पिछले कई दिनों से दिल्ली वालों को तनाव दे रही हवा की गुणवत्ता में रविवार को हल्का-सा सुधार देखने को मिला है।
दिल्ली का सबसे प्रदूषित इलाका है आनंद विहार है जहां पीएम 2.5 का लेवल 427 और पीएम 10 का लेवल 860 है जो जानलेवा है। पुरानी दिल्ली के चांदनी चौक में पीएम 2.5 का लेवल 427 और पीएम 10 का स्तर 402 है जो बेहद खतरनाक है।
प्रदूषण की रोकथाम के लिए बनी कमिटी पर्यावरण प्रदूषण नियंत्रण प्राधिकरण (ईपीसीए) के चेयरमैन ने बताया कि हालात नहीं सुधरे तो लोगों को कुछ और सख्त कदम झेलने पड़ सकते हैं। इनमें प्राइवेट गाड़ियों पर बैन भी मुमकिन है।
दिल्ली के लोगों को आने वाले दिनों में प्रदूषण और हवा की खराब क्वॉलिटी से राहत मिलती नहीं दिख रही है।
दिल्ली में शनिवार को कुल प्रदूषण का 32 प्रतिशत प्रदूषण पराली जलाए जाने की वजह से हुआ।
दिल्ली एनसीआर क्षेत्र में हवा की लगातार खराब होती गुणवत्ता को ठीक करने के लिए सरकार अब सख्त रूख अपनाते हुए वायु प्रदूषण मानकों का उल्लंघन करने वालों के ख़िलाफ़ आपराधिक मामला दर्ज कर कार्रवाई करेगी।
राजधानी दिल्ली की हवा(Delhi Air pollution) ने एक बार फिर से अपना रंग बदल लिया है। एक बार फिर से दिल्ली 'गैस चैंबर' बन रही है।
दिल्ली की वायु गुणवत्ता बृहस्पतिवार को ‘बहुत खराब’ स्तर पर चली गयी, वहीं भलस्वा कचरा ढलान स्थल पर आग अब भी सुलग रही है।
तापमान में आई गिरावट और बढ़ते प्रदूषण की वजह से जुकाम और खांसी के मरीजों की संख्या में लगातार बढ़ोतरी हो रही है
दिल्ली की वायु की गुणवत्ता का स्तर दो दिन तक ‘खराब’ स्तर पर रहने के बाद बुधवार को ‘बेहद खराब’ स्तर पर पहुंच गया।
हवा की गुणवत्ता का सूचकांक 201 से 300 के बीच ‘खराब’, 301 से 400 के बीच ‘बहुत खराब’ और 401 से 500 के बीच ‘अत्यंत गंभीर’ स्तर पर माना जाता है
भीषण प्रदूषण के चलते गैस चेंबर में तब्दील होती दिल्ली की हवा पिछले 24 घंटों में और भी बदतर हो गई है।
केंद्रीय परिवहन, जहाजरानी एवं जल संसाधन मंत्री नितिन गडकरी ने वादा किया है कि दिल्ली अगले कुछ महीनों में प्रदूषण मुक्त हो जाएगी।
अगर आनंद विहार की हवा में एंटी स्मॉग गन का ट्रायल अगर सफल होता है तो दिल्ली सरकार को राजधानी में प्रदूषण से निपटने के लिए एक बड़ा औजार मिल जाएगा। स्मॉग से निपटने के लिए सरकार ने कई योजनाओं की घोषणा की थी, जिसमें ऑड-ईवन, अधिकांश वाणिज्यिक ट्रकों पर प्
सीपीसीबी की वायु प्रयोगशाला के प्रमुख दीपांकर साहा सहित इसके अन्य वैज्ञानिकों की ओर से किए गए एक अध्ययन में पाया गया दिल्ली में पीएम2.5 का करीब 11 फीसदी कण दरअसल नमक है। बहरहाल, ठंड के महीनों में अध्ययन किए जाने के कारण वैज्ञानिकों ने इस बात की संभाव
पिछले 24 घंटे में हवा में दिल्ली के प्रमुख रिहायशी क्षेत्रों दिलशाद गार्डन, आईटीओ, मंदिर मार्ग, आनंद विहार और आर के पुरम क्षेत्र में एनओटू की मात्रा सुरक्षित स्तर 80 माइक्रो ग्राम प्रति क्यूबिक मीटर को पार गयी।
दिल्ली में प्रदूषण के बढ़े स्तर के कारण हाफ मैराथन रद्द करने की मांग के बीच आज हजारों की संख्या में लोगों ने इसमें भाग लिया
रिपोर्ट के अनुसार 19 नवंबर तक दिल्ली की हवा बेहद खराब कैटिगरी की बनी रहेगी। इस दौरान तापमान में कमी आएगी और हवा में नमी बनेगी। वहीं पंजाब से आने वाली हवाएं भी शुरू हो जाएंगी जिनमें प्रदूषण तो नहीं होगा लेकिन ऊपरी हवाओं की गति 19 नवंबर से काफी कम हो ज
दिल्ली की हवा ज़हरीली हो गई है…दिल्ली गैस चेम्बर बन गया है… सांस लेने का मतलब 50 सिगरेट रोज़ पीना जैसी बातें आज़ से एक हफ़्ताभर पहले चर्चा का विषय बनी हुई थी...
वायु प्रदूषण का मुकाबला करने के लिए दिल्ली सरकार द्वारा पर्यावरण कोष का इस्तेमाल नहीं करने के विरोध में आप सरकार के पूर्व मंत्री...
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