दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण कम होने का नाम नहीं ले रहा है। दिवाली के बाद से ही दिन-ब-दिन प्रदूषण बढ़ता ही जा रहा है। राजधानी दिल्ली में सांस लेना मुश्किल हो चुका है। दिल्ली में आज भी प्रदूषण बेहद खतरनाक स्तर पर है।
शहर के अन्य क्षेत्रों की स्थिति भी कोई अच्छी नहीं रही। आंनद विहार 436 एक्यूआई के साथ राजधानी का सबसे प्रदूषित जगह थी और नेहरू नगर 430 के साथ शहर में दूसरे स्थान पर था।
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में रविवार को दिवाली के दिन प्रदूषण की वजह से धुंध छा गई और वायु गुणवत्ता ‘‘बहुत खराब’’ स्तर पर पहुंच गयी।
दीपावली से दो दिन पहले राष्ट्रीय राजधानी की वायु गुणवत्ता शुक्रवार को इस मौसम के सबसे खराब स्तर पर पहुंच गई। हवा की गति धीमी होने की वजह से प्रदूषकों का जमाव आसान हो गया है।
सर्दियों का मौसम शुरू होने से पहले ही रविवार को राष्ट्रीय राजधानी के ऊपर धुंध छा गई। साथ ही, दिल्ली में हवा की गुणवत्ता और खराब हो गई और वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 245 पर पहुंच गया, जो ‘खराब’ श्रेणी में आता है।
सरकार का कहना है कि पराली के डिस्पोज़ल के लिए मशीनें लगाई गई हैं लेकिन किसान इसके लिए तैयार नहीं है। कुछ जगहों पर विशेष तरह के उपकरण लगाकर पराली जलाने वाली जगहों की पहचान की जा रही है।
केंद्रीय पर्यावरण मंत्री प्रकाश जावडेकर ने गुरुवार को कहा कि दिल्ली-राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) में वायु की गुणवत्ता में सुधार हुआ है।
सफर ने कहा कि पूरा उत्तर पश्चिम भारत धूल भरी आंधी की चपेट में है और गुरुवार तथा शुक्रवार को वाणु गुणवत्ता सूचकांक गंभीर से बेहद खराब की श्रेणी में रह सकता है। 10 मई के बाद वायु गुणवत्ता में सुधार के आसार हैं।
वायु गुणवत्ता एवं मौसम पूर्वानुमान व अनुसंधान प्रणाली (सफर) के अनुसार, वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) बुधवार को 341 पर था जो ‘बहुत खराब’ श्रेणी में आता है।
सीपीसीबी के मुताबिक, हवा में अतिसूक्ष्म कणों पीएम 2.5 का स्तर 287 जबकि पीएम 10 का स्तर 443 दर्ज किया गया। केंद्र संचालित वायु गुणवत्ता एवं मौसम पूर्वानुमान प्रणाली (सफर) ने कहा कि अगले दो दिनों में हल्की बारिश होने की संभावना है जिससे वायु गुणवत्ता सुधर सकती है।
कई इलाकों में घना कोहरा है जिसकी वजह से सड़क पर विजीविलिटी काफी कम है जिससे सड़क पर गाडियों को आने जाने में दिक्कतों का समना करना पड़ रहा है। दिल्ली के द्वारका इलाके में घना कोहरा देखने को मिल रहा है।
वायु गुणवत्ता और मौसम पूर्वानुमान प्रणाली के मुताबिक, प्रदूषण का स्तर 'बेहद खराब' से 'गंभीर' स्तर पर पहुंच गया है। प्रमुख प्रदूषक कणिका तत्व (पीएम) 2.5 और पीएम 10 के साथ सुबह वायु गुणवत्ता सूचकांक 432 रहा।
अधिकारियों ने बताया कि दिल्ली पुलिस ने नववर्ष की पूर्व संध्या पर शराब पीकर गाड़ी चलाने वाले 500 से अधिक ड्राइवरों को दंडित किया। मंगलवार सुबह तक कुल 509 चालान काटे गए।
दिल्ली में वायु गुणवत्ता शनिवार को बहुत खराब श्रेणी की दर्ज की गई। वहीं, तामपान में कमी और प्रतिकूल मौसमी दशाओं से हवा में प्रदूषकों का बिखराव मंद पड़ने के चलते यह गंभीर स्तर के कगार पर बनी हुई है।
दिल्ली में इस समय जबर्दस्त ठंड पड़ रही है और लोगों का सुबह-सुबह बाहर निकलना मुश्किल साबित हो रहा है।
सप्ताह के मध्य से शुरू हुई शीतलहर शनिवार तक खत्म होने की संभावना थी। शहर में आज का तापमान 4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किए जाने के साथ आज दिसंबर का सबसे ठंडा दिन है।
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के आंकड़ों के मुताबिक राष्ट्रीय राजधानी में वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 349 रहा जो ‘बहुत खराब’ श्रेणी में आता है।
वायु गुणवत्ता का स्तर 'बेहद खराब' पर दर्ज किया गया। मौसम विभाग ने अगले दो दिन शुक्रवार तक शीतलहर चलने का पूर्वानुमान जताया है।
ईपीसीए ने शुक्रवार को कहा कि केंद्र और राज्य सरकारों के कई अधिकारी दिल्ली तथा एनसीआर के भीतर आने-जाने के लिए टैक्सी के तौर पर किराये पर ली निजी डीजल गाड़ियों का इस्तेमाल कर रहे हैं तथा उसने इसके लिए स्पष्टीकरण मांगा है।
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के एक अधिकारी ने कहा, "दिन में धुंध के साथ आंशिक बदली छाई रहेगी।"
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