दिल्ली का 24 घंटे का AQI मंगलवार शाम 4 बजे 424 था, जो पिछले साल 26 दिसंबर के बाद सबसे खराब था, जब यह 459 था। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के आंकड़ों के मुताबिक, 2 जनवरी (एक्यूआई 404) के बाद इस साल दिल्ली में यह दूसरा 'गंभीर' वायु गुणवत्ता दिवस है।
पंजाब में पराली जलाने की घटनाओं में बढ़ोत्तरी के साथ ही दिल्ली की हवा में खतरनाक जहर घुलता जा रहा है। हालात इस कदर खराब हो चुके हैं कि दिल्ली के अधिकांश इलाकों में AQI 400 से ज्यादा दर्ज किया गया है। यही हाल नोएडा, गाजियाबाद और गुरुग्राम का भी है।
Delhi Pollution: दिल्ली और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में हवा की गुणवत्ता बेहद खराब होने से चिंताएं बढ़ गई है। एक्सपर्ट्स ने तो इस खराब गुणवत्ता को लेकर साफ कह दिया है कि सुबह और शाम की सैर से बचना ही ठीक रहेगा। प्रदूषण से जुड़ी बीमारियां बढ़ीं। अस्थमा के मरीजों को ज्यादा खतरा है।
Delhi Air Pollution: दिल्ली की हवा हर दिन और जहरीली होती जा रही है। दिवाली के बाद से स्थिति लगातार बिगड़ रही है। बुधवार को एक्यूआई बहुत खराब श्रेणी में दर्ज किया गया है।
Delhi Air Quality: देश की राजधानी में दिवाली की सुबह वायु गणवत्ता बहुत खराब श्रेणी के निचले स्तर तक रहने के आसार हैं। अनुमान के मुताबिक, पंजाब-हरियाणा और उत्तर प्रदेश से हवाएं 24 अक्टूबर से दिल्ली की ओर आगे बढ़ेंगी और पूरी संभावना है कि यह अपने साथ दिल्ली में पराली जलाए जाने से संबंधित उत्सर्जन लाएंगी।
Delhi Air Pollution: दिल्ली में प्रदूषण बढ़ने लगा है जिसकी वजह है पराली। दिल्ली के आसपास के राज्यों में पराली जलाने का सिलसिला शुरू हो गया है और हालत ये हो गए हैं कि दिवाली से पहले ही दिल्ली में प्रदूषण का स्तर बढ़ने लगा है।
Delhi Air Pollution: दिल्ली में दिवाली से पहले ही अभी से सुबह-सुबह धुंध दिखाई देने लगी है और वायु गुणवत्ता खराब की श्रेणी में पहुंच चुकी है। माना जा रहा है कि दिवाली तक पराली जलाने के मामले बढ़े तो स्थिति बिगड़ेगी।
Delhi Air Pollution: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने राष्ट्रीय राजधानी में वायु प्रदूषण पर लगाम लगाने के लिए शुक्रवार को 15 सूत्रीय शीतकालीन कार्य योजना की घोषणा की।
मंत्री ने कहा कि शिक्षा विभाग ने पर्यावरण विभाग को एक प्रस्ताव भेजा है, जिसमें कक्षा छह और उससे ऊपर के छात्रों के लिए विद्यालयों और कोचिंग सेंटर को फिर से खोलने की मांग की गई है।
दिल्ली में शुक्रवार सुबह एक्यूआई नौ बजे 358 रहा। न्यूनतम तापमान 12.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो मौसम के औसत से तीन डिग्री अधिक रहा। अधिकतम तापमान 22 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने की संभावना है।
हालांकि, बूंदा बांदी के बावजूद, दिल्ली-एनसीआर की वायु गुणवत्ता 429 पर 'गंभीर' श्रेणी में बनी हुई है, जो बुधवार को 370 था। पड़ोसी फरीदाबाद में वायु गुणवत्ता सूचकांक 428, गाजियाबाद में 347, ग्रेटर नोएडा में 356, गुरुग्राम में 377 और नोएडा में 408 रहा।
तीन दिसंबर से, हवा द्वारा प्रदूषक तत्वों को तितर-बितर करने में वृद्धि की संभावना है लेकिन वायु गुणवत्ता सूचकांक के फिर भी ‘बेहद खराब’ श्रेणी में रहने की आशंका है।
दिल्ली में सोमवार को हवा चलने से वायु गुणवत्ता में मामूली सुधार देखा गया और वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) गंभीर से बेहद खराब में पहुंच गया। शहर में 24 घंटे के औसत एक्यूएआई 389 दर्ज किया गया।
दिल्ली में सोमवार सुबह न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस और समग्र वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 370 रहा है। 1 दिसंबर से हवा की गति में बदलाव के कारण एक्यूआई के और बिगड़ने की संभावना है।
दिल्ली में आज वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 386 दर्ज किया गया है। नोएडा में तो प्रदूषण रिकॉर्ड तोड़ने को तैयार है, यहां का AQI 540 के पार है जो कि बेहद गंभीर श्रेणी में है।
दिल्ली में कम तापमान और धीमी हवाओं के कारण पैदा हुई मौसम संबंधी प्रतिकूल परिस्थितियों के कारण वायु प्रदूषण का स्तर शुक्रवार को गंभीर श्रेणी में पहुंच गया और वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 406 दर्ज किया गया।
दिल्ली में वायु प्रदूषण का स्तर शुक्रवार को ‘गंभीर’ श्रेणी में पहुंच गया और सुबह नौ बजे एक्यूआई 403 दर्ज किया गया। दिल्ली में न्यूनतम तापमान 11 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया और अधिकतम तापमान के 28 डिग्री सेल्सियस के आस-पास रहने की संभावना है।
तेज हवा चलने से रविवार तथा सोमवार को वायु गुणवत्ता में सुधार दर्ज किया गया था। मंगलवार को 24 घंटे का औसतन एक्यूआई 290 रहा था। इस महीने में दूसरी बार एक्यूआई में इतना सुधार देखा गया था, जो इससे पहले एक नवंबर को 281 दर्ज किया गया था।
भारत मौसम विज्ञान विभाग के अधिकारियों ने बताया कि रविवार को 20 किलोमीटर प्रति घंटे और सोमवार को 25 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चली हवाओं से वायु गुणवत्ता में और दृश्यता में सुधार देखने को मिला है।
दिल्ली सरकार ने प्रदूषण की समस्या से निपटने के लिए सोमवार को दस दिशा निर्देश जारी किए जिनमें ट्रक के प्रवेश पर रोक, स्कूल तथा कॉलेज बंद करने, निर्माण कार्यों पर रोक आदि कदम शामिल है।
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