दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने बुधवार को कहा कि आप सरकार ने वाहनों से होने वाले प्रदूषण को कम करने के लिए ‘रेड लाइट आन, गाड़ी आफ’ अभियान को 30 नवम्बर तक बढ़ाने का फैसला किया है।
राजधानी दिल्ली और आसपास के क्षेत्रों में हवा जहरीली होती जा रही है। यहां सांस लेना तक मुश्किल हो रहा है। दिल्ली के ही कई क्षेत्रों में हवा की क्वालिटी 'बहुत खराब' और 'गंभीर' श्रेणी तक में दर्ज की गई है।
राष्ट्रीय राजधानी में वायु की गुणवत्ता में गिरावट जारी है। सर्दियों के साथ ही दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण की समस्या गहराने लगी है। आस-पास के राज्यों में पराली जलाने से दिल्ली-एनसीआर की हवा लगातार प्रदूषित हो रही है। जहरीले धुंध की परत छाने के बीच वायु की गुणवत्ता शुक्रवार को 'गंभीर' श्रेणी में दर्ज की गई।
पराली जलाने के मामलों में वृद्धि और हवा की गति कम होने के कारण राष्ट्रीय राजधानी में बृहस्पतिवार सुबह प्रदूषण पिछले एक साल में सबसे खराब स्तर पर पहुंच गया। पराली जलने की हिस्सेदारी प्रदूषण में 42 फीसदी तक पहुंच गई।
देश की राजधानी दिल्ली में सोमवार को प्रदूषण से कुछ राहत मिली है, दिल्ली में कई जगहों पर एयर क्वॉलिटी इंडेक्स (AQI) में सुधार देखा गया है और इंडेक्स घटकर 300 से नीचे आया है।
‘सफर’ ने कहा कि हवा की रफ्तार भी बढ़ गयी है। इसके मद्देनजर सोमवार को वायु गुणवत्ता में थोड़े सुधार का अनुमान है और यह ‘खराब’ श्रेणी में आ सकती है।
राष्ट्रीय राजधानी में वायु गुणवत्ता शनिवार सुबह ‘बहुत खराब’ श्रेणी में रही। सर्दियों के साथ ही दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण की समस्या गहराने लगी है। आस-पास के राज्यों में पराली जलाने से दिल्ली-एनसीआर की हवा लगातार प्रदूषित हो रही है।
राष्ट्रीय राजधानी में 1 नवंबर तक हवा की गति बढ़ने के कारण वायु प्रदूषण के स्तर में उल्लेखनीय सुधार होने की संभावना है।
राष्ट्रीय राजधानी में एयर क्वॉलिटी शुक्रवार सुबह ‘बहुत खराब’ श्रेणी में रही। प्रदूषण संबंधी अनुमान जताने वाली सरकारी एजेंसी ने कहा कि हवा की अनुकूल गति के कारण वायु गुणवत्ता में थोड़ा सुधार होने की उम्मीद है।
राष्ट्रीय राजधानी में जहरीले धुंध की परत छाने के बीच वायु की गुणवत्ता बुधवार को ' खराब' श्रेणी में दर्ज की गई। सर्दियों के साथ ही दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण की समस्या गहराने लगी है।
राष्ट्रीय राजधानी में वायु गुणवत्ता मंगलवार को 'बहुत खराब' श्रेणी में दर्ज की गई। दिल्ली की वायु गुणवत्ता 31 अक्टूबर तक 'बहुत खराब' श्रेणी में रहने का अनुमान है।
राष्ट्रीय राजधानी में जहरीले धुंध की परत छाने के बीच वायु की गुणवत्ता लगातार चौथे दिन सोमवार को 'बहुत खराब' श्रेणी में दर्ज की गई। पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय की वायु गुणवत्ता निगरानी संस्था ‘सफर’ ने कहा कि वायु की गुणवत्ता 31 अक्टूबर तक बहुत खराब श्रेणी में बनी रहने की आशंका है।
राजधानी दिल्ली में सांस लेना मुश्किल होता जा रहा है। यहां हवा की क्वालिटी बहुत खराब श्रेणी में दर्ज की गई है। दिल्ली के अलग-अलग हिस्सों में वायु प्रदूषण का स्तर इतना बढ़ गया है कि सोमवार की सुबह आसमान में धुंध ही छाई रही।
दिल्ली की वायु गुणवत्ता और खराब हो गई है। राष्ट्रीय राजधानी के कई क्षेत्रों में प्रदूषण का स्तर गंभीर श्रेणी में दर्ज किया गया। सरकारी एजेंसियों ने पूर्वानुमान व्यक्त किया है कि आगले दो दिनों में वायु गुणवत्ता और खराब होगी।
दिल्ली में बुधवार की सुबह प्रदूषण का स्तर “बहुत खराब” श्रेणी में पहुंच गया। एक सरकारी एजेंसी की ओर से यह जानकारी दी गई।
हरियाणा में फरीदाबाद के कुछ स्थानों पर सोमवार को वायु गुणवत्ता “बहुत खराब“ श्रेणी में रही जबकि उत्तर प्रदेश के गौतमबुद्धनगर व गाजियाबाद तथा हरियाणा के गुड़गांव में हवा की गुणवत्ता “खराब“ श्रेणी में दर्ज की गई।
राष्ट्रीय राजधानी में वायु गुणवत्ता में गिरावट आ गई है। दिल्ली में वायु की गुणवत्ता सोमवार को ‘खराब' श्रेणी में दर्ज की गई लेकिन हवा की गति ठीक होने से इसमें आंशिक सुधार होने की संभावना है।
दिल्ली-NCR में हवा की गुणवत्ता हर बीतते दिन के साथ खराब होती जा रही है। देश की राजधानी में हवा की क्वालिटी बेहद खराब स्थिति में है। यह पड़ोसी राज्यों पंजाब और हरियाणा में जलने वाली पराली का असर है।
दिल्ली में बढ़े प्रदूषण के कारण गुरुवार को आसमान में धुंध की चादर छाई थी और इसके चलते वायु गुणवत्ता 'बहुत खराब' स्तर पर पहुंच गया। GRAP के तहत सख्त वायु प्रदूषण नियंत्रण उपायों के क्रम में जनरेटर पर भी प्रतिबंध लगा दिया गया है।
आज से, वायु प्रदूषण से लड़ने के कुछ सख्त उपाय दिल्ली और इसके पड़ोसी राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (NCR) के शहरों में ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (GRAP) के हिस्से के रूप में लागू होंगे।
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