दिल्ली की वायु गुणवत्ता में आज थोड़ा सुधार देखने को मिला है। जिसके बाद राष्ट्रीय राजधानी की हवा 'गंभीर' से सुधरकर 'बहुत खराब 'के स्तर में पहुंच गई। इसके बाद सरकार ने पॉल्यूशन चेतावनी को कम करते हुए डीजल ट्रकों को राष्ट्रीय राजधानी में प्रवेश की इजाजत दे दी।
देश की राजधानी दिल्ली प्रदूषण के कारण पूरी तरह गैस चैंबर में तब्दील हो चुकी है। बीते कई दिनों से दिल्ली की आबो हवा में सांस लेना एक बार फिर दूभर हो गया है। गुरुवार को भी क्षेत्र में AQI का लेवल एक बार फिर से गंभीर कैटेगरी में जा पहुंचा है।
दिल्ली में AQI का लेवल एक बार फिर चढ़ना शुरू हो गया है। सोमवार के बाद आज भी दिल्ली जहरीले घने कोहरे से ढ़की नजर आ रही है। धुंध इतनी ज़्यादा है कि कुछ सौ मीटर के बाद ही विजिबिलिटी खत्म हो रही है।
दिल्ली में वायु प्रदूषण की गंभीर स्थिति को देखते हुए सरकार कृत्रिम बारिश करवाने के विकल्प पर विचार कर रही है लेकिन यह काम इतना आसान भी नहीं है।
दिल्ली में वायु प्रदूषण की वजह से लोगों का जीना मुश्किल हो गया है। लोग जहरीली हवा में सांस लेने के लिए मजबूर हैं। अभी तक इस मुद्दे पर कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है। हालांकि ऑड-ईवन नियम फिर से लागू करने की बात कही गई है।
दिल्ली की हवा इतनी जहरीली हो चुकी है कि इसमें सांस लेना भी मुश्किल होता जा रहा है। न्यू मोती बाग में AQI 488 पहुंच गया है। हालात हर दिन बदतर होते जा रहे हैं। अगर जल्द ही इसका समाधान नहीं निकला तो बड़ी संख्या में लोग बीमार पड़ सकते हैं।
Delhi NCR Air Pollution: दिल्ली-एनसीआर के हालात बेहद खराब है। वायु प्रदूषण के कारण यहां सांस लेना भी मुश्किल हो गया है। सीपीसीबी के मुताबिक दिल्ली का एक्यूआई 400 के पार है और 500 के बेहद करीब है, जो कि शनिवार को 504 दर्ज किया गया था।
दिल्ली समेत देश के कई शहरों में प्रदूषण की वजह से हालात गंभीर हो गए हैं और यही वजह है कि NGT ने कहा है कि दिल्ली में हवा की गुणवत्ता में गिरावट के मनोवैज्ञानिक पहलू की जांच करने की जरूरत है।
राजधानी दिल्ली और आसपास के इलाकों में अब सांस लेना भी दुश्वार होता जा रहा है। एयर क्वालिटी इंडेक्स 400 के करीब पहुंच गया है। डॉक्टरों ने सांस की बीमारी को लेकर अलर्ट जारी किया है।
दिल्ली में इस बार का अक्टूबर महीना पिछले साल से कहीं ज्यादा प्रदूषित रहा है। सरकार ने प्रदूषण पर कंट्रोल के लिए तैयारी तेज कर दी है। हालांकि, गुरुवार को नोएडा ने AQI के आंकड़े में दिल्ली को पीछे कर दिया है।
देश की राजधानी दिल्ली की हवा बहुत खराब श्रेणी में बनी हुई है। दिल्ली की हवा अक्टूबर से लगातार खराब स्थिति में है। SAFAR की ओर से दिल्ली में आज एयर क्वालिटी इंडेक्स 336 दर्ज किया गया है।
सुप्रीम कोर्ट ने पांच राज्यों-दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, यूपी और राजस्थान से वायु प्रदूषण से निपटने की क्या तैयारी है, इसे लेकर सवाल पूछा है और हलफनामा दायर करने को कहा है। इस मामले को लेकर सात नवंबर को अगली सुनवाई होगी।
दिल्ली का एयर क्वालिटी इंडेक्स लगातार मध्यम से खराब श्रेणी में दर्ज किया जा रहा है। प्रदूशण पर लगाम लगाने के लिए दिल्ली मेट्रो ने बड़ा कदम उठाया है जिसके तहत आज से मेट्रो 40 अतिरिक्त फेरे लगाएगी। डीएमआरसी ने ये जानकारी दी है।
दिल्ली और नोएडा के साथ कई शहरों में हवा जहरीली होने लगी है। दिल्ली में एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 306 दर्ज किया गया है। यानी दिल्ली की हवा बहुत खराब श्रेणी में पहुंच गई है।
दिल्ली-NCR में हवा की क्वॉलिटी की स्थिति में लगातार गिरावट आ रही है और यही वजह है कि केंद्र सरकार के वायु गुणवत्ता आयोग ने यहां GRAP के दूसरे फेज को लागू करने का निर्देश दिया है।
Delhi Air Pollution: दिल्ली की हवा फिर बिगड़ने लगी है। रविवार को लगातार चौथे दिन हवा खराब श्रेणी में दर्ज की गई। राजधानी में रविवार को एयर क्वालिटी इंडेक्स 233 दर्ज किया गया।
दिल्ली में पिछले चार दिन से अधिकतम तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से अधिक दर्ज किया गया। रविवार तक अधिकतम तापमान 44 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचने का अनुमान है।
केंद्र के वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग ने एक बार फिर दिल्ली-एनसीआर में आवश्यक परियोजनाओं को छोड़कर सभी निर्माण कार्यों पर पाबंदी लगा दी है। इसके अलावा किसी भी तरह की तोड़फोड़ पर भी रोक लगाई गई है।
दिल्ली के ज्यादातर इलाकों का AQI बेहद खराब श्रेणी में बना हुआ है। दिल्ली की हवा में इस समय मानकों से ढाई गुना से ज्यादा प्रदूषण मौजूद है। वहीं, 30 नवंबर को भी एक्यूआई 300 के ऊपर ही रहेगा।
दिल्ली में आज न्यूनतम तापमान सामान्य से तीन डिग्री कम आठ डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। यह 23 नवंबर 2020 (6.2 डिग्री सेल्सियस) के बाद से नवंबर महीने में दर्ज किया गया सबसे कम तापमान है।
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