डॉक्टर्स का दावा है कि दिल्ली की हवा इतनी जहरीली हो चुकी है कि अब दिल्ली में सांस लेने वालों को कैंसर का खतरा है। दिल्ली की हवा में कैंसर पैदा करने वाले कैमिकल्स मौजूद हैं।
राष्ट्रीय राजधानी सहित देश के अनेक शहर ‘ नाइट्रोजन ऑक्साइड’ के बढ़ते स्तरों के प्रमुख हॉटस्पॉट्स हैं। नाइट्रोजन ऑक्साइड एक खतरनाक प्रदूषक है जो ओजोन निर्माण के लिए जिम्मेदार है।
सफर ने कहा कि पूरा उत्तर पश्चिम भारत धूल भरी आंधी की चपेट में है और गुरुवार तथा शुक्रवार को वाणु गुणवत्ता सूचकांक गंभीर से बेहद खराब की श्रेणी में रह सकता है। 10 मई के बाद वायु गुणवत्ता में सुधार के आसार हैं।
वायु गुणवत्ता एवं मौसम पूर्वानुमान व अनुसंधान प्रणाली (सफर) के अनुसार, वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) बुधवार को 341 पर था जो ‘बहुत खराब’ श्रेणी में आता है।
दिल्ली में हल्की बारिश के बाद प्रदूषक कणों के छंटने की प्रक्रिया मंद पड़ने और प्रदूषण के हालात बिगड़ने से वायु गुणवत्ता ‘बेहद खराब’ श्रेणी में दर्ज की गई।
सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार को राष्ट्रीय राजधानी में वायु प्रदूषण और ट्रैफिक जाम पर लगाम कसने में नाकामी पर निराशा जताते हुए कहा कि दिल्ली में नहीं रहना बेहतर है क्योंकि यह ‘‘गैस चैंबर’’ की तरह हो गई है।
दिल्ली में हवा की गति कम होने के कारण गुरुवार को वायु गुणवत्ता और खराब होकर ‘गंभीर’ श्रेणी में पहुंच गई। अधिकारियों ने इसकी जानकारी दी।
दिल्ली की वायु गुणवत्ता शनिवार को हवा की धीमी गति के चलते ‘गंभीर’ श्रेणी में पहुंच गई जबकि अधिकारियों ने अगले दो दिनों में बारिश होने का अनुमान जताया है।
सीपीसीबी के मुताबिक, हवा में अतिसूक्ष्म कणों पीएम 2.5 का स्तर 287 जबकि पीएम 10 का स्तर 443 दर्ज किया गया। केंद्र संचालित वायु गुणवत्ता एवं मौसम पूर्वानुमान प्रणाली (सफर) ने कहा कि अगले दो दिनों में हल्की बारिश होने की संभावना है जिससे वायु गुणवत्ता सुधर सकती है।
दिल्ली में हवा की गुणवत्ता में शनिवार को मामूली सुधार हुआ जहां प्रतिकूल मौसमी परिस्थितियों के कारण प्रदूषण का स्तर ‘गंभीर’ स्थिति से ‘बेहद खराब’ श्रेणी में पहुंच गया है।
राष्ट्रीय राजधानी के कई हिस्सों में घने कोहरे के कारण शुक्रवार को 55 ट्रेनों को रद्द कर दिया गया तथा कम दृश्यता के चलते समूचे उत्तर रेलवे में कम से कम 11 ट्रेनें देरी से चलीं।
कई इलाकों में घना कोहरा है जिसकी वजह से सड़क पर विजीविलिटी काफी कम है जिससे सड़क पर गाडियों को आने जाने में दिक्कतों का समना करना पड़ रहा है। दिल्ली के द्वारका इलाके में घना कोहरा देखने को मिल रहा है।
वायु गुणवत्ता और मौसम पूर्वानुमान प्रणाली के मुताबिक, प्रदूषण का स्तर 'बेहद खराब' से 'गंभीर' स्तर पर पहुंच गया है। प्रमुख प्रदूषक कणिका तत्व (पीएम) 2.5 और पीएम 10 के साथ सुबह वायु गुणवत्ता सूचकांक 432 रहा।
अधिकारियों ने बताया कि दिल्ली पुलिस ने नववर्ष की पूर्व संध्या पर शराब पीकर गाड़ी चलाने वाले 500 से अधिक ड्राइवरों को दंडित किया। मंगलवार सुबह तक कुल 509 चालान काटे गए।
दिल्ली की वायु गुणवत्ता में शुक्रवार को मामूली सुधार हुआ और प्रदूषण का स्तर गंभीर के बजाय बेहद खराब की श्रेणी में दर्ज किया गया। हालांकि अधिकारियों का कहना है कि तापमान में गिरावट के चलते इसके फिर से ‘गंभीर’ श्रेणी में पहुंचने की आशंका है।
दिल्ली में इस समय जबर्दस्त ठंड पड़ रही है और लोगों का सुबह-सुबह बाहर निकलना मुश्किल साबित हो रहा है।
दिल्ली में वायु गुणवत्ता ‘बेहद खराब’ श्रेणी की दर्ज की गई है। हालांकि, मौसम की परिस्थितियों में मामूली सुधार से प्रदूषकों के बिखराव में कुछ मदद मिली है।
दिल्ली में प्रदूषण के लगातार बढ़ते स्तर को काबू में करने के लिए राज्य सरकार फिर से Odd-Even नियम लागू कर सकती है जिसके तहत दिल्ली में निजी वाहनों की आवाजाही काबू में की जा सकती है।
दिल्ली में वायु की गुणवत्ता ‘बेहद खराब’ श्रेणी में बरकरार रही। इसके अलावा राष्ट्रीय राजधानी के 13 स्थानों में प्रदूषण का स्तर ‘गंभीर’ रहा।
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के आंकड़ों के मुताबिक राष्ट्रीय राजधानी में वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 349 रहा जो ‘बहुत खराब’ श्रेणी में आता है।
संपादक की पसंद
लेटेस्ट न्यूज़