दिल्ली में हवा की गुणवत्ता बुधवार को मामूली रूप से खराब हुई और यह ‘‘खराब’’ श्रेणी में दर्ज की गई क्योंकि हवा की दिशा बदलने के बाद, पराली जलाने से होने वाले प्रदूषण का शहर में प्रभाव बढ़ गया।
दिल्ली में प्रदूषण कम करने के लिए दिल्ली सरकार ने आज से रेड लाइट ऑन गाड़ी ऑफ का दूसरा चरण शुरू किया ।
प्रदूषण के स्तर के बढ़ने के कारण शनिवार की सुबह राष्ट्रीय राजधानी पर विषाक्त धुंध का एक मोटा आवरण नजर आया। इसके साथ हवा का स्तर 'बहुत खराब' की श्रेणी में रहा और अब यह रात तक 'गंभीर' हो जाएगा।
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली में और भी वजहों से कोरोना बढ़ा है लेकिन सबसे बड़ी वजह प्रदूषण ही है। केजरीवाल शुक्रवार को पराली को बायो डीकंपोज करने के लिए किए गए परीक्षण की सफलता को लेकर सबोंधित कर रहे थे
दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने बुधवार को कहा कि आप सरकार ने वाहनों से होने वाले प्रदूषण को कम करने के लिए ‘रेड लाइट आन, गाड़ी आफ’ अभियान को 30 नवम्बर तक बढ़ाने का फैसला किया है।
अरविंद केजरीवाल ने गुरुवार को कहा, कि दिल्ली में कोरोना और प्रदूषण दोनों का बड़ा कहर छाया हुआ है, दिल्ली सरकार और दिल्ली के लोग इस स्थिति से निपटने के लिए पूरा प्रयास कर रहे हैं
राष्ट्रीय राजधानी में वायु गुणवत्ता शनिवार सुबह ‘बहुत खराब’ श्रेणी में रही। सर्दियों के साथ ही दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण की समस्या गहराने लगी है। आस-पास के राज्यों में पराली जलाने से दिल्ली-एनसीआर की हवा लगातार प्रदूषित हो रही है।
विशेषज्ञों ने कहा कि पंजाब के खेतों में धान की पराली जलाने के कारण पैदा हुए धुंए के 300-400 किलोमीटर दूर पहुंचकर दिल्ली की वायु गुणवत्ता को प्रभावित करना लगभग नामुमकिन है।
बीजेपी ने कहा है कि केंद्र सरकार ने दिल्ली सरकार को 2 साल पहले 1,000 इलेक्ट्रिक बसों की अनुमति दी थी, लेकिन अभी तक एक भी बस नहीं खरीदी गई।
राष्ट्रीय राजधानी में वायु गुणवत्ता मंगलवार को 'बहुत खराब' श्रेणी में दर्ज की गई। दिल्ली की वायु गुणवत्ता 31 अक्टूबर तक 'बहुत खराब' श्रेणी में रहने का अनुमान है।
दिल्ली की वायु गुणवत्ता और खराब हो गई है। राष्ट्रीय राजधानी के कई क्षेत्रों में प्रदूषण का स्तर गंभीर श्रेणी में दर्ज किया गया। सरकारी एजेंसियों ने पूर्वानुमान व्यक्त किया है कि आगले दो दिनों में वायु गुणवत्ता और खराब होगी।
दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण कमेटी के मुताबिक हवा को दूषित करने वाली गैसों की मात्रा हवा में बढ़ गई है जिस वजह से दिल्ली में हवा की क्वॉलिटी लगातार खराब हो रही है।
दिल्ली में सर्दी की दस्तक के साथ ही प्रदूषण का स्तर दिन ब दिन खराब होता जा रहा है। मौसम विभाग के अनुसार दिल्ली में गुरुवार को प्रदूषण 'बेहद खराब' स्तर पर पहुंच गया।
दिल्ली में प्रदूषण को देखते हुए दिल्ली एनसीआर में 15 मार्च तक जनरेटर चलाने पर रोक लगा दी गई है। जनरेटर पर लगी रोक के चलते गाजियाबाद के इंदिरापुरम की ज्यादातर सोसाइटी में लोग परेशान हो रहे है।
दिल्ली के लगभग 65 प्रतिशत घरों में एक या एक से अधिक ऐसे व्यक्ति हैं, जिन्होंने पहले ही प्रदूषण से जुड़ी बीमारियों का सामना करना शुरू कर दिया है।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बताया कि दिल्ली में करीब 1 करोड़ पंजीकृत वाहन हैं और मौजूदा समय में रोजाना 30-40 लाख गाड़ियां रोजाना सड़कों पर निकल रही हैं।
आम आदमी पार्टी (AAP) के वरिष्ठ नेता और राष्ट्रीय प्रवक्ता राघव चड्ढा ने कहा, "जहां दिल्ली सरकार ने ईपीसीए द्वारा तय नियमों का कर्तव्य की तरह पालन किया, हमारा पड़ोसी हरियाणा कोई कार्रवाई करता नहीं दिख रहा है।"
राष्ट्रीय राजधानी की हवा की गुणवत्ता गुरुवार को 'खराब' श्रेणी में रही। वहीं सिस्टम ऑफ एयर क्वालिटी वेदर फॉरकास्टिंग एंड रिसर्च (सफर) ने पूवार्नुमान में कहा कि एक्यूआई अगले तीन दिनों में रविवार तक और बिगड़ेगा।
दिल्ली सहित राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र को सर्दियों के मौसम में वायु प्रदूषण की समस्या से निजात दिलाने के लिए प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) ने कमान संभाली है।
देश में कोरोना वायरस को हराने के लिए जारी 21 दिनों के सम्पूर्ण लॉकडाउन के कारण दिल्ली-एनसीआर की आबो-हवा आश्चर्यजनक तौर पर सुधर गई है। साथ ही साथ बीते कुछ दिनों से हो रही बेमौसम बरसात ने भी दिल्ली में हवा की गुणवत्ता सुधारने में मदद की है।
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