राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली लगातार चौथे साल दुनिया की सबसे प्रदूषित राजधानी रही। इसके अलावा दुनिया के 50 सबसे प्रदूषित शहरों में से 35 शहर भारत के हैं।
'वर्ल्ड एयर क्वालिटी रिपोर्ट, 2020' बताती है कि दुनिया के 30 सबसे प्रदूषित शहरों में भारत के 22 शहर शामिल हैं।
जिन लोगों के डीजल वाहनों के रजिस्ट्रेशन रद्द होंगे, उन्हें सरकार की ओर से अनापत्ति प्रमाण पत्र (NOC) जारी किया जाएगा।
मौसम विभाग ने अनुमान लगाया था कि शुक्रवार यानि आज हवा की गति बढ़ेगी। इसके साथ ही मौसम विभाग का अनुमान है कि अगले कुछ दिनों में कोहरा छाया रहेगा। मौसम विभाग का कहना है कि अगले दो-तीन दिनों में पारा और कुछ डिग्री गिरने का अनुमान है।
हालांकि, बूंदा बांदी के बावजूद, दिल्ली-एनसीआर की वायु गुणवत्ता 429 पर 'गंभीर' श्रेणी में बनी हुई है, जो बुधवार को 370 था। पड़ोसी फरीदाबाद में वायु गुणवत्ता सूचकांक 428, गाजियाबाद में 347, ग्रेटर नोएडा में 356, गुरुग्राम में 377 और नोएडा में 408 रहा।
कोर्ट ने कहा है कि जब दिल्ली में एयर क्वॉलिटी इंडेक्स 500 के पास है तो फिर स्कूलों को क्यों खोला गया है। कोर्ट ने कहा है कि दिल्ली में बच्चे स्कूलों में जा रहे हैं और बड़े घरों से काम कर रहे हैं।
दिल्ली में सोमवार को हवा चलने से वायु गुणवत्ता में मामूली सुधार देखा गया और वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) गंभीर से बेहद खराब में पहुंच गया। शहर में 24 घंटे के औसत एक्यूएआई 389 दर्ज किया गया।
दिल्ली में कम तापमान और धीमी हवाओं के कारण पैदा हुई मौसम संबंधी प्रतिकूल परिस्थितियों के कारण वायु प्रदूषण का स्तर शुक्रवार को गंभीर श्रेणी में पहुंच गया और वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 406 दर्ज किया गया।
तेज हवा चलने से रविवार तथा सोमवार को वायु गुणवत्ता में सुधार दर्ज किया गया था। मंगलवार को 24 घंटे का औसतन एक्यूआई 290 रहा था। इस महीने में दूसरी बार एक्यूआई में इतना सुधार देखा गया था, जो इससे पहले एक नवंबर को 281 दर्ज किया गया था।
पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने बताया कि दिल्ली सरकार ने सीएनजी तथा इलेक्ट्रिक गाड़ियों की एंट्री पर लगाई रोक को हटाने का फैसला किया है और 27 नवंबर शनिवार से सीएनजी तथा इलेक्ट्रिक गाड़ियों पर लगी रोक हट जाएगी
इससे पहले दिन में दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने केंद्र में अपने समकक्ष भूपेंद्र यादव से संयुक्त बैठक बुलाने और दिल्ली-एनसीआर में वायु प्रदूषण से निपटने के लिए एक कार्य योजना तैयार करने का आग्रह किया।
दिल्ली का 24 घंटे का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) शाम चार बजे 353 रहा। पराली के उत्सर्जन में गिरावट से राजधानी में 24 घंटे का औसत एक्यूआई शनिवार को 437 था जो रविवार को 330 पर आ गया।
दिल्ली में रहने वाले लोग इस साल फिर प्रदूषण की समस्या से जुझ रहे है। ऐसे में इतने सालों में इस समस्या का समाधान अब तक क्यो नही हो पाया इसे लेकर दिल्ली और इस संबंध में जो भी जिम्मेदार है उनसे सवाल पूछे जाने चाहिए।
दिल्ली के समाज कल्याण मंत्री राजेंद्र पाल गौतम ने शनिवार को कहा कि आम आदमी पार्टी के वृक्षारोपण अभियान से प्रदूषण कम हुआ है।
केजरीवाल सरकार ने दिल्ली वासियों को साथ लेकर प्रदूषण पर किया चौतरफा वार किया है। युद्ध, प्रदूषण के विरूद्ध अभियान चलाकर दिल्ली निवासियों को वाहनों के साथ अन्य तरह से होने वाले प्रदूषण को रोकने के लिए लोगों को जागरूक किया।
बता दें कि दिल्ली में पिछले साल वायु प्रदूषण का स्तर विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के मानकों से 6 गुना अधिक रहा।
वीरेंद्र ने पुआल की गांठ बनाने वाली एक मशीन खरीदी। इसमें उन्हें सरकारी सहायता भी प्राप्त हुई। इस मशीन से उन्होंने पराली के गठ्ठे बनाने शुरू कर दिए।
बादल छंटने, हवा की रफ्तार बढ़ने और पराली का धुआं घटने से दिल्ली में वायु प्रदूषण के स्तर में खासा सुधार देखने को मिला है। शुक्रवार की सुबह दिल्ली की वायु गुणवत्ता सुधरकर “मध्यम” श्रेणी में पहुंच गई और मौसम विज्ञान विभाग के मुताबिक इसमें और सुधार होने की उम्मीद है।
दिल्ली की वायु गुणवत्ता मंगलवार को “बेहद खराब” श्रेणी में दर्ज की गई। शहर के 38 में से 18 केंद्रों पर वायु गुणवत्ता “गंभीर” श्रेणी में दर्ज की गई।
दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने कहा कि धूल के प्रदूषण को कम करने के लिए पी.डब्ल्यू.डी. ने 23 एंटी स्मोग गन लगाए हैं जो कि मुख्य चौराहे और निर्माण साइट पर लगाए गए हैं।
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