दिल्ली से सटे गाजियाबाद में ट्रांस हिंडन इलाके की 17 कॉलोनियों के निवासियों के लिए वीकेंड कष्टों से भरा रहा। यहां शनिवार से लेकर सोमवार तक 29 घंटे तक बिजली गुल रही।
राष्ट्रीय राजधानी में मंगलवार सुबह हल्की बारिश के साथ तेज हवाएं चलीं जबकि दिन में पारा सामान्य से छह डिग्री ऊपर रहा। मौसम विज्ञानियों ने रात में तूफान चलने और बिजली चमकने का पूर्वानुमान लगाया है।
दिल्लीवासियों की रविवार की छुट्टी के दिन की शुरुआत गर्मी के साथ हुई लेकिन शाम हल्की बारिश के साथ खत्म हुई।
पश्चिमी विक्षोभ के कारण दिल्ली का मौसम एक बार फिर करवट लेने जा रहा है। इसके तहत बारिश के साथ ओले गिरने की संभावना जताई जा रही है।
भूकंप के झटके हल्के थे, लेकिन दिल्ली के अलावा नोएडा, गाजियाबाद, फरीदाबाद, सोनीपत में लोगों ने महसूस किए।
दिल्ली-एनसीआर में भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं। रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 5.6 नापी गई।
कुल मिलाकर हालात ये हैं कि आने वाले दो दिनों में दिल्ली समेत पूरे उत्तर भारत में ऐसी शीतलहर चल सकती है जो कंपकंपाने वाली ठंड ले आएगी। कहा जा रहा है कि इतनी ठंड पड़ सकती है जो रिकॉर्ड भी बन सकता है।
सोमवार दोपहर से शुरू हुई बारिश रूक रूक कर हो रही है। दिल्ली में कई जगहों पर इतनी बारिश हुई कि सड़कों पर पानी भर गया और ट्रैफिक जाम भी हुआ। मौसम विभाग की मानें तो दिल्ली में पूरे हफ्ते रूक रूक बारिश होती रहेगी जिससे एक बार फिर दिल्ली में ठंड और बढ़ेगी।
यह दूध कंपनी के पुणे डेयरी फार्म से सीधे हवाईजहाज से यहां पहुंचेगा। इसकी कीमत 120 रुपए प्रति लीटर होगी।
दिल्ली में वायु की गुणवत्ता ‘बेहद खराब’ श्रेणी में बरकरार रही। इसके अलावा राष्ट्रीय राजधानी के 13 स्थानों में प्रदूषण का स्तर ‘गंभीर’ रहा।
प्रदूषण कम करने के लिए जगह-जगह पानी का छिड़काव किया जा रहा है। बकायदा टैंकर से दिल्ली के तमाम इलाकों में छिड़काव हो रहे हैं, फिर भी प्रदूषण है कि कम होने का नाम नहीं ले रहा है।
न्यायालय द्वारा तय की गई समय-सीमा का छिटपुट उल्लंघन किये जाने की बात स्वीकार करते हुए दिल्ली पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘‘हम हालात की निगरानी कर रहे हैं।’’
वायु गुणवत्ता और मौसम पूवार्नुमान और शोध (सफर) के मुताबिक, यह स्थिति दिवाली तक रहेगी।
दिवाली से पहले दिल्ली की हवा जहरीली हो चुकी है। दिवाली के पहले सोमवार को दिल्ली गैस चैंबर बन गई है। दिल्ली में हवा कीहालत इतनी खराब है कि प्रदूषण का स्तर नीचे गिरकर ‘बेहद खराब’ श्रेणी में पहुंच गया है।
भारतीय संस्कृति में खरीदारी के महापर्व धनतेरस पर दिल्ली-एनसीआर के लोग बाजारों में शॉपिंग निकल चुके हैं। लेकिन सड़कों पर भीषण जाम के चलते लोग यहां वहां सड़कों पर ट्रैफिक से जूझते नजर आ रहे हैं।
आंकड़े के अनुसार, दिल्ली में चार इलाकों में वायु गुणवत्ता ‘गंभीर’ स्तर पर है जबकि 29 इलाकों में ‘बेहद खराब’ दर्ज की गई है।
दिल्ली का सबसे प्रदूषित इलाका है आनंद विहार है जहां पीएम 2.5 का लेवल 427 और पीएम 10 का लेवल 860 है जो जानलेवा है। पुरानी दिल्ली के चांदनी चौक में पीएम 2.5 का लेवल 427 और पीएम 10 का स्तर 402 है जो बेहद खतरनाक है।
दिल्ली और हरियाणा सहित आसपास के इलाकों में हवा की गति में मामूली इजाफे के कारण अगले दो दिनों तक वायु प्रदूषण की मात्रा में संभावित गिरावट के बाद इस सप्ताहांत पश्चिमी विक्षोभ का असर हवा की गुणवत्ता में तेजी से गिरावट की वजह बनेगा।
दिल्ली की हवा इतनी जहरीली हो गई है कि औसतन हर बच्चा, हर रोज साढ़े 6 सिगरेट पी रहा है। हवा इतनी खतरनाक है कि हर रोज लोगों की जिंदगी ढाई घंटे कम हो रही है।
इंडियन इंस्टीट्यूट आफ ट्रॉपिकल मेटियोरोलॉजी (आईआईटीएम) ने उपग्रह से ली गई तस्वीरों में दिल्ली के आसपास के राज्यों में कई स्थानों पर आग लगी देखी।
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