राष्ट्रीय राजधानी में गंभीर वायु प्रदूषण के बीच दिल्ली सरकार ने 9 नवंबर से स्कूलों में जल्दी शीतकालीन अवकाश की घोषणा की है। इस संबंध में एक ऑफिशियल सर्कुलर जारी किया गया है।
दिल्ली में वायु प्रदूषण चरम पर है। ऐसे में सुप्रीम कोर्ट ने पंजाब सरकार से साफ कहा है कि पराली जलाने पर रोक लगाएं। कोर्ट ने कहा कि हम नहीं जानते कि आप यह कैसे करते हैं, यह आपका काम है। लेकिन इसे रोका जाना चाहिए।
Delhi Air Pollution Updates: दिल्ली में पॉल्यूशन पर काबू पाने की सारी सरकारी कोशिशें बेकार साबित साबित हो रही है....पिछले 24 घंटे में दिल्ली की एवरेज एयर क्वालिटी का इंडेक्स 421 रहा है, जो भयंकर रूप से ख़राब कहा जाता है.
दिल्ली गैस चेंबर बन चुकी है। स्मॉग में सांस लेना मुश्किल हो चुका है। एक्यूआई 488 पहुंच चुका है लेकिन अब भी इससे राहत मिलने की कोई उम्मीद नहीं है। ऐसे में ये जानना अहम है कि प्रदूषण क्या केवल पराली जलाने से होता है या कुछ अन्य कारण भी हैं।
दिल्ली को वायु प्रदूषण की चपेट से फिलहाल क्लाउड सीडिंग के जरिए ही निकाला जा सकता है। दरअसल यह एक तरह का छिड़काव होता है जिसे बादलों के ऊपर किया जाता है ताकि बारिश हो सके, जिससे आसमान में मौजूद धूलकण जमीन पर आ जाएं और प्रदूषण से निपटा जा सके।
पंजाब के किसानों का कहना है कि पराली जलाना उनका शौक नहीं है, बल्कि वो ऐसा करने के लिए मजबूर है। पंजाब में पराली को जलने से रोक पाने में सरकार असफल हुई है। एक किसान ने कहा कि सरकार को इसके लिए कुछ करना चाहिए।
दिवाली से पूर्व दिल्ली सरकार के ग्रुप बी गैर-राजपत्रित और ग्रुप सी कर्मचारियों लिए खुशखबरी आई है। दरअसल सीएम अरविंद केजरीवाल ने ऐलान किया है कि 80 हजार कर्मचारियों को 7 हजार रुपये बोनस दिए जाएंगे। बता दें कि दोपहर 12 बजे वायु प्रदूषण के मुद्दे पर केजरीवाल ने उच्चस्तरीय बैठक बुलाई है।
दिल्ली का वायु प्रदूषण अब असहनीय हो गया है। कई स्थानों पर एक्यूआई 488 पहुंच गया है जो कि गंभीर श्रेणी के सूचकांक को दर्शाता है। इस बीच अरविंद केजरीवाल ने अहम उच्च स्तरीय बैठक बुलाई है। वहीं दिल्ली के लोगों का कहना है कि अगर ऐसा ही चलता रहा तो जीवन के 12-14 साल कम हो जाएंगे।
दिल्ली स्मॉग और वायु प्रदूषण की चपेट में है। इस बीच सीएम अरविंद केजरीवाल ने उच्च स्तरीय बैठक बुलाई है। इस बैठक में पर्यावरण मंत्री समेत अलग-अलग संबंधित विभागों के मंत्री इस बैठक में शामिल होंगे। बता दें कि दोपहर 12 बजे यह बैठक शुरू होगी।
दिल्ली की हवा इतनी जहरीली हो चुकी है कि इसमें सांस लेना भी मुश्किल होता जा रहा है। न्यू मोती बाग में AQI 488 पहुंच गया है। हालात हर दिन बदतर होते जा रहे हैं। अगर जल्द ही इसका समाधान नहीं निकला तो बड़ी संख्या में लोग बीमार पड़ सकते हैं।
दिल्ली में वायु प्रदूषण कहर ढा रहा है। यहां एक्यूआई 400 के पार पहुंच गया है और लोगों के स्वास्थ्य पर इसका असर दिखने लगा है। इस बीच दिल्ली सरकार ने राज्य के स्कूलों को 10 नवंबर तक के लिए बंद कर दिया है।
Delhi NCR Air Pollution: दिल्ली-एनसीआर के हालात बेहद खराब है। वायु प्रदूषण के कारण यहां सांस लेना भी मुश्किल हो गया है। सीपीसीबी के मुताबिक दिल्ली का एक्यूआई 400 के पार है और 500 के बेहद करीब है, जो कि शनिवार को 504 दर्ज किया गया था।
वायु प्रदूषण से बचने में कुछ पौधे भी आपकी मदद कर सकते हैं। जैसे एरिका पाम, स्नेक प्लांट और मनी प्लांट। ये मैंने कुछ साल पहले भी बताए थे। न परिस्थितियां बदलीं हैं, न उपाय बदले हैं। IIT कानपुर की रिसर्च के मुताबिक ये पौधे घर की हवा को साफ करते हैं, उसे सांस लेने लायक बनाते हैं।
दिल्ली-एनसीआर के कई हिस्सों में एक्यूआई 500 के आसपास पहुंचने से हवा घनी धूसर हो गई, जो विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की स्वस्थ मानी जाने वाली सीमा से 100 गुना अधिक है।
दम तोड़ रही दिल्ली पर कहर बनकर बरपा है वायु प्रदूषण। दिल्ली में चारों तरफ स्मॉग की परत दिखाई पड़ रही है। इस बीच दिल्ली सरकार के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव को पत्र लिखा है। उन्होंने पत्र लिखकर भूपेंद्र यादव से एक अनुरोध किया है।
दिल्ली की हवा में सांस लेने वाले लोग प्रतिदिन 25-30 सिगरेट पीने के बराबर अपने स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचा रहे हैं। मेदांता के डॉक्टर ने इस बाबत बयान दिया है। वहीं दिल्ली सरकार के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव को पत्र लिखा है।
एक तरफ जहां दिल्ली वायु प्रदूषण की चपेट में है। वहीं दूसरी तरफ पंजाब में पराली जलाने के मामले थम ही नहीं रहे हैं। पिछले तीन दिनों में पराली जलाने के 5140 नए मामले दर्ज किए गए हैं। वहीं शुक्रवार को 1551 नए मामलों को दर्ज किया गया है।
दिल्ली में वायु प्रदूषण अपने चरम पर पहुंच गया है। साथ ही एनसीआर क्षेत्र में भी प्रदूषण का हाल एक जैसा ही है। इस बाबत लोगों ने अपने अनुभव को साझा करते हुए कहा कि चारों तरफ भारी-भारी महसूस हो रहा है और ऐसा लग रहा है जैसे दमघुट रहा है।
दिल्ली-एनसीआर स्मॉग की चादर में लिपटा हुआ है। जैसे-जैसे ठंड बढ़ रही है, वैसे-वैसे दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण का स्तर बढ़ता जा रहा है। वहीं देश के अन्य राज्यों में भी ठंड का एहसास होने लगा है। दिल्ली-एनसीआर में एक्यूआई 400 के पार पहुंच गया है जो कि बेहद गंभीर श्रेणी को दर्शाता है।
दिल्ली NCR में आज सूरज के दर्शन नहीं हुए. पॉल्यूशन की धुंध ने सूरज को ढक लिया. दिल्ली NCR का इलाका गैस चैंबर में तब्दील हो गया. दिल्ली, फ़रीदाबाद, गुरूग्राम, नोएडा, ग्रेटर नोएडा और ग़ाज़ियाबाद में सांस लेना मुश्किल हो रहा है.
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