भारतीय जनता पार्टी ने अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली दिल्ली की आम आदमी पार्टी की सरकार पर एक और घोटाले का आरोप लगाया है। बीजेपी सांसद ने मीनाक्षी ने कहा कि दिल्ली जल बोर्ड में 3753 करोड़ का घोटाला हुआ है।
Delhi Jal Board के CEO पर सरकारी संपत्ति को तोड़कर अपने आवास के Renovation करने का आरोप लगा है.
‘वजीराबाद में यमुना में प्रदूषकों का स्तर अधिक होने के कारण, वजीराबाद और चंद्रावल के जल शोधन संयंत्रों से जल उत्पादन 25 प्रतिशत से 50 प्रतिशत तक कम हो गया है।
8 मार्च को देश में होली का त्यौहार है। त्योहार पर पानी का इस्तेमाल ज्यादा बढ़ जाता है। वहीं, दिल्ली के सिविल लाइंस, हिंदू राव हॉस्पिटल, कमला नगर, करोल बाग और एनडीएमसी के कई क्षेत्रों में लोगों को पानी की समस्या से जूझना पड़ सकता है।
नरेश सिंह पर आरोप है कि वह बिल वसूलने वाली कंपनी ऑरम ई-पेमेंट्स और फ्रेश पे के निदेशकों से लाखों रुपये की रिश्वत ले रहे थे।
दिल्ली जल बोर्ड के पानी के बिल में 20 करोड़ से अधिक का घोटाला किए जाने का मामला सामने आया है। एसीबी चीफ मधुर वर्मा के मुताबिक पानी के बिल का भुगतान करने के लिए दिल्ली जल बोर्ड के सभी कार्यालयों में कियोस्क स्थापित किया गया था।
भारतीय जनता पार्टी की दिल्ली इकाई ने कहा कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के खिलाफ दिल्ली जल बोर्ड में 20 करोड़ रुपये के घोटाले को लेकर प्राथमिकी दर्ज की जानी चाहिए।
दिल्ली में आबकारी घोटाले के बाद एक और घोटाला चुनावों के दौरान जमकर सुर्खियां बटोर रहा है। इस बार दिल्ली जल बोर्ड में करीब 20 करोड़ रुपये का घोटाला सामने आया है।
Delhi News: छठ महापर्व के मद्देनजर प्रदूषित यमुना नदी पर हो रही राजनीतिक बयानबाजियों के बीच दिल्ली जल बोर्ड के डायरेक्टर कालिंदी कुंज पहुंचे। उन्होंने यहां यमुना के जल से स्नान किया। साथ ही कहा कि पानी स्वच्छ है। बीजेपी सांसद परवेश सिंह यादव ने उन्हें यमुना में डुबकी लगाने की चुनौती दी थी।
दिल्ली जल बोर्ड के अधिकारी जब यमुना नदी में एंटीफॉग केमिकल का छिड़काव करा रहे थे, उस दौरान बीजेपी सांसद प्रवेश वर्मा मौके पर पहुंच कर जल निगम के अधिकारी से उलझ बैठे। अब इस मामले में प्रवेश वर्मा के खिलाफ शिकायत दर्ज हुई है।
भीषण गर्मी में यमुना नदी सूखने और हरियाणा सरकार द्वारा आपात संदेश (SOS) का जवाब नहीं देने के बीच दिल्ली में पेयजल की मांग को मुश्किल से पूरा किया जा रहा है। अधिकारियों ने शनिवार को यह जानकारी दी।
दिल्ली जल बोर्ड अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली दिल्ली सरकार के तहत एक एजेंसी है जो राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र के अधिकांश क्षेत्रों में पानी की आपूर्ति करती है।
दिल्ली जल बोर्ड ने अपने बयान में कहा, ‘उम्मीद है कि शुक्रवार शाम तक पाइपलाइन से पानी की आपूर्ति फिर से शुरू हो जाएगी।’
अधिकारियों ने बताया कि दिल्ली जल बोर्ड (डीजेबी) ने निजी कंपनियों की साझेदारी से जनवरी 2013 में इस परियोजना की शुरुआत की थी। इस परियोजना का काम समाप्त होने की समयसीमा दिसंबर 2014 तय की गई थी। मालवीय नगर में 50 हजार और वसंत विहार में आठ हजार घर हैं।
दिल्ली जल बोर्ड ने हरियाणा सरकार के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल की है.ये याचिका दिल्ली को उसके कानूनी हक के लिए है जो सुप्रीम कोर्ट ने 1995 में तय किया था.दिल्ली जल बोर्ड के उपाध्यक्ष राघव चड्ढा ने दावा किया कि दिल्ली को मिलने वाले पानी को हरियाणा सरकार रोक रही है.
दिल्ली जल बोर्ड के उपाध्यक्ष राघव चड्ढा ने रविवार को कहा कि बोर्ड ने हरियाणा द्वारा राष्ट्रीय राजधानी को उसके वैध हिस्से का जल नहीं देने के मामले में निर्देश देने की अपील करते हुए उच्चतम न्यायालय जाने का निर्णय लिया है। चड्ढा ने रविवार को दावा किया कि हरियाणा दिल्ली के पानी के वैध हिस्से को रोक रहा है और पड़ोसी राज्य द्वारा यमुना में छोड़ा जा रहा पानी ‘‘अब तक के सबसे निचले स्तर’’ पर है।
दिल्ली जल बोर्ड के उपाध्यक्ष राघव चड्ढा ने रविवार को कहा कि बोर्ड ने हरियाणा द्वारा राष्ट्रीय राजधानी को उसके वैध हिस्से का जल नहीं देने के मामले में निर्देश देने की अपील करते हुए उच्चतम न्यायालय जाने का निर्णय लिया है।
राघव चड्ढा ने बताया कि बुधवार को दिल्ली मे जिन जगहों में पानी की सप्लाई प्रभावित होगी उनमें संसद भवन और इंडिया गेट का क्षेत्र भी आता है।
भाजपा ने केजरीवाल सरकार को जल बोर्ड के मुद्दे पर घेरा है। पार्टी ने केजरीवाल सरकार के उस दावे पर पलटवार किया है, जिसमें कहा गया है कि दिल्ली में जहां पानी की एक एक बूंद को लोग तरसते थे, वहां अरविंद केजरीवाल ने साफ पानी घर-घर तक पहुंचा दिया।
इससे पहले दिल्ली जल बोर्ड ने यमुना नदी के पानी में अमोनिया का स्तर बढ़ने पर सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की है। उसने अपनी याचिका में हरियाणा की ओर से दिल्ली आनेवाले पानी का हवाला दिया है।
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