Delhi Pollution: दिल्ली में प्रदूषण का स्तर लगातार बढ़ रहा है। दीपावली के दिन सुबह इंडिया गेट पर एयर क्वालिटी इंडेक्स 276 रहा। वहीं पूरी दिल्ली की बात की जाए तो यह 270 के करीब रहा है। शनिवार से सोमवार के बीच यह प्रदूषण का स्तर और बढ़ गया है। चेतावनी यह दी जा रही है कि वातावरण में आगे और प्रदूषण बढ़ सकता है।
Delhi Pollution GRAP Stage 2: दिल्ली एनसीआर में ‘ग्रेडेड रिस्पॉन्स एक्शन प्लान’ (जीआरएपी) का दूसरा चरण लागू किया गया है। जिसके बाद से कई चीजों पर प्रतिबंध लग गया है।
एयर प्यूरीफायर वास्तव में पेड़ों की तरह काम करते हैं ये घर के अंदर की प्रदूषित हवा को खींच लेते हैं और साफ और शुद्ध हवा को बाहर फेंकते हैं।
Delhi Pollution: हालातों को देखते हुए ये कहा जा रहा है कि आने वाले 10 दिनों में दिल्ली की जनता को कुछ सख्त नियमों और पाबंदियों का सामना करना पड़ सकता है।
दिल्ली में पटाखे बैन करने के बाद अब प्रदूषण को रोकने के लिए दिल्ली सरकार ने एक और कदम उठाया है, इसके तहत पराली गलाने के लिए खेतों में बायो डि-कंपोजर का निशुल्क छिड़काव किया जाएगा। दिल्ली में बासमती और गैर बासमती धान के सभी खेतों में यह बायो डि-कंपोजर इस्तेमाल किया जाएगा।
Delhi: राष्ट्रीय राजधानी में सर्दियों की दस्तक के साथ ही हर साल प्रदूषण का तांडव शुरू हो जाता है। यही कारण है कि इस साल दिल्ली सरकार कई महीनों पहले से ही अलर्ट मोड पर है।
दिल्ली लगातार चौथे साल दुनिया की सबसे प्रदूषित राजधानी बन गई है। सबसे ज्यादा प्रदूषित शहरों की बात करें तो पहले पायदान पर भिवाड़ी और दूसरे पर गाजियाबाद है।
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली लगातार चौथे साल दुनिया की सबसे प्रदूषित राजधानी रही। इसके अलावा दुनिया के 50 सबसे प्रदूषित शहरों में से 35 शहर भारत के हैं।
'वर्ल्ड एयर क्वालिटी रिपोर्ट, 2020' बताती है कि दुनिया के 30 सबसे प्रदूषित शहरों में भारत के 22 शहर शामिल हैं।
जिन लोगों के डीजल वाहनों के रजिस्ट्रेशन रद्द होंगे, उन्हें सरकार की ओर से अनापत्ति प्रमाण पत्र (NOC) जारी किया जाएगा।
मौसम विभाग ने अनुमान लगाया था कि शुक्रवार यानि आज हवा की गति बढ़ेगी। इसके साथ ही मौसम विभाग का अनुमान है कि अगले कुछ दिनों में कोहरा छाया रहेगा। मौसम विभाग का कहना है कि अगले दो-तीन दिनों में पारा और कुछ डिग्री गिरने का अनुमान है।
मंत्री ने कहा कि शिक्षा विभाग ने पर्यावरण विभाग को एक प्रस्ताव भेजा है, जिसमें कक्षा छह और उससे ऊपर के छात्रों के लिए विद्यालयों और कोचिंग सेंटर को फिर से खोलने की मांग की गई है।
हालांकि, बूंदा बांदी के बावजूद, दिल्ली-एनसीआर की वायु गुणवत्ता 429 पर 'गंभीर' श्रेणी में बनी हुई है, जो बुधवार को 370 था। पड़ोसी फरीदाबाद में वायु गुणवत्ता सूचकांक 428, गाजियाबाद में 347, ग्रेटर नोएडा में 356, गुरुग्राम में 377 और नोएडा में 408 रहा।
कोर्ट ने कहा है कि जब दिल्ली में एयर क्वॉलिटी इंडेक्स 500 के पास है तो फिर स्कूलों को क्यों खोला गया है। कोर्ट ने कहा है कि दिल्ली में बच्चे स्कूलों में जा रहे हैं और बड़े घरों से काम कर रहे हैं।
दिल्ली में सोमवार को हवा चलने से वायु गुणवत्ता में मामूली सुधार देखा गया और वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) गंभीर से बेहद खराब में पहुंच गया। शहर में 24 घंटे के औसत एक्यूएआई 389 दर्ज किया गया।
दिल्ली में कम तापमान और धीमी हवाओं के कारण पैदा हुई मौसम संबंधी प्रतिकूल परिस्थितियों के कारण वायु प्रदूषण का स्तर शुक्रवार को गंभीर श्रेणी में पहुंच गया और वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 406 दर्ज किया गया।
तेज हवा चलने से रविवार तथा सोमवार को वायु गुणवत्ता में सुधार दर्ज किया गया था। मंगलवार को 24 घंटे का औसतन एक्यूआई 290 रहा था। इस महीने में दूसरी बार एक्यूआई में इतना सुधार देखा गया था, जो इससे पहले एक नवंबर को 281 दर्ज किया गया था।
पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने बताया कि दिल्ली सरकार ने सीएनजी तथा इलेक्ट्रिक गाड़ियों की एंट्री पर लगाई रोक को हटाने का फैसला किया है और 27 नवंबर शनिवार से सीएनजी तथा इलेक्ट्रिक गाड़ियों पर लगी रोक हट जाएगी
भारत मौसम विज्ञान विभाग के अधिकारियों ने बताया कि रविवार को 20 किलोमीटर प्रति घंटे और सोमवार को 25 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चली हवाओं से वायु गुणवत्ता में और दृश्यता में सुधार देखने को मिला है।
इससे पहले दिन में दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने केंद्र में अपने समकक्ष भूपेंद्र यादव से संयुक्त बैठक बुलाने और दिल्ली-एनसीआर में वायु प्रदूषण से निपटने के लिए एक कार्य योजना तैयार करने का आग्रह किया।
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