राजधानी दिल्ली में प्रदूषण का स्तर कम होने का नाम नहीं ले रहा है। यहां एक्यूआई एक बार फिर 400 के पार पहुंच चुाक है और गंभीर श्रेणी को दर्शाने लगा है। दिल्ली में ग्रेप 4 को लागू कर दिया गया है, बावजूद इसके दिल्ली में प्रदूषण के स्तर में कोई कमी देखने को नहीं मिल रही है।
दिल्ली ट्रैफिक पुलिस के जवान दिन भर प्रदूषण के बीच सड़क पर रहते हैं। ऐसे में उनको सांस से संबंधी बीमारियां होने का डर है। इसी वजह से पुलिस ने जवानों के लिए योगा सेशन का आयोजन किया।
सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली सरकार और दिल्ली पुलिस को आदेश दिया कि दिल्ली के सभी 113 एंट्री प्वाइंट पर चेकपोस्ट बनाएं। इसके साथ ही सभी एंट्री प्वाइंट्स के सीसीटीवी फुटेज जल्द से जल्द एमिकस को सौंपने का आदेश दिया है।
हर साल इतना पॉल्यूशन..आखिर कब मिलेगा सॉल्यूशन...क्या वाकई, दिल्ली-NCR छोड़ने का वक्त आ गया है ?...क्या दिल्ली में रहने वालों को एक और ठिकाना बनाने की जरूरत है...जहां 'गैस चेंबर बनी दिल्ली' से बचने के लिए परिवार के साथ जाएं..और साफ हवा में सांस ले सकें..जब दुश्मन हजार हों..तो समाधान सिर्फ एक ही समझ आ
दिल्ली में वायु प्रदूषण के स्तर में तमाम प्रयासों के बावजूद खास कमी देखने को नहीं मिल रही है। दिल्ली के कई स्थाने पर अब भी एक्यआई 400 के पार बना हुआ है। दिल्ली ग्रेप 4 को लागू कर दिया गया है। इस बीच दिल्ली में स्कूलों को भी बंद कर दिया गया है और ऑनलाइन माध्यम से क्लासेस चलाए जा रहे हैं।
हवा में मौजूद जहरीली गैस और पार्टिकल्स हार्ट में पहुंचकर आर्टरीज़ को ब्लॉक कर देते हैं.. जिससे ब्लड सर्कुलेशन घटता है...और दिल को ज़्यादा मेहनत करनी पड़ती है, जिससे हार्ट डिजीज का खतरा बढ़ जाता है....non communicable डिजीज़ से होने वाली मौतों में वैसे ही दिल से जुड़ी बीमारियां सबसे उपर हैं..ऐसे में
राजधानी दिल्ली में स्मॉग में आज कुछ सुधार देखने को मिला है। हालांकि, दिल्ली के कई इलाकों में AQI अभी भी 400 के पार बना हुआ है। दिल्ली के आनंद विहार में AQI 400 के पार है।
सोशल मीडिया पर यात्रियों द्वारा डाले गए कई पोस्ट के अनुसार, एयर इंडिया की नई दिल्ली जाने वाली उड़ान के 100 से अधिक यात्री तकनीकी खराबी के कारण कई देरी के बाद 80 घंटे से अधिक समय से थाईलैंड के फुकेत में फंसे हुए हैं।
कोहरे के कारण ट्रेनों की रफ्तार धीमी पड़ जाती है इसी के चलते ट्रेनें देरी से चल रही हैं। कई ट्रेन सात से आठ घंटे लेट चल रही हैं। यात्री सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर ट्रेनों की देरी से चलने की लगातार शिकायत कर रहे हैं।
दिल्ली का एयर क्वालिटी इंडेक्स 494 दर्ज किया गया है लेकिन वायु गुणवत्ता सूचकांक के मुताबिक इसे 1600 तक बताया जा रहा है। क्या है वायु गुणवत्ता का मानक, क्यों है ऐसा कंफ्यूजन? जानिए-
मंत्री गोपाल राय ने कहा कि सरकार ने पहले ही GRAP-IV के तहत वाहनों पर महत्वपूर्ण प्रतिबंध लगा दिए हैं। हम इन उपायों के प्रभाव का विश्लेषण कर रहे हैं। यदि विश्लेषण सकारात्मक परिणाम दिखाता है, तो हम उसके अनुसार आगे निर्णय लेंगे।
सड़क से लेकर सुप्रीम कोर्ट तक हाहाकार मचा हुआ है...AQI 500 के पार पहुंच चुका है...स्कूल बंद करने पड़े हैं...दिल्ली तो दिल्ली..अब गुरुग्राम और नोएडा में भी प्रदूषण से लोगों का दम घुटने लगा है
दिल्ली सरकार के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने कहा है कि बार-बार चिट्ठी लिखने के बावजूद प्रदूषण के मुद्दे पर केंद्र सरकार की तरफ से ढीला रवैया अपनाया गया है।
दिल्ली-एनसीआर गैस चेंबर बन चुका है। सुप्रीम कोर्ट द्वारा लगाई गई फटकार के बाद यहां ऑफलाइन स्कूलों को बंद कर दिया गया है और ऑनलाइन माध्यम से क्लासेस चलाए जाएंगे। इस बीच दिल्ली के कई इलाकों में एक्यूआई 500 तक पहुंच चुका है।
दिल्ली-एनसीआर के अलावा उत्तर प्रदेश के कई जिलों में वायु प्रदूषण का स्तर गंभीर श्रेणी में पहुंच चुका है। इस बीच यूपी के कई जिलों में स्कूलों को बंद कर दिया गया है। इस दौरान ऑनलाइन माध्यम से क्लासेस चलाए जाएंगे।
दिल्ली में प्रदूषण अभी और बढ़ सकता है। सुप्रीम कोर्ट की फटकार के बाद आज से दिल्ली, नोएडा ही नहीं, गुरुग्राम, मेरठ तक के सभी स्कूलों को बंद कर दिया गया है।
दिल्ली में हवा जहरीली हो गई है, डॉक्टरों ने हिदायत दी है और कहा है कि घर में रहें, दरवाजे-खिड़कियां बंद रखें और घर से बाहर निकलना होतो फेसमास्क जरूर लगाएं। जानिए क्या बरतें सावधानी?
दिल्ली में हर साल इस मौसम में हवा जहरीली हो जाती है। सरकार से लेकर सुप्रीम कोर्ट तक इसे लेकर कई तरह के आदेश जारी करते हैं। ग्रैप-4 की पाबंदियां लागू की जाती हैं, स्कूल बंद कर दिए जाते हैं। क्या ये समस्या का समाधान है?
18 नवंबर की सुबह दिल्ली की हवा सबसे खतरनाक स्तर पर है। वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 481 पर पहुंच गया है। दिल्ली में कोहरे के कारण दृश्यता कम होने के कारण पांच उड़ानों (जयपुर-04, देहरादून-01) को डायवर्ट किया गया।
दिल्ली-NCR में बढ़ रहे वायु प्रदूषण के मामले पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई शुरू हुई। इस दौरान शीर्ष कोर्ट ने दिल्ली सरकार से पूछा कि GRAP पहले लागू क्यों नहीं किया गया?
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