
यूजीसी ने 2022-23 शैक्षणिक सत्र में सभी केंद्रीय विश्वविद्यालयों और उनके संबद्ध कॉलेजों में ग्रेजुएट एंट्रेंस में बोर्ड परीक्षा के प्रदर्शन को कोई वेटेज नहीं दिए जाने की एलान किया है।
विश्वविद्यालयों के मुताबिक इस वर्ष फर्स्ट ईयर का नया बैच भी समय पर शुरू होगा। इस वर्ष पहली बार नए बैच के लिए दाखिले एनईपी यानी नई शिक्षा नीति के तहत किए जाएंगे।
संक्रमण के चलते दिल्ली यूनिवर्सिटी से संबद्ध सभी कॉलेज को मार्च 2020 में बंद कर दिया गया था । फर्स्ट ईयर की छात्र कल्याणी हरबोला कहती हैं, ‘हम छात्र कक्षाओं में पढ़ाई को लेकर बेहद उत्साहित हैं, क्योंकि यह हमें हमारा भविष्य निर्धारित करने में अनेक अवसर उपलब्ध कराएगा।’
पता चला है कि छात्र ने खुद पर जो तरल पदार्थ डाला था वह पेट्रोल और पानी का मिश्रण था। अन्य तथ्यों का सत्यापन किया जा रहा है। दिल्ली पुलिस ने कहा है कि छात्र ना तो घायल हुआ है और ना हीं उसे गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने बताया कि पेशेवरों द्वारा छात्र की काउंसलिंग की जा रही है।
पुलिस ने बताया कि आरोपी की पहचान उत्तर प्रदेश के गाजीपुर के धर्मपाल राय के रूप में की गई है। पुलिस के अनुसार, राय ने हाई स्कूल तक पढ़ाई की है और वह एक आरओ प्लांट में ऑपरेटर का काम करता है।
कॉलेज की प्रधानाचार्य रमा शर्मा का कहना है कि केन्द्र में उन्होंने सिर्फ एक गाय रखी है और उसे अनुसंधान के लिए रखा गया है। उन्होंने बताया कि केन्द्र जहां बनाया गया है वह खाली पड़ा हुआ था, वहां छात्रावास बनाना संभव नहीं है।
शुक्रवार शाम दिल्ली विश्वविद्यालय की एग्जीक्यूटिव काउंसिल की एक अहम बैठक बुलाई गई। इस बैठक में सेंट्रल यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट को मंजूरी दे दी गई है।
गौरतलब है कि अकादमिक परिषद की बैठक 10 दिसंबर को हुई थी और इसने इस प्रस्ताव को पहले ही मंजूरी दे दी थी।
दिल्ली विश्वविद्यालय (DU) ने शनिवार को तीसरी कट-ऑफ सूची (DU Cut-off list 2021) जारी की, जिसमें स्नातक पाठ्यक्रमों (Graduation Courses) में दाखिले के लिए अनिवार्य अंक में 0.25 से 1.5 फीसदी तक कमी आई है।
दिल्ली विश्वविद्यालय में जहां एक ओर अंडर ग्रेजुएट पाठ्यक्रमों के लिए 100 फीसदी तक कट ऑफ जा रही है, वहीं दूसरी ओर दिल्ली विश्वविद्यालय के 20 से अधिक कॉलेजों ऐसे हैं जहां स्थाई प्रिंसिपल के पद खाली पड़े है।
पांडेय ने केरल से अधिक संख्या में विद्यार्थियों के डीयू आने को एक ‘साजिश’ करार देते हुए इसे ‘मार्क्स जिहाद’ अर्थात अंक जिहाद करार दिया था।
बीए (ऑनर्स) राजनीतिक विज्ञान में प्रवेश के लिए 100 फीसदी अंक की पहली कट जारी करने वाले दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू) के रामजस कॉलेज ने दूसरी सूची में जरूरी अंकों में कोई बदलाव नहीं किया है।
दिल्ली विश्वविद्यालय विभिन्न अंडर ग्रेजुएट पाठ्यक्रमों के लिए 9 अक्टूबर को दूसरी कट ऑफ लिस्ट जारी करेगा। इसके साथ ही बुधवार को दिल्ली विश्वविद्यालय में पहली कटऑफ के बाद शुरू की गई दाखिला प्रक्रिया समाप्त हो गई है।
दिल्ली विश्वविद्यालय नॉर्थ कैंपस के श्रीराम कॉलेज ऑफ कॉमर्स ने 2020-21 के लिए प्लेसमेंट ड्राइव आयोजित किया। इस दौरान कॉमर्स के एक छात्र को 25 लाख रुपये प्रतिवर्ष का पैकेज ऑफर किया है।
दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू) पहले कट आफ के आधार पर दाखिले की प्रक्रिया सोमवार से शुरू करने जा रहा है और यह प्रक्रिया पूरी तरह ऑनलाइन होगी। पिछले साल की तरह विश्वविद्यालय ने छात्रों से कैंपस में नहीं आने के लिये कहा है।
दिल्ली विश्वविद्यालय में रजिस्ट्रेशन करवाने वाले छात्रों की प्रवेश परीक्षा 26 सितंबर से शुरू हो गई। 26 सितंबर की पहली परीक्षा रविवार शाम को खत्म हुई।
DU के रजिस्ट्रार विकास गुप्ता ने शुक्रवार को कहा, ''हमारे यहां 31 अगस्त को कार्यकारी परिषद की बैठक होगी और उसके बाद हम योजना बनाएंगे और एक बैठक करेंगे। हम एक सितंबर से प्रत्यक्ष कक्षाएं बहाल नहीं कर पाएंगे। जब भी हम दोबारा कक्षाएं शुरू करेंगे, सबसे पहले हम विज्ञान के छात्रों के लिए इसकी शुरुआत करेंगे।''
दिल्ली विश्वविद्यालय में स्नातक पाठ्यक्रमों की करीब 70 हजार सीटों के लिये पंजीकरण प्रक्रिया सोमवार से शुरू होगी। पंजीकरण की आखिरी तारीख 31 अगस्त होगी।
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