किसान संगठनों ने आज प्रेस कॉन्फ्रेंस कर अपनी अगली रणनीति की जानकारी दी। 27 फरवरी को किसान संगठनों की बैठक होगी और फिर 29 फरवरी को वो अपने अगले कदम के बारे में बताएंगे। किसान संगठनों ने ये भी आरोप लगाए कि हरियाणा पुलिस ने अत्याचार किया है।
किसान आज फिर से दिल्ली कूच करने की तैयारी कर रहे हैं। आंदोलनकारी किसान आज सुबह 11 बजे शंभू बॉर्डर से रवाना होंगे। वहीं, सरकार ने शांति और बातचीत करने की अपील की है।
किसानों ने दिल्ली चलो की हुंकार भर दी है। सैकड़ों किसान अपने वाहनों से दिल्ली की तरफ बढ़ रहे हैं। ऐसे में लोगों के मन में ये सवाल उठ रहा है कि दोबारा किसान आंदोलन क्यों कर रहे हैं?
किसान संगठनों ने अपनी मांगों को मनवाने के लिए दिल्ली चलो का आह्वान किया है। इस कारण सिंघु बॉर्डर के नजदीक जीटी करनाल रोड पर ट्रैफिक जाम जैसे हालात देखने को मिले। दरअसल सुरक्षा के लिहाज से जगह-जगह बैरिकेडिंग लगाई गई है।
किसानों ने फिर तीनों कृषि कानूनों को रद्द करने मांग पूरी नही होने तक आंदोलन जारी रखने की चेतावनी दी है। किसान नेता ने शनिवार को कहा कि हम सरकार से बातचीत को तैयार लेकिन तीनों कानून को रद्द करने पर ही होगी बात। किसान नेता ने कहा कि हम तीनों कानूनों को रद्द करवाना चाहते है, हमें संशोधन मंजूर नही है।
आंदोलनकारी किसानों ने 8 दिसंबर को भारत बंद ’का आह्वान किया है और धमकी दी है कि अगर सरकार ने उनकी मांगें नहीं मानीं तो राष्ट्रीय राजधानी की ओर जाने वाले और सड़कों को जाम कर दिया जाएगा।
प्रदर्शनकारी किसान दिल्ली-हरियाणा बॉर्डर पर डेरा डाले रहे। 07 दिसंबर को भी, वे केंद्र सरकार द्वारा पारित कृषि कानूनों के विरोध में सिंघू सीमा पर रुके रहे।
प्रदर्शनकारी किसानों ने दिल्ली से गुरुग्राम, गाजियाबाद और फरीदाबाद को जोड़ने वाले पांच राजमार्गों को अवरुद्ध करने की धमकी दी है। तीनों कृषि कानूनों के विरोध में किसानों का आज पांचवा दिन है।
प्रदर्शनकारी किसानों ने दिल्ली से गुरुग्राम, गाजियाबाद और फरीदाबाद को जोड़ने वाले पांच राजमार्गों को अवरुद्ध करने की धमकी दी है। तीनों कृषि कानूनों के विरोध में किसानों का आज पांचवा दिन है।
सिंघु बॉर्डर पर किसान नेताओं ने कहा कि सरकार द्वारा बातचीत के लिए जो कंडीशन थी हम उसे किसान संगठनों का अपमान मानते हैं। अब हम बुराड़ी पार्क में बिलकुल नहीं जाएंगे।
केंद्र सरकार के कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन कर रहे किसानों ने गृहमंत्री अमित शाह की उस अपील को मानने से इनकार कर दिया है, जिसमें उन्होंने किसानों से बुराड़ी में धरना प्रदर्शन स्थल (मैदान) में जाकर अपना विरोध जारी रखने की बात कही थी और कहा था कि किसानों के धरना प्रदर्शन स्थल पर पहुंचते ही सरकार उनसे बातचीत करेगी। गृहमंत्री अमित शाह ने शनिवार देर शाम यह अपील की थी।
संपादक की पसंद
लेटेस्ट न्यूज़