दिल्ली के प्रदूषण में शुक्रवार को पंजाब और हरियाणा में पराली जलाने से निकले धुएं की हिस्सेदारी 46 प्रतिशत तक पहुंच गयी। सरकारी एजेंसी सफर के अनुसार यह इस साल का सर्वाधिक स्तर है जब राष्ट्रीय राजधानी में वायु गुणवत्ता का स्तर और गिर गया है।
दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण कम होने का नाम नहीं ले रहा है। दिवाली के बाद से ही दिन-ब-दिन प्रदूषण बढ़ता ही जा रहा है। राजधानी दिल्ली में सांस लेना मुश्किल हो चुका है। दिल्ली में आज भी प्रदूषण बेहद खतरनाक स्तर पर है।
केजरीवाल ने शुक्रवार को शहर के स्कूली बच्चों से कहा कि पंजाब और हरियाणा में जल रही पराली के कारण यहां वायु प्रदूषण फैल रहा है और इसके लिए वे दोनों राज्यों के मुख्यमंत्रियों को पत्र लिख कर इसे नियंत्रित करने की अपील करें।
दिल्ली की हवा आज और ज़हरीली हो गई है। दिल्ली एनसीआर में आज एयर क्वालिटी इंडेक्स 500 के पार पहुंच चुका है।
दिल्ली सहित पूरे उत्तर भारत का दम घोंट रहे पराली के धुंए को लेकर हरियाणा सरकार एक्शन में आ गई है। खेतों में पराली जलाने वाले किसानों के खिलाफ हरियाणा के सिरसा में बड़ा एक्शन हुआ है।
देश की राजधानी पर गुरुवार की सुबह भी जहरीली धुंध की चादर छायी रही तथा इसकी वायु गुणवत्ता लगातार तीसरे दिन बदतर रही। इससे दिल्लीवासियों के स्वास्थ्य पर गंभीर असर पड़ने की आशंका है।
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के अनुसार, सुबह 11 बजे वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 416 था। सीपीसीबी के अनुसार, मंगलवार को एक्यूआई 414 था, जो सोमवार के एक्यूआई 397 से खराब था।
0-50 के बीच एक्यूआई को ‘‘अच्छा’’ माना जाता है, जबकि 51-100 ‘‘संतोषजनक’’, 101-200 ‘‘मध्यम’’, 201-300 ‘‘खराब’’, 301-400 ‘‘बहुत खराब’’ और 401-500 ‘‘गंभीर’’ श्रेणी का माना जाता है। एक्यूआई अगर 500 से ऊपर पहुंच जाता है, तो उसे ‘‘गंभीर व आपातकालीन’’ श्रेणी का माना जाता है।
दीपावली से दो दिन पहले राष्ट्रीय राजधानी की वायु गुणवत्ता शुक्रवार को इस मौसम के सबसे खराब स्तर पर पहुंच गई। हवा की गति धीमी होने की वजह से प्रदूषकों का जमाव आसान हो गया है।
दिल्ली और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र के कई इलाकों में बुधवार सुबह वायु गुणवत्ता ‘‘बहुत खराब’’ श्रेणी में रही और 10 माइक्रोमीटर से कम व्यास के पार्टिकुलेट मैटर (पीएम) प्रदूषण बढ़ने का मुख्य कारण रहे।
दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट कर कहा कि दिल्ली के प्रदूषण में 25 फीसदी कमी आई है। दिल्ली की इकलौता ऐसा शहर है, जहां प्रदूषण बढ़ने के बजाय कम हो रहा है
दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण के नियंत्रण पर उठाए गए प्रभावी कदमों के बेहतर परिणाम दिखाई देने लगे हैं। एक ताजा रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि दिल्ली का प्रदूषण पिछले 5 साल में करीब 25% तक घट गया है।
सफर ने कहा कि पूरा उत्तर पश्चिम भारत धूल भरी आंधी की चपेट में है और गुरुवार तथा शुक्रवार को वाणु गुणवत्ता सूचकांक गंभीर से बेहद खराब की श्रेणी में रह सकता है। 10 मई के बाद वायु गुणवत्ता में सुधार के आसार हैं।
वैज्ञानिकों ने एक ऐसी पूर्वानुमान प्रणाली विकसित करने का दावा किया है जो दिल्लीवसियों तथा उत्तर भारत के भारी प्रदूषण वाले क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को हानिकारक वायु के संपर्क में आने से बचने की चेतावनी दे सकता है।
दिल्ली में प्रदूषण के लगातार बढ़ते स्तर को काबू में करने के लिए राज्य सरकार फिर से Odd-Even नियम लागू कर सकती है जिसके तहत दिल्ली में निजी वाहनों की आवाजाही काबू में की जा सकती है।
दिल्ली में शुक्रवार सुबह ठंड रही। इसके साथ वायु गुणवत्ता 'बेहद खराब' श्रेणी में दर्ज की गई।
कोर्ट ने यह भी कहा है कि जुर्माने की रकम दिल्ली सरकार के उन अधिकारियों के वेतन से काटी जाएगी जो प्रदूषण फैलाने के लिए जिम्मेवार हैं।
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में बारिश के बाद प्रदूषण से मिली कुछ राहत के बाद शहर की वायु गणवत्ता फिर से बिगड़कर खराब और अत्यंत खराब श्रेणी के बीच झूल रही है।
इन दिनों प्रियंका दिल्ली में अपनी आने वाली फिल्म द स्काइ इज पिंक की शूटिंग करने के लिए दिल्ली आई हुई हैं। फिल्म में प्रियंका के साथ फरहान अख्तर और जाय़रा वसीम भी नजर आएंगे। जिसके बाद फरहान ने एक फोटो इंस्टाग्राम पर शेयर की।
दिल्ली की वायु गुणवत्ता शनिवार को भी गंभीर रहने पर प्रशासन ने निर्माण गतिविधियों, कोयला और बायोमास पर आधारित उद्योगों और ट्रकों के प्रवेश पर पाबंदी 12 नवंबर तक बढ़ा दी है
संपादक की पसंद